समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 13 सितंबर 2025 शनिवार

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महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उमंग उत्सव दिवस मनाया गया

उमंग क्लीनिक से डॉक्टर श्रीमती प्रियंका शर्मा के द्वारा छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे की पीसीओडी और मानसिक स्वास्थ्य, माहवारी संबंधी स्वच्छता आदि पर समझाइश दी गई साथ ही मनोचिकित्सक श्री ऋषिकेश्वर त्रिवेदी द्वारा छात्राओं को अवसाद से बाहर निकलने और उमंग के साथ अपना हर कार्य नियमित दिनचर्या के साथ करने संबंधी समझाइश दी गई साथ ही जीवन कौशल शिक्षा हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इससे हम अपनी समस्याओं और तनाव को दूर कर सकते हैं उमंग उत्सव के तहत संस्था में विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे पोस्टर मेकिंग क्विज कम्पटीशन, गतिविधि आधारित नाटिकाएं, रंगोली आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गई और अतिथियों द्वारा सभी छात्राओं को पुरस्कृत किया गया
कार्यक्रम में संस्था के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं प्रतिभा भटनागर टीना बाफना नाथूलाल भारती अर्चना अठवाल रचना आर्य मोना सक्सेना पूजा जायसवाल जया सोनी मेमोरिया मैडम सुनीता शर्मा आदि का सहयोग रहा समस्त अधिकारियों ने और अतिथियों ने उमंग उत्सव कार्यक्रम की सराहना की कार्यक्रम का संचालन उमंग स्टेट लेवल ट्रेनर श्रीमती रेणुका आचार्य के द्वारा किया गया और आभार प्रदर्शन श्री सुरेश बोराना द्वारा किया गया
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मंडी में हम्माली दरों में बढ़ोतरी का किसान और व्यापारी संगठनों ने जताया विरोध
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वॉटर स्पोर्ट्स का एडवेंचर अब बनेगा गांधीसागर की नई पहचान – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण का शुभारंभ
टेंट सिटी का भी हुआ शुभारंभ
मंदसौर 12 सितम्बर 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जल ही जीवन है और जल से ही जीवन का यौवन है। जल से जुड़ी पर्यटन गतिविधियों का विकास हमारा लक्ष्य है। वॉटर स्पोर्ट्स का इर्नामस एडवेंचर (असाधारण रोमांच) अब गांधीसागर बांध की एक नई पहचान बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गांधीसागर बांध क्षेत्र का पूरा कैचमेंट एरिया और बैकवॉटर का प्राकृतिक सौंदर्य स्विट्जरलैंड की वादियों से भी ज्यादा आनंदित करने वाला है। गांधीसागर पहले से ही गिद्धों के लिए मशहूर है, लेकिन अब यहां चीता भी दौड़ रहा है। जल और वन्यजीव पर्यटन दोनों के मामले में गांधीसागर अब देश-दुनिया में मशहूर हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंदसौर जिले के गांधीसागर बांध क्षेत्र में फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा बांध के बैकवॉटर एरिया में विकसित टेंट सिटी का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान पशुपतिनाथ के प्रभाव क्षेत्र में चंबल मैया के किनारे गांधीसागर का संबंध गंगाजी से जुड़ रहा है। क्षिप्रा नदी चंबल में आकर मिलती है और यही धारा आगे जाकर यमुना नदी में मिलती है। चंबल नदी के बगैर यमुना की धारा अधूरी है। हजारों साल से मंदसौर, नीमच और बरसों से बीहड़ रहे क्षेत्र को चंबल मैया का आशीर्वाद मिल रहा है। चंबल नदी में घड़ियाल और डॉलफिन का भी बसेरा है। चंबल का पानी स्वच्छता में सर्वोत्तम है। गंगा मैया देवभूमि उत्तराखंड से निकलती है। कोलकाता में गंगा नदी में मालवांचल की मिठास भी घुली हुई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल ही जीवन की धुरी है। पृथ्वी पर जीव की उत्पत्ति जल से हुई है। जल से स्नान करने पर शरीर की थकावट दूर हो जाती है। सनातन धर्म की सभी परम्पराओं और संस्कारों में जल का बड़ा महत्व है।
गांधीसागर बांध क्षेत्र में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी की शुरुआत हो गई है। अब यह सम्पूर्ण क्षेत्र वॉटर स्पोर्ट्स में रूचि रखने वाले देश-दुनिया के सभी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में जलमार्गों से ही आवागमन होता था। उज्जैन से मां क्षिप्रा के माध्यम से गंगा नदी से देशभर के अन्य स्थानों तक पहुंचा जा सकता था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमें विरासत से विकास और जल संस्कृति के संरक्षण का नारा दिया है। गांधीसागर बांध क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि मंदसौर सिर्फ गांधीसागर के लिए नहीं, अफीम के लिए भी फेमस है। अफीम की भाजी का स्वाद लेने का एक अलग ही आनंद है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों के हित में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में किसानों की हितैषी और संवदेनशील सरकार है। प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को प्राकृतिक आपदा या कीट प्रकोप से किसानों की फसल को हुए नुकसान का जल्द से जल्द सर्वे पूरा करने और राहत राशि देने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। किसानों को हुए फसल घाटे की भरपाई सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहनों के कल्याण के लिए भी संकल्पित है। लाड़ली बहना योजना के माध्यम से सरकार उन्हें 1500 करोड़ रूपए से अधिक की राशि प्रतिमाह प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी 17 सितंबर को धार की ऐतिहासिक धरती पर पधार रहे हैं। धार में कपास आधारित उद्योगों और रेडीमेड गारमेंट्स की निर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए भारत के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्रा पार्क का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का वैश्विक मंच पर उपस्थित होना भारतीयों को गौरवान्वित करने वाला अवसर है।
मंदसौर-नीमच-जावरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि गांधीसागर और चंबल क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव राज्य के पर्यटन और औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस क्षेत्र में गिद्ध संरक्षण और तितलियों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है। आगामी वर्षों में गांधीसागर क्षेत्र प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध जल पर्यटन स्थल बनेगा।
क्षेत्रीय विधायक श्री चंदर सिंह सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंदसौर और नीमच जिले को कई सौगात दी हैं।
राजस्थान सीमा पर स्थित गांधीसागर बांध वर्ष 1960 में बना था। यहां सालों तक कोई विकास नहीं हुआ, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने अपनी सहृदयता से यहां विभिन्न कार्यों के लिए 100 करोड़ रूपए से अधिक की विकास राशि मंजूर की है। विकास कार्यों के बाद यह क्षेत्र एक नए स्वरूप में जाना-पहचाना जाएगा।
कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य श्री बंशीलाल गुर्जर, पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री ओमप्रकाश सकलेचा, नीमच विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार, विधायक श्री माधव मारू, पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ नेता श्री देवीलाल धाकड़, विधायक (राजस्थान) श्री सुरेश धाकड़, अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मां चंबल से प्रदेश की समृद्धि की कामना
“गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट” के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सर्वप्रथम मां चंबल की आरती अर्पित कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और प्रगति की मंगलकामना की। इस अवसर पर उन्होंने मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर ज्ञान, संस्कृति और सृजनशीलता के संरक्षण का संदेश दिया। साथ ही उन्होंने कन्या पूजन कर नारी शक्ति के सम्मान और भारतीय परंपरा की जीवंत झलक प्रस्तुत की। गांधी सागर फॉरेस्ट रिट्रीट के आयोजक इवोक कैंपिंग की ओर से चंबल नदी की सुंदरता को प्रदर्शित करता आर्टवर्क भेंट किया। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बड़ी फूल माला भेंट कर स्वागत किया।
गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा “गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट” का चतुर्थ संस्करण लल्लूजी एंड सन्स और इवोक कैंपिंग (Evoke Camping के सहयोग से किया जा रहा है। चंबल नदी पर बने गांधीसागर डैम के मनोहारी बैकवाटर क्षेत्र एडवेंचर हब बनता जा रहा है।
प्रकृति की गोद में बसा यह मनोरम स्थल, अपनी 50 आलीशान, सभी मौसमों के अनुकूल टेंट सिटी के साथ एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहाँ साहसिक गतिविधियों का असीमित रोमांच आपका इंतजार कर रहा है, जहाँ आप जल में जेट स्की, थल पर जंगल सफारी और आकाश में पैरामोटरिंग का अनुभव कर सकते हैं। शांत जल में बोट सफारी का सुखद अनुभव और आसपास के जंगलों में रोमांचक सफारी की सुविधा भी यहाँ उपलब्ध है। इसके साथ ही, स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखने और विभिन्न इनडोर खेलों का आनंद लेने का अवसर भी आपको मिलेगा। यह स्थल प्रकृति संरक्षण और स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने वाली कार्यशालाओं के माध्यम से पर्यावरण और संस्कृति से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर भी प्रदान करता है।
क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती
मध्य प्रदेश में पर्यटन को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के साथ ही यह पहल क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इन आयोजनों के माध्यम से नेचर एवं एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोमांचक गतिविधियों का अनुभव करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही, स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के साथ नई पीढ़ी में अपनी धरोहर और प्राकृतिक संपदा के प्रति जागरूकता भी विकसित होगी।
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तम्बाकू नियंत्रण समिति ने आदित्य पब्लिक स्कूल में आयोजित किया जनजागरूकता कार्यक्रम

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार व प्रेस क्लब के संरक्षक ब्रजेश जोशी. जिला नोडल अधिकारी जिला चिकित्सालय मंदसौर डॉ. लेखा तवर, तंबाकू नियंत्रण समिति सदस्य व मजदूर कल्याण समिति प्रदेश अध्यक्ष करण सिंह परिहार आदि ने बच्चों को तम्बाकू के सेवन से होने वाली हानियों के बारे में बताया तथा शासन द्वारा तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्था कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर प्राचार्य पंकज माहेश्वरी परवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष गोवर्धन लाल हाडा, समिति महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा चौहान, प्रदेश महामंत्री व पूर्व नपाध्यक्ष श्रीमती रेणुका रामावत, प्रदेश मंत्री श्रीमती राम कन्या मालवीय, प्रदेश मीडिया प्रभारी नवीन कुमार चौहान टीचर्स छात्र छात्राएं उपस्थित हुए।
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मध्यप्रदेश सरकार किसानों के साथ किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री ने जिले में खराब हुई सोयाबीन की फसल का सर्वे कराने के दिये निर्देश
खेतों में जाकर खराब हुई सोयाबीन की फसल का मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लिया जायजा
मंदसौर 12 सितम्बर 25 / प्रदेश सरकार किसानों के साथ है और हम किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को शाजापुर जिले की पोलायकलां तहसील के ग्राम खड़ी में विभिन्न कारणों से खराब हुई सोयाबीन की फसल के अवलोकन के बाद किसानों को यह भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शाजापुर कलेक्टर सहित प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को खराब हुई सोयाबीन की फसल का सर्वे कराने के निर्देश दिये। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना, विधायक श्री घनश्याम चन्द्रवंशी, श्री अरूण भीमावद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हेमराज सिंह सिसोदिया एवं डॉ. रवि पाण्डेय भी इस अवसर पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसान चौपाल में कहा कि बारिश कम होने एवं कीट प्रकोप के कारण जहां-जहां भी सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है, उसका पूरा सर्वे कराया जायेगा, किसानों को नुकसान नहीं होने देंगे। किसानों को अधिकतम लाभ दिया जायेगा। किसानों की जिंदगी बेहतर हो, इसके लिए केन्द्र एवं राज्य की सरकार लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने कलेक्टर शाजापुर को निर्देश दिये कि जिन किसानों को पिछले वर्षों की बीमा राशि प्राप्त नहीं हुई है, उनके प्रकरणों का निराकरण कराएं। आने वाले समय में शाजापुर जिले के किसानों को नर्मदा-पार्वती-चंबल-कालीसिंध लिंक परियोजना से पानी उपलब्ध कराया जायेगा। इससे गरीब किसानों के जीवन में बदलाव आएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देशी गाय पालन को प्रोत्साहन देने के लिए शुरू की गई कामधेनु योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना में किसानों से गाय का दूध क्रय किया जायेगा। उन्होंने 25 गाय के पालन पर लगने वाली राशि 40 लाख पर सरकार द्वारा 10 लाख रूपये का अनुदान भी दिया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में गायों के लिए गौशालाएं भी बनाई जायेगी। गौशालाओं को गायों के रखरखाव के लिए 40 रूपये प्रति गाय की दर से अनुदान दिया जायेगा। पांच हजार से अधिक पशु रखकर गौशाला संचालित करने पर भूमि भी उपलब्ध कराई जायेगी। इसी तरह क्षेत्र में विचरण कर रहे वन्यप्राणियों हिरण, नील गाय आदि के समुचित व्यवस्थापन के निर्देश भी वन विभाग को दिये। उन्होंने कहा कि किसान बिना किसी चिंता के अपनी फसलों का उत्पादन प्राप्त करें और खुशहाल बनें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने “एक बगिया माँ के नाम” योजना के बारे में बताया और कहा कि किसानों को एक एकड़ जमीन में फलोद्यान लगाने पर प्रथम वर्ष 2 लाख रूपये तथा इसके अगले वर्ष 55 हजार रूपये इस प्रकार 3 वर्ष तक अनुदान दिया जायेगा।
कपास उत्पादन को प्रदेश सरकार प्रोत्साहित करेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में कपास उत्पादन को प्रोत्साहित किया जायेगा। इसके लिए धार जिले के बदनावर में “पीएम मित्रा” औद्योगिक पार्क विकसित करने जा रहे हैं, जिसका 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि धार जिले सहित मालवा निमाड़ अंचल के कपास उत्पादक किसानों के जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन लाने का माध्यम बनेगा।
किसान से नुकसान की जानकारी ली
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्राम खड़ी के किसान श्री परवत सिंह बगाना के निवास पर जाकर उनसे सोयाबीन की खराब हुई फसल से हुए नुकसान की जानकारी ली।
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उच्च शिक्षा विभाग ने कृषि पाठ्यक्रम के लिए सुचारू शिक्षण व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश किए जारी
मंदसौर 12 सितम्बर 25 / उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार के निर्देशों के अनुपालन में, उच्च शिक्षा विभाग ने समस्त शासकीय स्वशासी एवं अन्य संबंधित महाविद्यालय में कृषि पाठ्यक्रम संचालन के लिए सुचारू शिक्षण व्यवस्था बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए है।
आदेशानुसार ऐसे महाविद्यालय, जहां सत्र 2025-26 से बी.एससी. कृषि पाठ्यक्रम संचालन हो रहा है, वहां उक्त पाठ्यक्रम की शिक्षण व्यवस्था के लिए आई.सी.ए.आर./यू.जी.सी. के मापदण्डों के अनुसार शैक्षणिक अर्हताओं के आधार पर महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की सक्षम अनुमति के साथ कम से कम तीन अतिथि विद्वानों को तत्काल आमंत्रित करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही संबंधित महाविद्यालयों में कृषि पाठ्यक्रम के प्रायोगिक कार्यों के लिए, निकटवर्ती किसानों एवं अन्य शासकीय संस्थानों के साथ 30 सितम्बर तक एमओयू (MoU) सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इनमें शासकीय एम.एल.बी. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय भोपाल, शासकीय सरोजिनी नायडू कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय भोपाल, उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान भोपाल, शासकीय कमला राजे कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय ग्वालियर, शासकीय एम.एल.बी. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय ग्वालियर, शासकीय होल्कर विज्ञान महाविद्यालय इन्दौर, माता जीजाबाई शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय मोती तबेला इन्दौर, शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर, शासकीय मोहनलाल हरगोविन्द दास गृह विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर, शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा, शासकीय स्रातकोत्तर महाविद्यालय दतिया, शासकीय महाकौशल कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय जबलपुर, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिन्दवाड़ा, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना, शासकीय संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय सीधी, शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय सागर, शासकीय के. आर.जी. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय ग्वालियर, शासकीय मानकुंवर बाई स्रातकोत्तर महाविद्यालय जबलपुर, शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन (अन्य महाविद्यालय) एवं शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दमोह (अन्य महाविद्यालय) शामिल हैं।
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कलेक्टर्स व्यवस्थित ढंग से करायें खाद का वितरण : कृषि मंत्री श्री कंषाना
प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष खाद की अधिक उपलब्धता
मंदसौर 12 सितम्बर 25 / किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने सभी जिला कलेक्टर्स को अपने जिले में खाद का वितरण व्यवस्थित ढंग से कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक खाद उपलब्ध होगी। प्रदेश में गत वर्ष 01 अप्रैल से 9 सितम्बर 2024 तक 15.83 लाख मीट्रिक टन यूरिया का विक्रय हुआ था जिसके विरुद्ध इस वर्ष 9 सितंबर 2025 तक 18.34 लाख मीट्रिक टन की कुल उपलब्धता थी, जिसमें से 16.19 लाख मीट्रिक टन का विक्रय किया जा चुका है। प्रदेश में 2.15 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है।
प्रदेश में गत वर्ष 01 अप्रैल से 9 सितम्बर 2024 तक 9.39 लाख मीट्रिक टन डी.ए.पी + एन.पी.के. का विक्रय हुआ था जिसके विरुद्ध इस वर्ष 9 सितंबर तक 13.96 लाख मीट्रिक टन की कुल उपलब्धता थी, जिसमें से 9.71 लाख मीट्रिक टन का विक्रय किया जा चुका है एवं 4.25 लाख मीट्रिक टन डी.ए.पी. + एन.पी.के. प्रदेश में उपलब्ध है। प्रदेश के लिए प्रतिदिन लगभग 7 से 8 रैक विभिन्न जिलों के लिए आ रही हैं।
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नंदावता उ मा वि मे उमंग दिवस मनाया गया
मंदसौर। उमंग दिवस के अवसर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपल्या कराड़िया में विभिन्न गतिविधियों चित्रकला,प्रश्नोत्तरी क्विज,चेयर रेस ,रंगोली,गायन आदि का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगिताओ में उत्साह से भाग लिया गया ।प्रतियोगिताओं का संचालन श्री आशीष धनोतिया,श्री मनोज सूर्यवंशी,श्रीमती सीमा पोरवाल,श्री दिनेश डाबी द्वारा किया गया।प्राचार्य श्री रामप्रसाद वैष्णव द्वारा विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण किया गया।
छात्रों ने लिया उत्साह के साथ लिया गतिविधियों में भाग
मन्दसौर। शासकीय हाईस्कूल मगराना में उमंग दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता व अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक श्री जगन्नाथ गेहलोद बोरखेड़ीचारण उपस्थित थे। इस उमंग दिवस कार्यक्रम में विद्यालय के कक्षा 9वीं व 10 के छात्रों ने उत्साह के साथ सहभागिता की।
विद्यालय द्वारा आयोजित गतिविधि ‘‘मैं और मेरा समाज’’ तथा ‘‘कानाफूसी’’ में छात्रों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। जिसके लिये उन्हें पुरस्कृत किया गया।
उमंग दिवस कार्यक्रम के उमंग हेल्थ एंड वेलनेस एंबेसेडर माध्यमिक शिक्षक ईश्वरलाल सागित्रा, माध्यमिक शिक्षक दिनेश सुथार थे। तथा उमंग हेल्थ एण्ड वेलनेस मेसेंजर कक्षा 10वीं के छात्र गिरीराजसिंह व वंदना तथा कक्षा 9 के छात्र तरूण डांगी एवं कीर्ति पाटीदार रहे।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य श्री इंदरमल जाटव, शिक्षक बालाराम पाटीदार, श्रीराम कनासिया, दिनेश सुतार, कन्हैयालाल कोधरी, सज्जनकुमार पाटीदार, घनश्याम पाटीदार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ईश्वरलाल सागित्रा ने किया।
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सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय में हिंदी दिवस मनाया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मिश्रा ने छात्र अध्यापकों का मार्गदर्शन करते हुए कहा की हिंदी को बोलिये, हिंदी को पढ़िये, हिंदी को समझिये । हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं है, यह हमारी पहचान, हमारी संस्कृति और हमारी विरासत है। आज हम हिंदी दिवस मना रहे हैं ताकि हम मातृ भाषा को सम्मान दें और इसे हर क्षेत्र में प्रयोग करें। हिंदी हमारी शक्ति है, इसे हम कभी भूले नहीं। हिंदी दिवस हमें याद दिलाता है कि भाषा ही संस्कृति की असली धरोहर है। हम सभी को मिलकर हिंदी को और भी सशक्त बनाना है, साथ ही उन्होंने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से बताया कि कुछ बदला है कुछ बदलेगा परिवर्तन से डर जाना क्या जब निकल चुके लेकर कश्ती तो तूफानों से घबराना क्या।
उपस्थित अतिथियों का परिचय महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक श्रीमती प्रेरणा सक्सेना ने किया एवं अतिथि स्वागत बी. एड के छात्राध्यापकों ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय मेें हिंदी में श्यामपट पर छात्राध्यापकों से हस्ताक्षर करवाये, हिंदी दिवस से संबंधित श्रुतलेख व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गयी। कार्यक्रम में भारतीय आदर्श शिक्षण समिति के सह सचिव व सरस्वती शैक्षिक विहार के प्रबंधक श्री सुनील शर्मा, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. योगिता सोमानी, समस्त स्टॉफ व बी.एड. एवं डी.एल. एड. के छात्राध्यापक उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन बी.एड. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा छात्राध्यापिका दिव्या गोस्वामी व नम्रता तोमर ने किया।
यह कार्यशाला 12 सितम्बर को प्रभात होटल, मीनाक्षी नगर, मंदसौर में आयोजित हुई। इसका आयोजन लघु उद्योग भारती मंदसौर इकाई तथा मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड (राज्य नोडल एजेंसी–रैम्प) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों से जुड़ी नवीन नीतियों, मध्यप्रदेश एमएसएमई विकास नीति 2025, उद्योग नियम 2025, नये स्टार्टअप प्रावधान, ई-वाणिज्य और डिजिटलीकरण, साथ ही लीन उत्पादन, बौद्धिक संपदा अधिकार तथा ज़ेड योजना जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। विद्यार्थियों को बताया गया कि ये नीतियां और योजनाएँ कैसे उन्हें उद्योग जगत में स्व-रोज़गार तथा नवीन उद्यम स्थापित करने के अवसर उपलब्ध करा सकती ।
महाविद्यालय से लक्ष्मी मेहरू, खुशबू परिहार, राहुल शर्मा, धीरज प्रजापत, सोहेल खान और कीर्तिराज सिंह ने इस कार्यशाला में सक्रिय सहभागिता की। इन विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से संवाद स्थापित कर उद्योगों की वास्तविक आवश्यकताओं और करियर निर्माण की संभावनाओं को समझा।
प्राचार्य प्रो. जे. एस. दुबे ने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों के लिए अध्ययन के साथ-साथ व्यावसायिक जगत की व्यावहारिक समझ विकसित करने में सहायक होते हैं। जिला नोडल डॉ. वीणा सिंह ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं, नवीन नीतियों और नवाचारों से जोड़ना है। प्रदेश संगठन मंत्री श्री सौरभ तोमर ने कहा कि लघु उद्योग और स्टार्टअप आज युवाओं के लिए स्व-रोज़गार और आत्मनिर्भरता की दिशा में सबसे बड़े साधन बन चुके हैं।
यह कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई। इससे उन्हें न केवल उद्योग और सरकारी नीतियों की जानकारी प्राप्त हुई बल्कि भविष्य के करियर निर्माण और आत्मनिर्भरता की दिशा में नई प्रेरणा भी मिली।

इस बैठक में सभी सदस्यों ने खुलकर अपने-अपने विचार रखें, एवं समय-समय पर समिति द्वारा किए जाने वाले सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों हेतु अपनी सहमति प्रदान की। बैठक में समिति के अध्यक्ष प्रकाश लालवानी कर सलाहकार, महासचिव प्रो. चंद्रप्रकाश आडवाणी, कोषाध्यक्ष शिव सोनू चंदानी, समिति के वरिष्ठ सदस्य दुर्गेश बेलानी, विजय कोठारी, हेमंत पमनानी, प्रदीप चंदवानी, डॉ. पं. गिरीश शर्मा, एम.आर. दिनेश चंदवानी, योग गुरु कमलेश कोठारी, सचिन मोटवानी, ललित हरवानी, प्रकाश लालवानी पीकू भाई, रूपेश चंदवानी, जीतू भाई हरवानी, प्रकाश बेलानी, स्लीक किचन, नरेंद्र पप्पू दासानी, मुकेश चंदवानी पीएनबी, शंकर बेलानी, हीरू भाई मनवाणी, सोनू सेवानी आदि सदस्य उपस्थित रहे।