सुवासराआध्यात्ममंदसौर जिला

वैदिक धर्म संस्थान द्वारा 13 दिवसीय आध्यात्मिक उत्सव का भव्य समापन

11000 सहजन पौधों का वितरण, 24 रुद्र पूजाएं, 45 गुरु पूजाएं एवं पदयात्रा ने शिव-गुरु कृपा का कराया अनुभव

पंकज़ बैरागी

सुवासरा।समिपस्थ ग्राम सेमली में पूज्य गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के वैदिक धर्म संस्थान के तत्वावधान में आयोजित 13 दिवसीय आध्यात्मिक उत्सव का भव्य समापन 22 जुलाई को हुआ। इस अद्भुत आध्यात्मिक यात्रा का शुभारंभ 10 जुलाई को ग्राम पंचायत सेमली स्थित श्री श्री गोशाला में दक्षिण मूर्ति होम से हुआ था।

इस पूरे आयोजन का संचालन बेंगलुरु आश्रम से पधारे स्वामी आत्मरूप जी के सान्निध्य में हुआ। उत्सव के अंतर्गत विभिन्न गांवों और कस्बों में 24 रुद्र पूजाएं, 45 गुरु पूजाएं, पद यात्रा और 11000 सहजन पौधों का वितरण संपन्न हुआ।

गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर से प्रारंभ हुआ यह उत्सव श्रद्धा, सेवा और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम रहा। हजारों श्रद्धालुओं ने सत्संग, भजन, ध्यान और वैदिक अनुष्ठानों के माध्यम से शिव और गुरु कृपा का अनुभव किया।

सहजन वितरण एवं पर्यावरण सेवा

अभियान के प्रारंभ में 11,000 सहजन के पौधों का वितरण किया गया। यह पौधे क्षेत्र के कई गांवों में पहुँचाए गए। इस दौरान लोगों को सहजन के औषधीय गुणों एवं स्वास्थ्य लाभों की जानकारी दी गई। बताया गया कि सहजन शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

30 गांवों में हुए आयोजन, जनभागीदारी ने रचा इतिहास यह संपूर्ण उत्सव मंदसौर और रतलाम जिलों के लगभग 30 गांवों और कस्बों में आयोजित किया गया, जिनमें सेमली, तरनोद, भैंसोला, देवपुरा, बामनी, हरनावदा, डाबड़ा, बोरखेड़ी, बागरी खेड़ा, रूनीजा, गैलाना सहित अन्य ग्राम शामिल रहे।

ग्राम स्तर पर नेतृत्व और सहभागिता

इस आयोजन में ग्राम पंचायतों और स्थानीय नेतृत्व की भागीदारी विशेष उल्लेखनीय रही। प्रमुख रूप से सहयोग देने वालों में –युवाचार्य: सरपंच दरबार सिंह (तरनोद), कमल सिंह भैंसोला, वकील सिंह देवपुरा, डॉ. गोपाल सिंह हरनावदा, प्रहलाद सिंह सेमली, सुषमा कुंवर, सुमेर सिंह देवड़ा, साथ ही आयोजन में सेवाएं देने वालों में प्रमुख रूप से शामिल रहे: सुमेर सिंह देवड़ा (आर्ट ऑफ लिविंग शिक्षक), सचिन गंवाने, शंकर सिंह सोलंकी, दशरथ सिंह तरनोद, प्रहलाद सिंह (सेमली), भूपेंद्र सिंह एडवोकेट (डाबड़ा), लक्ष्मण सिंह राजा भैया (बोरखेड़ी), जगदीश परमार (बागरी खेड़ा), प्रवीण जोशी (रूनीजा), किशोर सिंह (बोरखेड़ी), प्रधान सिंह (तरनोद), डॉ. शिवराज सिंह (हिंगोरिया), छोटा अजय सिंह (तरनोद), पोप सिंह (बोरखेड़ी), प्रभुलाल रायका, पटवारी सुरेश सेन (गैलाना), मनोहर सिंह बघुनिया।

गुरुदेव के प्रति भक्ति और समर्पण

हर गांव और नगर में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के प्रति भक्ति, श्रद्धा और समर्पण की अद्वितीय छवि देखने को मिली। यह आयोजन न केवल वैदिक परंपराओं की पुनर्स्थापना का प्रयास रहा, बल्कि ग्रामीण जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि का संचार भी किया।

जानकारी आर्ट ऑफ लिविंग मीडिया प्रभारी नरेंद्र धनोतिया द्वारा प्रदान की गई।

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