दो व्यक्ति साथ में पुताई करने वाले में शराब पीने के बाद हुआ झगड़ा एक ने दुसरे कि हत्या कर दी

भानपुरा पुलिस ने केथूली हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार कर घटना मे प्रयुक्त सामग्री कि जप्त
भानपुरा ।पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनन्द के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गरोठ श्रीमति हेमलता कुरील, एसडीओपी श्री विजय कुमार यादव के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी भानपुरा निरीक्षक आर.सी. दांगी के नेतृत्व मे ग्राम कैथुली मे केसरीलाल माली हत्याकांड का 06 घंटे मे खुलासा कर हत्या कर फ़रार आरोपी को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त करने में सफ़लता प्राप्त हुई हैं।
घटना 15.07.2025 को ग्राम केथुली से सूचना प्राप्त हुई कि भेरु बावजी मंदिर भगवानपुरा रोड स्थित सराय मे एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ अवस्था में पड़ा हुआ है सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी भानपुरा निरी. रमेशचन्द दांगी व पुलिस टीम के साथ घटना स्थल पहुंच कर मोका मुआयना किया।मृतक के परिजनों और उसके पिता कंवरलाल माली व अन्य लोगो से पुछताछ कर घटनाक्रम जानकर और केसरीलाल की हत्या संबंधी प्रथम सूचना रिपोर्ट लेख कर मोका पर ही विवेचना प्रारंभ की गई । मौके से भौतिक साक्ष्य संकलन किये, शव का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल भानपुरा से कराया गया।
अपराध की विवेचना के दौरान केसरीलाल हत्याकांड के संदिग्ध व चिन्हित व्यक्ति कुलदीपसिंह राजपुत नि. झालावाड की तलाश तत्परता से भानपुरा पुलिस टीम द्वारा की गई ।संभावित स्थानों, शराब दुकान, जंगल, खेतो मे तलाश की गई जो राजस्थान की सीमा क्षैत्र जंगल से दबोचने मे सफलता मिली । पुलिस टीम द्वारा आरोपी कुलदीप सिंह से मनोवैज्ञानिक तरीके से पुछताछ की गई जिस पर केसरीलाल की हत्या करना स्वीकार किया और पुछताछ पर बताया कि में और केसरीलाल विगत सप्ताह भर से कैथुली स्थित जैन मंदिर मे पुताई का कार्य एक साथ कर रहे हैं, रात्री मे भेरु बाउजी के पिछे सराय मे खाना बना कर सोते हैं । कल रात्री मे साथ मे शराब पीकर खाना बनाने के पहले ही आपस मे माँ बहिन बकने व विवाद हो जाने और सुबह देख लेने की धमकी देने के कारण लकडी, ईट और कोटा स्टोन से मारपीट कर हत्या करना स्वीकार किया।
केसरीलाल की मारपीट के दौरान निकले खुन कुलदीपसिंह की पेंट, शर्ट व चप्पलो पर मौजुद मिला।प्रकरण मे गिरफ्तार आरोपी कुलदीपसिंह पिता देवीशंकर राजपुत उम्र 46 वर्ष नि. तबेला रोड झालावाड जिला झालावाड (राज.) को न्यायालय पेश किया जा रहा है ।
उक्त सराहनीय कार्य में निरी. रमेशचन्द दांगी, उनि जोरसिंह डामोर, सउनि ओकारसिंह ठाकुर, प्र.आर. 518 महेन्द्रसिंह झाला,आर.786 नेमाराम,आर. 107 रामनिवास, आर.चालक लक्ष्मणसिंह पंवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।
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