धोखाधड़ी मामले में फरार मनोहरलाल धाकड़ पुलिस तीन साल में नहीं गिरफ्तार कर पाई

धोखाधड़ी मामले में फरार मनोहरलाल धाकड़ पुलिस तीन साल में नहीं गिरफ्तार कर पाई
मंदसौर। भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह और भी चौंकाने वाली है। हाल ही में 8 लेन एक्सप्रेसवे पर अश्लील आरोपों के मामले में गिरफ्तार होकर जेल से रिहा हुए धाकड़ पर एक और संगीन आरोप है – 21 लाख रुपये के चेक बाउंस केस में वे बीते तीन साल से फरार हैं।
यह मामला मंदसौर जिले की दलौदा मंडी के थोक व्यापारी धर्मेंद्र गोस्वामी से धोखाधड़ी का है। गोस्वामी ने बताया कि भाजपा नेता मनोहर धाकड़ ने उन्हें 21 लाख रुपये का स्मृति नागरिक मर्यादित बैंक का चेक दिया था, लेकिन जब चेक बैंक में लगाया गया तो वह बाउंस हो गया। पीड़ित व्यापारी ने मामले को कोर्ट में ले जाते हुए न्याय की गुहार लगाई। धर्मेंद्र ने बताया कि अभी तो बैंक खाता भी बंद करवा लिया है।कोर्ट ने 2022 में ही धाकड़ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था और भावगढ़ थाने को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मगर हैरानी की बात यह है कि दो साल बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक नेता जी का सुराग तक नहीं लगा पाई।
जबकि इस दौरान धाकड़ कई राजनीतिक मंचों पर दिखाई दिए, सामाजिक आयोजनों में हिस्सा लेते रहे और तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होती रहीं। फिर भी पुलिस की आंखों से वह गायब ही बने रहे।
पीड़ित व्यापारी धर्मेंद्र गोस्वामी का कहना है पुलिस जानबूझकर ढिला कर रही है जब भी थाने जाता हूं, पुलिस एक ही रटा-रटाया जवाब देती है मनोहर नहीं मिल रहा, तलाश जारी है।
अब एसपी ने लिया संज्ञान, जांच के दिए निर्देश इस पूरे मामले पर जब मीडिया ने सवाल उठाए तो पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने कहा कि पता लगाया जाएगा कि किस कोर्ट से और कब से वारंट जारी हुआ है और अब तक उसकी तामील क्यों नहीं हुई। संबंधित थाने से स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
धाकड़ की गिरफ्तारी अब कानून की साख का सवाल बन चुकी है।अब सवाल ये है क्या कानून वाकई सभी के लिए बराबर है, या रसूखदारों के लिए अलग नियम चलते हैं?