गैर मान्यता संचालित हो रहा गुढ़ नगर में मदरसा, समाज द्वारा दिए गए अनुदान का कोई भी हिसाब नहीं

गैर मान्यता संचालित हो रहा गुढ़ नगर में मदरसा, समाज द्वारा दिए गए अनुदान का कोई भी हिसाब नहीं
गुढ़। नगर परिषद गुढ़ प्राथमिक पाठशाला के सामने मदरसा नूरिया इफ्तेखारिया बूरहानुल ऊलूम के नाम से संचालित मदरसे का संचालन बिना राज्य सरकार के मान्यता से लगभग बीस वर्षों से ज्यादा समय से किया जा रहा है।समझ के परे यह है कि अगर सरकार द्वारा उक्त मदरसे का पंजीयन अथवा मान्यता नहीं है तो किस कार्य के संचालित हो रहा है।उक्त संस्थान में किस प्रकार के कौन से शिक्षण कार्य संचालित हो रहे है।और अगर कोई भी बच्चा अगर वहां शिक्षा ग्रहण कर रहा है तो उसको किस आधार पर अंकसूची प्रदान की जा रही है।ज्ञात हो कि उक्त मदरसे के संचालक हासिम खान के द्वारा पूरे राज्य के सामाजिक संगठनों द्वारा वर्ष में लाखों रुपयों का चंदा एकत्र किया जाता है उस चंदे का कोई हिसाब किताब नहीं सार्वजनिक किया जाता और अवैध एवं गैर रजिस्टर्ड होने के कारण शासन न ही सरकार को दिया जाता है।शासन की नजरों में उक्त नाम की कोई भी संस्था पंजीकृत नहीं है।आखिर उक्त अवैध मदरसे को लाखों रुपए प्राप्त उक्त चंदे को उपयोग किस किए और कौन से कार्यों के लिए किया जाता है।यह एक विचारणीय विषय है।समाज के लोगों का ही आरोप यह है कि उक्त मदरसे की कार्यशैली अच्छी नहीं है समाज द्वारा दिए गए चंदे का दुरुपयोग कर स्वयं के कार्यों में लगाया जाता है।जो समाज के लिए घातक हैं।