समाचार मध्यप्रदेश नीमच 08 मई 2025 गुरुवार

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रेडक्रॉस नीमच में दिव्यांग शिविर सपन्न

नीमच 07 मई 2025, जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को रेडक्रॉस परिसर में कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा एवं जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव के मार्गदर्शन में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र नीमच द्वारा दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया। शिविर में कुल 195 दिव्यांग जनों का पंजीयन किया गया। इनमें अस्थि बाधित के 83, श्रवण बाधित दिव्यांगजनों के 16, मानसिक दिव्यांगजानो के 25,दृष्टि बाधित दिव्यांगजनों के 12 एवं 01 विवाह के संबंध में सामान्य प्रमाण पत्र बनाए गए। कुल 149 दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए गए गए। रेल्वे के 9 प्रमाण पत्र बनाए गए।
पीएम स्वनिधि के 21 पंजीयन, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के 4 पंजीयन,14 बस यात्रा पास,पेंशन के लिए शहरी एवं ग्रामीण 32 दिव्यांग हितग्राहीयो के आवेदन प्रात हुए हैं। इस शिविर में मंदसौर से नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ.श्री आर के द्विवेदी एवं अस्थि बाधित के डॉ.संजय शर्मा एवं मनासा से दृष्टि बाधित डॉ.किरण बंसल, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ.कृष्णा कारपेंटर द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाये गये एवं कान की जांच सीनियर ऑडियोलॉजिस्ट डॉ. हितेश गायकवाड़ द्वारा की गई।
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//जल गंगा संवर्धन अभियान//
जन भागीदारी से ही जल संरक्षण संभव है- श्री मोहन नागर
कुकडेश्वर की बावड़ी में किया गया स्वच्छता श्रमदान
नीमच 7 मई 2025,जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत म.प्र. जन अभियान परिषद विकासखण्ड मनासा द्वारा प्रेरणादायक पहल करते जल संरक्षण जागरूकता रैली का आयोजन कर कुकडेश्वर के चौधरी मोहल्ला वार्ड क्रमांक तीन स्थित प्राचीन बावड़ी में स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में म.प्र.जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) श्री मोहन नागर,विधायक मनासा श्री अनिरूद्ध माधव मारू, विशेष अतिथि न.प.अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला, श्री महेन्द्र पटवा, श्री विजय शर्मा, श्री मदन रावत, श्री नरेंद्र मालवीय एवं जनप्रतिनिधियों, जिला समन्वयक वीरेन्द्र सिंह ठाकुर, विकासखण्ड समन्वयक श्री महेन्द्रपाल सिंह भाटी ने स्वच्छता श्रमदान कर बावड़ी के प्राचीन वैभव को लौटाने में योगदान दिया।
जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर ने जल संरक्षण पर मार्गदर्शन देते हुए कहा, कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण, स्वच्छता और जागरूकता की दृष्टि से शुरू किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान है। उन्होने कहा, कि जब हम घर बनाते हैं, तो घर में एक स्थान पूजा का, एक स्थान जल का बनाते हैं। उसी प्रकार हमें वरुण देवता का स्थान भी बनाना चाहिए। घर बनाते समय हमें एक आठ बाय छह का गड्ढा बनाकर उसमें बोल्डर और रेत को डालना चाहिए जिससे कि हमारे घर की छत का वर्षा का जल उस गड्ढे के माध्यम से जमीन में चला जाए। इससे जल स्तर में सुधार होगा। हम सभी गांव में पहाड़ों या उंचे स्थानों पर कंटूर ट्रेंच बना कर, खेत पर मेड बंधान, नदियों के स्टॉप डैम पर पानी रोकने का कार्य करें, जिससे धीरे-धीरे गांवों में जलस्तर बढ़ने लगेगा, इस तरह के प्रयासों को जन-जन तक पहुँचाकर जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए। उन्होने कहा, कि जन जागरूकता एवं जन भागीदारी से ही जल संरक्षण संभव है।
विधायक श्री अनिरूद्ध मारू ने जल संरक्षण के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा चलाये जा रहे अभियान में अधिकाधिक जन सहभागिता करने के लिए अपील की। उन्होने कहा, कि हम जल संरक्षण कर स्वयं एवं दूसरों का भी जीवन संरक्षित कर रहे है, जो कि एक पुण्य का काम है, जल संरक्षण केवल एक सरकारी या सामाजिक संगठन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है। कार्यक्रम को न.प.अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला महेन्द्र पटवा ने भी संबोधित किया।
स्वच्छता श्रमदान में संरक्षक श्री महेन्द्र पटवा, श्री युगल व्यास, श्री उज्जवल पटवा, श्री लोकेश तुगनावत, श्री जगदीश जगोलिया, श्री लोकेश मोदी, श्री संजय मारू सहित नवांकुर, प्रस्फुटन समितियों, मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के विद्यार्थी एवं परामर्शदाता, स्वैच्छिक संगठन के पदाधिकारियों, समाजसेवियों एवं आम नागरिकों ने सहभागिता की।
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