समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 29 अप्रैल 2025 मंगलवार

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आनंद को बाहर नहीं अपने भीतर तलाशे : सीमा अग्निहोत्री
एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित किया गया
रतलाम 28 अप्रैल 2025/ आनंद विभाग द्वारा रिद्धि सिद्धि एक्टेंशन कॉलोनी में जावरा निवासियों हेतु एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें धर्मा कोठारी द्वारा सरस्वती वंदना गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
जिला समन्वयक एवं मास्टर ट्रेनर सीमा अग्निहोत्री ने आनंद विभाग की अवधारणा को व्यक्त करते हुए कहा कि हम जिंदगी भर बाहर की वस्तुओं से आनंद प्राप्त करने की कोशिश करते रहते हैं, जबकि जिंदगी का असली आनंद तो हमारे भीतर है। भौतिक वस्तुओं के संग्रह करने से सुख नहीं मिलता,बल्कि छोटी-छोटी खुशियों जैसे दूसरों की मदद, प्रकृति से प्रेम, स्वयं एवं समाज के प्रति जागरूक होने से सुख मिलता है। मास्टर ट्रेनर मधु परिहार ने कहा कि स्वयं में परिवर्तन की प्रक्रिया सरल नहीं है लेकिन परिवर्तन के पश्चात जीवन सरल हो जाता है। पुष्पेंद्र सिंह सिसौदिया ने लोगों से आग्रह किया कि अपनी गलतियों को जानकर उन्हें लिखकर पानी में प्रवाहित कर दें और संकल्प लें कि वो दुबारा न हो ।
मुख्य अतिथि डॉ. विद्या तिवारी ने बताया कि राज्य आनंद संस्थान के सदस्यों द्वारा किया गया कार्यक्रम सराहनीय है,ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए। विशेष अतिथि निर्मला बैरागी ने कहा कि हमें अपने क्रोध पर नियंत्रण करने के लिए अल्पविराम लेना चाहिए । समाजसेवी अनीता मालपानी ने राज्य आनंद संस्थान का आभार व्यक्त किया। आनंदम सहयोगी सुरेंद्र अग्निहोत्री ने कहा कि वैवाहिक वर्षगांठ पर किसी होटल में कार्यक्रम न रखकर लोगों के आनंद के लिए कार्यक्रम आयोजित कर राखी माहेश्वरी ने आनंद बांटकर सभी को प्रेरणा दी है। संचालन राखी माहेश्वरी द्वारा किया गया।
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2 मई को सभी जिलों में मनेगा लाड़ली लक्ष्मी उत्सव
“एक पेड़ लाड़ली लक्ष्मी के नाम” अभियान में होगा पौध-रोपण
रतलाम 28 अप्रैल 2025/ मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना अन्तर्गत 2 मई 2025 को प्रदेश में ‘लाड़ली लक्ष्मी उत्सव’ जिला, नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायत पर उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। इसमें स्थानीय प्रतिनिधि, लाड़ली बालिकाएं, उनके अभिभावक, लाड़ली क्लब की अध्यक्ष और सदस्य सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्यप्रदेश सरकार की बेटियों के प्रति समर्पित सोच का प्रतीक है। हमारा लक्ष्य है कि हर बेटी को सम्मान, शिक्षा और आत्म-निर्भरता के अवसर प्राप्त हों। लाड़ली लक्ष्मी उत्सव एक नई ऊर्जा और विश्वास का संचार करेगा। उन्होंने प्रत्येक जिला और निकाय स्तर पर कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं, जिससे समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच और सशक्तिकरण का वातावरण तैयार हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी उत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि बेटियों के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति साझा संकल्प है।
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का संचालन स्वयं लाड़ली बालिकाओं द्वारा किया जाएगा। इसमें कन्या-पूजन, दीप प्रज्ज्वलन, लाड़ली बालिकाओं के प्रेरक उद्बोधन और ‘अपराजिता’ कार्यक्रम अन्तर्गत मार्शल आर्ट का प्रदर्शन जैसे विशेष कार्यक्रम शामिल है। इस उत्सव के जरिये जिला, नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। कार्यक्रम में उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाली बालिकाओं तथा लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायतों का सम्मान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त “एक पेड़ लाड़ली लक्ष्मी के नाम” अभियान में जन-प्रतिनिधियों और बालिकाओं द्वारा पौध-रोपण भी किया जाएगा। साथ ही लाड़ली बालिकाओं को आश्वासन प्रमाण-पत्र वितरित किये जायेंगे। कार्यक्रम में लाड़ली क्लब की सदस्य बालिकाएं अपने अनुभव भी साझा करेंगी।
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव 30 अप्रैल को करेंगे श्रमिक परिवारों को राशि वितरित
अनुग्रह सहायता योजना के 27,523 प्रकरणों में 600 करोड़ रूपये की राशि की जाएगी अंतरित
धार जिले के उमरबन में होगा राशि वितरण कार्यक्रम
रतलाम 28 अप्रैल 2025/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 30 अप्रैल को धार जिले के उमरबन में संबल योजना में अनुग्रह सहायता के 27 हजार 523 प्रकरणों में राशि रूपये 600 करोड़ सिंगल क्लिक से वितरित करेंगे। कार्यक्रम में श्रम व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि, हितग्राही उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना, प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। इसमें अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत दुघर्टना में मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये एवं सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये प्रदान किये जाते हैं। इसी प्रकार स्थायी अपंगता पर 2 लाख रूपये एवं आंशिक स्थायी अपंगता पर 01 लाख रूपये तथा अंत्येष्टि सहायता के रूप में 5 हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं। संबल योजना में जहाँ एक ओर महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रूपये दिये जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर श्रमिकों के बच्चों को महाविद्यालय शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा में शिक्षा हेतु सम्पूर्ण शिक्षण शुल्क राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
नीति आयोग की पहल पर प्रदेश के गिग एवं प्लेटफार्म वर्कर्स को भी संबंल योजना के अंतर्गत सम्मिलित किया जाकर इनका पंजीयन प्रारम्भ किया गया है एवं इन्हें भी संबल योजना के अंतर्गत समस्त लाभ प्रदान किये जा रहे हैं। संबल हितग्राहियों को खाद्यान्न पात्रता पर्ची भी प्राप्त होती है जिससे वे केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा रियायती दरों पर राशन प्राप्त कर रहे हैं।
संबल योजना प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। इसमें श्रमिक को जन्म से लेकर मृत्यु तक आर्थिक सहायता प्राप्त होती है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के लाखों निर्माण श्रमिकों के लिये भी निर्माण मंडल के माध्यम से कई योजनायें संचालित की जाती हैं। इनमें निर्माण श्रमिकों की मृत्यु होने पर अनुग्रह सहायता तथा स्थायी एवं आंशिक अपंगता पर सहायता भी सम्मिलित है। सभी संबल हितग्राहियों को आयुष्मान भारत निरामयम योजना अंतर्गत पात्र श्रेणी में चिन्हित किया गया है, अब वे भी 5 लाख रूपये वार्षिक निः शुल्क चिकित्सा प्राप्त कर रहे है।
प्रदेश सरकार द्वारा योजना प्रारंभ से अब तक 01 करोड 75 लाख श्रमिकों का संबल योजना के अंतर्गत पंजीयन किया गया है, पंजीयन प्रक्रिया जारी है। संबल योजना के अंतर्गत वर्ष 2018 से वर्तमान तक कुल 6 लाख 81 हजार से अधिक प्रकरणों में राशि रूपये 6 हजार 432 करोड से अधिक के हितलाभ का वितरण किया जा चुका है।
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