महाकुम्भ प्रयागराज भागवत भूषणाचार्य पं. श्री कृष्ण वल्लभ शास्त्री के मुखारविंद से हो रही कथा

मंदसौर।महाकुम्भ प्रयागराज 2025 महापर्व के उपलक्ष में मंदसौर के पद्मावती रिसोर्ट के सामने स्थित विश्व मंगल बालाजी इंदिरा कॉलोनी मे ज्ञान गंगा रूपी श्रीमद् भागवत कथा भागवत विचार संस्थान के द्वारा आयोजित की जा रही है। जिसके तहत प्रथम दिवस पर अभिन्दन कॉलोनी स्थित सांई मंदिर बालाजी धाम कलश एवं भागवत कथा पोथी शोभायात्रा प्रारंभ होकर इंद्रा कॉलोनी के विश्वमंगल बालाजी कथा पंडाल तक पहुंची।भागवतभूषणाचार्य पं. श्री कृष्ण वल्लभ शास्त्री द्वारा सात दिवसीय कथा के प्रथम दिवस की श्रीमद भागवत कथा श्रवण करवाई गई।जिसमें भागवतभूषणाचार्य पं. श्री कृष्ण वल्लभ शास्त्री द्वारा शुरुआत में नमो भगवते नमः मंत्र के साथ शुरुआत की।आगे बताया कि आज कथा का शुभारम्भ नवमी तिथि पर हो रहा है शुभारंभ के बाद इस माह का माघ स्नान सबसे बड़ा स्नान होता है। वहाँ कथा का विराम हो रहा है।यह भागवत कथा इंदिरा नगर यानी इंद्र के नगर व नानेश नगर यानी नारायण के नगर के बीच हो रही है तो अगर इसे माने तो यही त्रिवेणी का स्नान है जो ज्ञान गंगा कथा के माध्यम से मिल रहा है।भागवत ऐसी कथा है जो चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण को प्रकट कर देती है।इस कथा के शुभारंभ में भगवान श्री कृष्ण ने कहा कहने वाला मैं हूं सुनने वाला में हूं और अनुमोदन करने वाला भी मैं हूं।इस कथा के माध्यम से पंडित श्री कृष्ण बल्लभ शास्त्री ने बताया कि नित्यानंद जी महाराज जब जब वाराणसी में कथा करने गए तब सभी अन्य संत व ब्राह्मणों के लिफाफे तैयार हो गए लेकिन शरीर वही छूट गया। श्री शास्त्री द्वारा कहा गया कि मैं आपको एक प्रयोग बताता हूं कि सभी महाकुंभ में गंगा के संगम में डुबकी लगाने जा रहे हैं।लेकिन इतनी भीड़ मे डुबकी लगाने से पाप का कोई औचित्य नही इसलिये इतनी भीड़ मे ना जा पाओ तो गंगा मे डुबकी के लिए प्रयोग करे कि घर मे सुबह स्नान करने जाने के वक्त नल के नीचे पात्र रखें। गंगा मां के 12 नाम है।और गंगा माँ ने वचन दे रखा है कि नहाते वक्त मेरे एक नाम का उच्चारण भी अगर कोई जब प्राण निकले और करें तो तब मैं तुम्हारा कल्याण कर दूंगी।कुछ लोगों को झूठ बोलने से पुण्य मिलता है। वैसे महिलाये ज्यादा झूठ बोलती है।पंडित श्री कृष्ण वल्लभ शास्त्री द्वारा बताया गया कि आज से सात दिवसीय कथा मे इंदिरा कॉलोनी में ज्ञान की गंगा बहाने लगेगी। यह व्यक्ति का दुर्भाग्य है जो भागवत कथा के नाम की ज्ञान गंगा में डुबकी ना लगाए।अंत में इंद्रा कॉलोनी मे हो रही कथा के माध्यम से ही पंडित श्री कृष्ण वल्लभ शास्त्री द्वारा इस कथा में अधिक से अधिक संख्या में पधारने का अनुरोध किया गया।