भैरव भक्ति महोत्सव में छठे दिन हुआ एतिहासिक आयोजन
भैरव भक्ति महोत्सव में छठे दिन हुआ एतिहासिक आयोजन
भैरव भक्ति महोत्सव में छठे दिन हुआ एतिहासिक आयोजन
भैरवनाथ को लगाया 2024 मिठाईयों का भोग
नीमच। भैरव भक्ति महोत्सव में छठे दिन बुधवार को भैरवनाथ को 2024 प्रकार की मिठाईयों का भोग लगाया गया। संभवतः नीमच के इतिहास में पहली बार भगवान को 2024 प्रकार की मिठाईयां अर्पित की गई है। भैरव भक्ति महोत्सव में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक साधना हुई, जिसके बाद दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक भैरव महापुराण कथा तथा शाम 6 बजे रात्रि 10 बजे तक अष्टकुंड यज्ञ में गुरूदेव के सानिध्य मंें काशी के पंडितों ने आहुतियां दी।
छठे दिन की कथा में राष्ट्र संत डॉ. वसंत विजयजी महाराज ने कहा कि जीवन में रोने वाले का कोई काम सिद्ध नहीं होता है, पर जो हंसता और जितना है, उतने में खुश रहता है, वह कड़वे करेले भी बाजार में बेच देता है। उन्होंने कहा कि यह शब्दों का जादू है, अगर आपके चेहरे पर दुःख और मासूसी रहेगी, तो आपका जीवन भी दुःखों से भरा रहेगा। गुरूदेव ने महिलओं से कहा कि घर में कितना भी दुःख व तकली\ हो, उसे कभी अपने चेहरे पर हावी नहीं होने दें, कोई भी समस्या हो, अपने पति को धेर्य से समझाओं, बात करों, हर समस्या का निराकरण निकलेगा।
राष्ट्र संत ने कहा कि किसी की मृत्यु होने पर हम उसकी अंतिम यात्रा या उसके घर बैठने क्यों जाते हैं…? इसका कारण यह है कि जिसकी मृत्यु हुई, तो चला गया, पर उसके परिवार में जो लोग शेष है, उन लोगों से जीवन में हमारा रिश्ता बना रहे। उन्होंने कहा कि व्रत और रात्रि जागरण के अपने-अपने महत्व है। व्रत इसलिए किया जाता है कि हम जिस देव या इष्ट के नाम से व्रत रख रहे हैं, वह हम से प्रसन्न रहे। हमने जिसके लिए एक दिन का भोजन त्यागा है, वह में लाभ भी देते हैं। इसी तरह रात्रि जागरण भगवान की भक्ति करने माध्यम से हैं। रतजगा कर अपने इष्ट को साधते हैं, उसकी स्तुती करते हैं। गुरूदेव ने कहा कि जो सच्चे दिल से भगवान के सामने झुकता है, प्रभु की कृपा उस पर बरसना शुरू हो जाती है।
मोबाईल को दूर कर दों, जीवन के सारे दुःख दूर हो जाएंगे-
गुरूदेव ने कहा कि वर्तमान जीवन मोबाईल के ईदगिर्द घुम रहा है। महिलाओं को पति और परिवार से ज्यादा मोबाईल की चिंता रहती है। उन्होंने कि पति अगर बाहर जा रहा है और पत्नी के मोबाईल में रिचार्ज खत्म हो गया है, तो पत्नी की एक ही मांग रहती है, पहले मेरे मोबाईल में रिचार्ज करा दों, उसके बाद जहां जाना हो जाओ। गुरूदेव ने कहा कि वर्तमान में हालात ये हो चुके हैं, मोबाईल के बगैर महिलाओ का रहना दुभर हो जाता है। उन्होंने कहा कि भले ही मोबाईल वर्तमान जीवन का अंग बन चुका है, पर जिस दिन आपने मोबाईल को अपने जीवन से दूर कर दिया, उसक आपके जीवन के सारे दुःख दूर हो जाएंगे।
छठवे दिन की कथा में नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार, मनासा विधायक अनिरूद्ध माधव मारू, जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती, कार्यक्रम संयोजक व पूर्व नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, कार्यक्रम प्रभारी राजकुमार सोनी, सुनिल कटारिया, शैलेंद्र गर्ग, शौकिन जैन, अभिषेक कोठारी, सत्यनारायण लाला पाटीदार, हेमंत भंडारी, रोशन वर्मा, विनोद दक सहित बड़ी संख्या में मप्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, उड़ीसा, असम आदि प्रदेशों से आए भक्तगण मौजूद थे।