कांग्रेस में अनुशासनहिनता की गाज गिरना शुरू भाजपा में कब,,,?

दोनों ही दलों में खूब हुआ पीठ पीछे वार,। इस विधानसभा चुनाव में खूब विकास के वादों के झूमले सुने गए। आलोट विधानसभा में विकास को विनाश नही होने देंगे। आलोट को सिंगापुर बनाने के सपने दिखाऐ गए चुनाव प्रचार में सितारों की चमक और वादे और घोषणाओ लाली पाॅपो की घनघोर बारिश के बाद इस बार न लहर नजर आई न मुद्दे प्रभावी रहे।
आलोट विधानसभा में कांग्रेस की पीठ पर छुर्रा घोंप ते रहे कुछ कांग्रेस के हारू कांग्रेसी नेता,,,,,,,? यह सभी कांग्रेस उम्मीदवार मनोज चावला को हराने में जुटे रहे,,,,,! निर्दलीय उम्मीदवार प्रेमचन्द गुड्डू को वोट देने के लिए खुलकर प्रचार करते रहे,,,,,? आलोट कांग्रेस उम्मीदवार मनोज चावला और पूर्व सीएम कमलनाथ को हराने में जुट गए थे। यू कहे कमलनाथ की पीठ पर छुर्रा घोंपते रहे यह तथाकथित नेता कभी कांग्रेस के प्रति सच्ची निष्ठा का ढिंढोरा पीटते रहे अब कहा गई कमलनाथ के समक्ष कसमे जो उनने खाई थी और वादे किए थे कांग्रेस सिपाही बने रहने की विधानसभा चुनाव की एक अच्छी सच्चाई बताना चाहते है इन तथाकथित नेता ने उम्मीदवार से हरे रंग के कागज की आवक को लेकर वह निर्दलीय को जिताने की अपील करते रहा था,,,, ?
यह हाल बीजेपी के एक दलबदलू पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष के पाला बदलने के चर्चे उछाल खा रहे है मोटी रकम लेकर यह हर बार पार्टी बदलता रहा है अभी जेब गर्म करने के चक्कर में बचे हुए जमीर को भी इस दलबदलू पार्षद ने बेच दिया अपना जमीर,,,,?
एम पी के मन में मोदी का गाना बहुत बजा,,,,!
कांग्रेस के लिहाज से मध्यप्रदेश का चुनाव कमलनाथ ने ही अपने बल बूते पर लड़ा दिल्ली दरबार की कोई भूमिका नही रही हारेंगे तो कमलनाथ जीतेंगे तो कमलनाथ। उधर भाजपा की तरफ से यह चुनाव दिल्ली दरबार ने लड़ा है, शिवराज सिंह चौहान को साइड लाइन में रखते हुए, हारेंगे तो मोदी जीतेंगे तो मोदी। चुनाव के समय पर शिवराज सिंह चौहान को साइड लाइन करते हुए एमपी के मन मोदी का गाना बजाया अब देखना है भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए किस को प्रमोट करती है।