नीमच

पालसोडा का एकीकृत शाला शासकीय हाई स्कूल में स्वच्छता के नाम पर लापरवाही

स्कूल जिम्मेदार द्वारा अभियान की उड़ाई जा रही खुलेआम धज्जिया, स्कूल परिसर आसपास झाड़ियों का अंबार तो जहरीले जानवरों का भी है खतरा

पालसोडा का एकीकृत शाला शासकीय हाई स्कूल में स्वच्छता के नाम पर लापरवाही

स्कूल जिम्मेदार द्वारा अभियान की उड़ाई जा रही खुलेआम धज्जिया, स्कूल परिसर आसपास झाड़ियों का अंबार तो जहरीले जानवरों का भी है खतरा

 

योगेश बैरागी की विशेष रिपोर्ट

*पालसोडा:* एक तरफ देश के प्रधान सेवक खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथो में झाड़ू लिए हर एक और स्वछता अभियान को लेकर साफ सफाई का विशेष ध्यान देने हेतु जनता को प्रेरित कर रहे हे ! वही दूसरी और कई जगहों पर स्वछता अभियान की खुलेआम धज्जिया उड़ाई जा रही हे ! वही देशभर में 17 सितम्बर 2024 से 02 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता की सेवा अभियान चल रहा है। हर और अभियान का ढिंढोरा पीटा जा रहा हे लेकिन धरातल पर सिर्फ कागजी कार्यवाही तक अभियान सिमित रह गया हे ! इस अभियान की सफलता को ले सरकारी महकमे के आला अधिकारी लोगों को स्वच्छ एवं जागरूक बनने की प्रेरणा देते नजर आ रहे हैं। वही स्वच्छता अभियान की लफ्फाजी और जमीनी हकीकत सफलता की कलई खोल कर रख देती है।

दरअसल हम बात कर रहे जिले के ग्राम पालसोडा के एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व समीप के माध्यमिक विद्यालय की, जो की क्षेत्र का बड़ा विद्यालय हे, जिसे संकुल कहा जाता हे, जंहा स्वछता को लेकर किसी को कोई लेना देना नहीं ! स्कूल को विद्या का मंदिर कहा जाता हे, जंहा विद्यार्थी अपने भविष्य को सवारने के लिए शिक्षा ग्रहण करने आते हे ! लेकिन उसी शिक्षा रूपी मंदिर में स्वछता न हो तो कैसे वहा सरस्वती का वास हो सकता हे ! कक्षाओं में धूल से फर्श भरे पड़े हुए हे तो वही बिजली तार लटकते हुए दिखाई दे रहे हे ! विद्यालय के आसपास गंदगी, प्लास्टिक की थेलियो के साथ साथ गाजर घास, बड़े बड़े झाड़ खड़े हुए जो विद्यालय की शोभा का मान घटा रहे हे ! बच्चो को किताबो में स्वछता का पाठ भले पढ़ाया जाता हो लेकिन विद्यालय की कक्षाओं में धूल जमी पड़ी हे ! विद्यालय की कक्षाओं के समीप बाहर की तरफ बड़ी बड़ी झाडिया उग रही हे जिससे गंदगी तो बढ़ ही रही हे वही बच्चो में जहरीले जानवरो का भय भी बना रहता हे ! जिसका न कोईं ध्यान देने वाला हे न किसी को स्वछता अभियान से कोई लेना देना हे ! वही जानकारी के अनुसार स्वछता अभियान पखवाड़े के दौरान भी सफाई अभियान नहीं चलाया गया ! वही जानकारी के अनुसार यहाँ पूर्व में तीन चपरासी थे, लेकिन दूसरी जगह अटेचंमेन्ट कर दिया गया ! जहा वर्तमान में अभी एक चपरासी ही विद्यालय में हे, लेकिन वह भी अपनी जिम्मेदारी पूर्ण रूप नहीं निभाता हे !

एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पालसोडा में जहा 09 वी से 12 वी तक की कक्षाएं संचालित होती हे, वही पास में बने शासकीय माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 01 से 08 वी तक की कक्षाएं संचालित होती हे, इन भवनों के आसपास बड़ी -बड़ी झाड़ियां, गाजर घास उग रही हे, जंहा छोटे छोटे बच्चे विद्यालय में पड़ने आते तो वही आसपास खेत-खलिहान होने से जहरीले जानवरो का भय बना रहता हे ! लेकिन विद्यालय शाला प्रभारी को किसी से कोई लेना देना नहीं हे ! वही माध्यमिक विद्यालय के बाहर शौचालय के समीप बड़ी बड़ी झाडिया कभी कोई अनहोनी घटना न कर दे,

एक जानकारी के अनुसार यह भी सामने आया जब स्कूल चले अभियान की शुरुवात हुई थी, तब भी कार्यक्रम में आये एक अधिकारी आयुक्त यहाँ साफ़ सफाई नहीं होने के साथ साथ कक्षाओं में धूल जमी होने पर नाराज होकर चले गए थे, वही जब स्कूल में कोई अधिकारी आने की आहट होती हे तब बाहर से निजी मजदुर बुलाकर साफ़ सफाई करवाई जाती हे, तो फिर शासन से नियुक्त चपरासी किस बात के, स्वच्छता अभियान सिर्फ नाम का रह गया हे जंहा किसी को अपनी जिम्मेदारी का कोई एहसास नहीं हे !

*इनका कहना:*

स्वच्छता सहित और भी समस्या को लेकर एक दो दिन में विद्यालय का निरक्षण कर सारी समस्याओ को दूर करवा देंगे

*सीके शर्मा*

*जिला शिक्षा अधिकारी नीमच*

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