सीतामऊ में संचालित डॉ बरडिया के क्लीनिक को प्रशासन ने किया सील, महिला का गलत इलाज करने का मामला

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तीन घंटे तक चली कार्यवाही ताले तोड़कर जप्त की दवाइयां


आज तहसीलदार पंकज गंगवार,ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर वीके सुराहा,मेडिकल आफिसर अर्जुन अटोलिया सहित पुलिस बल सीतामऊ नगर में संचालित बरडिया क्लीनिक पर पहुचे कार्यवाही की भनक लगते ही डॉ सहित वहा कार्यरत स्टॉप कमरों को ताले लगाकर कही अन्य जगह निकले गए जिसके बाद जांच दल द्वारा कमरों के ताले तोड़कर अंदर रखी दवाइयां सहित डॉक्टर द्वारा लिखी गई पर्चियां ओर अन्य दस्तावेज जप्त किये गए। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों द्वारा डॉक्टर के परिजनों से लागतार आग्रह किया गया की वह कमरों के लगे तालों को खोल दे ताकी विधिवत कार्यवाही की जा सके लेकिन परिजन लगातार चाबी नही होने की बात कहते रहे उंसके बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा ताला तोड़कर सामग्री जप्त की गई ओर कुछ अन्य कमरो पर सीलबंद ताले लगाए गए ताकी अंदर रखे समान में कोई हेरफेर नही की जा सके।
डॉ वीके सुराहा के अनुसार डॉ अनिल बरडिया के पास इलोफेथिक इलाज करने के लिए कोई वेध डिग्री नही है उंसके बावजूद भी उनके द्वारा लोगो का इलोफेथिक पध्दति से इलाज किया जा रहा था जिसकी शिकायत प्राप्त हुई थी जांच दल के साथ मौके पर आकर देखा तो यहा भी इलोफेथिक दवाइयां सहित डॉक्टर बरडिया द्वारा लिखी पर्चियां ओर कई ऐसी चीजें मिली है जिससे यह प्रमाणित होता है की डॉ बरडिया द्वारा ही मरीजों का इलाज किया जा रहा था जिसको लेकर आज डॉक्टर अनिल बरडिया के क्लीनिक को सील करने की कार्यवाही की गई है।
कार्यवाही के दौरान लगातार आते रहे मरीज :- बिना डिग्री के इलोफेथिक इलाज कर रहे डॉ अनिल बरडिया के क्लीनिक पर 3 घण्टे चली कार्यवाही के दौरान लगातार उनसे उपचार करवाने वाले मरीज आते रहे जिसको डॉक्टर अर्जुन अटोलिया ने सरकारी हॉस्पिटल जाकर इलाज करवाने की सलाह दी और मरीजों के कथन दर्ज किये गए की वह कबसे डॉक्टर अनिल बरडिया से उपचारित है और उनको कोन सी दवाइया डॉक्टर द्वारा दी गई थी।