परमात्मा शिव से शक्ति प्राप्त कर श्री कृष्ण योगेश्वर कहलाए – बीके कृष्णा दीदी

सीतामऊ।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सीतामऊ में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का शुभारंभ कृष्णा दीदी प्रिती दीदी मुकेश गुप्ता, लक्ष्मीनारायण मांदलिया डॉ हरिसिंह चौहान, सुरेश गुप्ता,गौरव जैन, अनिल जैन मनोहर परिहार, मोहनलाल भोई , प्रभुलाल राठौर, विकास जैन दशरथ पाटीदार ने दिप प्रज्वलित कर एवं बाल गोपाल कि महा आरती कर किया।
जन्मोत्सव पर अपने आध्यात्म को प्रदान करते हुए ब्रह्मकुमारी कृष्णा दीदी ने कहा आज चारों तरफ हरियाली उमंग उत्साह के साथ जन्माष्टमी पर्व मना रहे हैं। कृष्ण बहुत ही शुद्ध आत्मा है। कृष्ण देवता हैं। शास्त्रों में बताया है उनका लोकिक जन्म जेल में हुआ। कहा जाता है कि जब कंश और चारों ओर पापा चार हो जाता हैं । भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया। श्री कृष्ण जेल में जन्म लेते हैं। जब बाल अवतार लिया तो उसको कृष्ण कहा जाता है पर जब उनका ईश्वर का स्वरूप देखते हैं तो सतयुग में देखेंगे तो नारायण है जो लक्ष्मी के साथ लक्ष्मीनारायण कहते हैं। सतयुग में आठ जन्म होने के कारण जन्माष्टमी मनाई जाती है देखा जाए तो कृष्ण को योगेश्वर कहते हैं अर्थात उसने भी परमपिता परमात्मा शिव को याद कर उससे शक्ति प्राप्त कर अपने को सर्वगुण संपन्न 16 कलाओं से निपूर्ण श्री कृष्ण और निर्विकार मर्यादा का ज्ञान जिन्होंने दिया ऐसे पुरुषोत्तम राम है इसलिए आज सारी दुनिया उसको बहुत प्यार करती है और पूरे भारत सहित विश्व में बड़े धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जा रही है
इस अवसर पर बालिकाओं द्वारा मीठे रस से भरी राधा रानी और रात सुहानी मस्त चांदनी पर रास रचाए नटखट कान्हा….,जो है अलबेला मस्त नेनो वाला वो कृष्णा है।… मन मोहन बंशी बजेया,श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी….. मेरे बांके बिहारी लाल तुम इतना मत करियो श्रंगार नजर लग जाएगी….. नटखट कान्हा जमुना किनारे……पर मनोहरं प्रस्तुति दी। इस अवसर पर मटकी फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालक गौरव जैन द्वारा किया गया