मंदसौरमंदसौर जिला
नवरत्न महिला परिषद ने आपकी अदालत के माध्यम से डाला जैन दीक्षा पर प्रकाश

मन्दसौर। नवरत्न महिला परिषद ने प.पू. साध्वी सौम्यरत्ना, पुनीतरसा आदि ठाणा 4 के सानिध्य में दीक्षार्थी मोक्षा के दीक्षा के उपलक्ष्य में आराधना भवन द्वारा आयोजित त्रि दिवसीय कार्यक्रम और चातुर्मास विदाई कार्यक्रम में जैन धर्म के सिद्धांतों की विवेचना की।
नवरत्न महिला परिषद अध्यक्ष रश्मि जेतावत ने बताया कि आपकी अदालत के माध्यम से जैन धर्म की भगवती दीक्षा पर निरन्तर लगने वाले आरोपों का बहुत ही सरल और बढ़िया तरीक़े से खंडन किया गया और बताया गया कि आर.ओ. के फ़िल्टर पानी से भी ज्यादा पवित्र व शुद्ध जो धर्म प्राणी मात्र की दया देखता है ऐसे जैन धर्म पर और उसकी भगवती दीक्षा पर लोग बिना जाने निरंतर आरोप- प्रत्यारोप लगाना गलत है। बाल लोच, गोचरी, श्वेत वस्त्र, चप्पल नहीं पहनना, सात्विक आहार, विवाह, तंत्र-मंत्र के द्वारा वश में करके दीक्षा दिलाने जैसे कटू प्रश्नों का बहुत ही सरलता से समाधान किया गया।
इस दौरान जज ज्योति चोरडिया, गवाह अमिता मालपुरिया, जुली कुकड़ा और सोनू जैन थे, वकील कविता लोढ़ा और दीक्षार्थी रश्मि जेतावत बने थे। संयम पर बहुत सुंदर नृत्य भी किया जिसमे निशा, मंजू रांका, तरुणा जेतावत, सारिका नाहटा, सरोज कर्नावट, शिल्पा धींग ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अध्यक्ष पायल जैन तहलका और वंदना संघवी ने किया। पूर्व अध्यक्ष अंगुरबाला पितलिया ने और सुधा धाकड़ ने भी सदस्यों को मनोबल दिया। आशा कचौरिया, रेखा खटोड़ रेखा धींग, वीणा नाहटा, प्रीति जैन, अलका, रीना, मोनिका, सोनाली जेतावत, नीता माइको ने व्यवस्था सम्भाली। पूरे ग्रुप द्वारा मोक्षा का बहुमान किया गया। साध्वी मंडल के विदाई कार्यक्रम में बहुत ही सुंदर गीत सुरभि भंडारी ने गाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नवरत्न सखियाँ उपस्थित थी। सचिव शालू डोसी और शिल्पा तहलका ने आभार माना।
नवरत्न महिला परिषद अध्यक्ष रश्मि जेतावत ने बताया कि आपकी अदालत के माध्यम से जैन धर्म की भगवती दीक्षा पर निरन्तर लगने वाले आरोपों का बहुत ही सरल और बढ़िया तरीक़े से खंडन किया गया और बताया गया कि आर.ओ. के फ़िल्टर पानी से भी ज्यादा पवित्र व शुद्ध जो धर्म प्राणी मात्र की दया देखता है ऐसे जैन धर्म पर और उसकी भगवती दीक्षा पर लोग बिना जाने निरंतर आरोप- प्रत्यारोप लगाना गलत है। बाल लोच, गोचरी, श्वेत वस्त्र, चप्पल नहीं पहनना, सात्विक आहार, विवाह, तंत्र-मंत्र के द्वारा वश में करके दीक्षा दिलाने जैसे कटू प्रश्नों का बहुत ही सरलता से समाधान किया गया।
इस दौरान जज ज्योति चोरडिया, गवाह अमिता मालपुरिया, जुली कुकड़ा और सोनू जैन थे, वकील कविता लोढ़ा और दीक्षार्थी रश्मि जेतावत बने थे। संयम पर बहुत सुंदर नृत्य भी किया जिसमे निशा, मंजू रांका, तरुणा जेतावत, सारिका नाहटा, सरोज कर्नावट, शिल्पा धींग ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अध्यक्ष पायल जैन तहलका और वंदना संघवी ने किया। पूर्व अध्यक्ष अंगुरबाला पितलिया ने और सुधा धाकड़ ने भी सदस्यों को मनोबल दिया। आशा कचौरिया, रेखा खटोड़ रेखा धींग, वीणा नाहटा, प्रीति जैन, अलका, रीना, मोनिका, सोनाली जेतावत, नीता माइको ने व्यवस्था सम्भाली। पूरे ग्रुप द्वारा मोक्षा का बहुमान किया गया। साध्वी मंडल के विदाई कार्यक्रम में बहुत ही सुंदर गीत सुरभि भंडारी ने गाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नवरत्न सखियाँ उपस्थित थी। सचिव शालू डोसी और शिल्पा तहलका ने आभार माना।