आध्यात्ममंदसौर जिलासीतामऊ
क्रोध की अग्नि दूसरों का कम अपना नुकसान ज्यादा करती है-साध्वी सुचिता

श्रीजी मसा, महावीर जिनालय विकास नगर श्री संघ में साध्वी सोम्यरेखा श्रीजी साध्वी वृंद का चातुर्मासिक धर्म सभा प्रवाहित
भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ एवं अंगरेजी विभाग द्वारा लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की पुण्य तिथि पर आज एक विशेष व्याख्यान का आयोजन, प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस राजीव गांधी पीजी कॉलेज मंदसौर में किया गया l विषय प्रवर्तन करते हुए अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा सिंह ने बताया कि महान चरित्रों के बारे में जाननें से हमें प्रेरणा मिलती है l विशेषकर लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन चरित्र को पढ़ने से उनकी त्याग भावना, भविष्य की सोच और कुरीतियों से मुक्ति दिलाने की दृढता का पता चलता हैl
संस्कृत विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रोफेसर पंकज शर्मा ने व्याख्यान देते हुए बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर ने कितनी कुरितियों को खत्म करने का कार्य किया जिनमे विध्वा पुनर्विवाह सर्वप्रथम है. विधवाओं की आर्थिक परिस्थितियों को सुधारने का कार्य भी किया. लड़कियों की शिक्षा एवं शास्त्र शिक्षा पर भी देवी अहिल्याबाई होल्कर ने कई कार्य किए. यह भगवान शिव की परम उपासक रही है | उनके कार्यों के कारण देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम के आगे ही पुण्यश्लोका लगाया जाता है ।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ वीणा सिंह द्वारा किया गया कार्यक्रम में विभाग के सदस्य प्रोफेसर सचिन शर्मा ,प्रोफेसर आभा मेघवाल ,प्रोफेसर दीप्ति शक्तावत एवं संस्कृत विभाग के डॉक्टर अनिल आर्य एवं कई विद्यार्थी कई विद्यार्थी उपस्थित थे ।
संस्कृत विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रोफेसर पंकज शर्मा ने व्याख्यान देते हुए बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर ने कितनी कुरितियों को खत्म करने का कार्य किया जिनमे विध्वा पुनर्विवाह सर्वप्रथम है. विधवाओं की आर्थिक परिस्थितियों को सुधारने का कार्य भी किया. लड़कियों की शिक्षा एवं शास्त्र शिक्षा पर भी देवी अहिल्याबाई होल्कर ने कई कार्य किए. यह भगवान शिव की परम उपासक रही है | उनके कार्यों के कारण देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम के आगे ही पुण्यश्लोका लगाया जाता है ।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ वीणा सिंह द्वारा किया गया कार्यक्रम में विभाग के सदस्य प्रोफेसर सचिन शर्मा ,प्रोफेसर आभा मेघवाल ,प्रोफेसर दीप्ति शक्तावत एवं संस्कृत विभाग के डॉक्टर अनिल आर्य एवं कई विद्यार्थी कई विद्यार्थी उपस्थित थे ।