चुनाव समाप्त होते ही समर्थक कर रहे हार-जीत के दावे, अपने-अपने प्रत्याशी के समर्थन में बोल रहे समर्थक
गोवर्धनलाल कुमावत
लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद से ही अब राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने हारजीत का आकलन करना शुरू कर दिया मतदान संपन्न होने के बाद से प्रत्याशी और उनके समर्थक वोटों का आकलन करने में लग गए हालांकि चुनाव का परिणाम 4 जून को आना हैभाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के कुछ समर्थक तो हार-जीत पर शर्त भी लगाने को तैयार दिखाई दे रहे है दोनों ही दलों के कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी की बढ़त होने की बात कह रहे हैं ज्ञात हो कि इस प्रकार के आकलन को खेल चार जून को सुबह तक चलेगा जब तक मतगणना का कार्य पूरा न हो जाए दूसरी ओर मतदान के बाद मतदाता चुप बैठे हुए हैं जिसके कारण विभिन्न दलो के कार्यकर्ताओं को सही आंकड़ा नहीं मिल पा रहा है जाति समीकरण के तहत सभी अपनी-अपनी जीत पक्की करने की बात कह रहे हैं वहीं चुनावी शोर के थमते ही आमलोग अपने कार्य में लग गए सोशल मीडिया पर भी लोग अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताकर जीत की बधाई देने में लगे रहे।
मंदसौर लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद प्रत्याशियों की जीत-हार की समीक्षा चौक-चौराहों से लेकर गलियों व चौपालों में होने लगी है अपने-अपने दलों के समर्थक अपनी जीत का दावा कर रहे हैं सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है जो चार जून को खुलेगी चौक-चौराहे, चाय-पान की दुकानों, हाट-बाजारों, गांव-गलियों और चौपालों पर एक-दूसरे के समर्थक अपने प्रत्याशी की जीत का दावा ठोक रहे हैं किस बूथ से कितने वोट किस प्रत्याशी को मिले इसको लेकर देर रात तक चर्चाएं होती रहती इसी आधार पर राजनीतिक दलों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे भी कर रहे हैं मतदान प्रतिशत के आधार पर कोई जीत का दावा कर रहा है फिलहाल राजनीतिक दलों से जुड़े कार्यकर्ता मतदान प्रतिशत की समीक्षा में लगे हैं और सभी मतदान का आकलन अपने-अपने हिसाब से कर रहे हैं हालाकि इस बार मतदाताओं ने पूरी खामोशी के साथ मतदान किया है
इस बार के चुनाव में किसकी जीत किसकी हार मतदाता अभी भी कुछ बताने से इंकार कर रहे हैं समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे भी कर रहे हैं। मतदान प्रतिशत के आधार पर कोई जीत का दावा कर रहा है तो कोई जाति के आधार पर मतदाताओं के रुझान पर जीत सुनिश्चित कर रहे है समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे भी कर रहे हैं किसी का दावा है की खिल रहा कमल तो वही कांग्रेस मानकर चल रही है कि इस बार मतदाताओं का आशर्वाद उसे मिलेगा फिलहाल प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदान प्रतिशत की समीक्षा में लगे हैं और सभी मतदान का आंकलन अपने-अपने हिसाब से कर रहे हैं चार जून को मतगणना मे जनता किसके सर पर जीत का ताज पहनाएगी इसके लिए इंतजार करना होगा l