सुक्ष्म सिंचाई योजना: कम गहराई में डाली गई पाइप लाइन, हकाई जुताई के समय क्षतिग्रस्त होकर बाहर आई, बड़े तोर पर भ्रष्टाचार ?
सुवासरा-गांव काकड़ सेमली में किसान भाई श्री रंजीत मेहर के की खेत की जुताई के समय उनके खेत में शामगढ़ सुवासरा सुक्ष्म सिंचाई योजना के अंतर्गत कम गहराई में डाली गई पाइप लाइन हकाई जुताई के समय क्षतिग्रस्त होकर बाहर आ गई एक या भाजपा सरकार किसानों की आय दो गुनी करने के लिए किसानों को सुविधा राहत तथा भिन्न योजना द्वारा आर्थिक मदद दी जा रही है इसी कड़ी में लगभग 1662 करोड रुपए कि लागत से शामगढ़ सुवासरा माइक्रो इरिगेशन योजना स्वकृति दी गाए जिसका कार्य अंतिम चरण में होकर पूर्ण होने जा रहा है परन्तु इस कार्य में बड़े तोर पर भ्रष्टाचार होने पर भी नहीं नकारा जा सकता है जानकरी के अनुसर सिंचाई योजना में जो पाइप लाइन डाली जानी तथा इसको लेकर सरकार से ठेकेदार के बिच अनुबन्ध से विपरीत है
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ. विजय पाटीदार ने बताया तहसील के गांव काकड़ सेमली में अपने खेतों पर कृषि कार्य करने वाले किसान भाई श्री रंजीत जी मेहर ने फोन पर मुझे यह सूचित किया की खेत की जुताई के समय उनके खेत में शामगढ़ सुवासरा सुक्ष्म सिंचाई योजना के अंतर्गत डाली गई पाइप लाइन हकाई जुताई के समय क्षतिग्रस्त होकर बाहर आ गई है कृपया मेरे खेत पर आकर एक बार अवलोकन जरूर करें और यह भी बताएं कि अब मैं इस खेत की जुताई कैसे करूं? किसान भाई के फोन पर जब मैं उनके काकड़ सेमली स्थित खेत पर पहुंचा तो वास्तव में मैंने देखा कि किस तरह से पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का यह नारा है ” पर ड्रॉप मोर क्रॉप” और इसी ध्येय वाक्य की पूर्ति के लिए यह शामगढ़ सुवासरा माइक्रो इरिगेशन योजना, जिसकी लागत लगभग 1662 करोड रुपए हैं, का कार्य अंतिम चरण में है। यह भारतीय जनता पार्टी की किसान हितेषी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से चंबल नदी का पानी किसानों के खेतों में पहुंच रहा है और किसानों की आय को दुगनी करने के लिए सिंचाई हेतु जल अत्यंत आवश्यक है। किंतु शामगढ़ सुवासरा सुक्ष्म सिंचाई योजना के परियोजना प्रशासक श्री नवीन गौड और निर्माता ठेकेदार कंपनी में मेसर्स ऑफशोर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड मुंबई के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री शरद जैन की घोर लापरवाही का यह परिणाम है कि आज जगह-जगह गांवों में पाइपलाइन जुताई के समय ही क्षतिग्रस्त हो रही है, जिस पर हमारे सांसद सुधीर गुप्ता और गरोठ के विधायक चंदर सिंह सिसोदिया ने भी नाराज की व्यक्त की थी,
किंतु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं ठेकेदार पर इस बात का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। भाजपा सरकार की मंशा इस योजना के माध्यम से आने वाले 50 वर्षों तक किसान भाइयों के खेतों में सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की है। किंतु इन भ्रष्ट अधिकारियों एवं ठेकेदारों द्वारा यह किया गया गुणवत्ता विहीन कार्य प्रश्न चिन्ह खड़े करता है । मैं और अन्य जनप्रतिनिधियों ने किसान भाइयों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलकर अगले माह प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री आदरणीय डॉ मोहन जी यादव से मिलकर किसानों को आ रही परेशानियों से अवगत कराने का मन बनाया है। मुझे पूरा भरोसा ही नहीं अपितु विश्वास है कि माननीय मुख्यमंत्री जी इस पर तुरंत संज्ञान लेंगे और इन अधिकारियों और ठेकेदारों पर उचित कार्रवाई करेंगे जिससे कि भारतीय जनता पार्टी की किसान हितेषी सरकार की मंशा के अनुरूप किसान भाइयों को चंबल मैया का पानी खेती हेतु उपलब्ध हो सके।