आध्यात्मनीमचमध्यप्रदेश

कन्हैया के महारास को देखने पार्वती माता के कहने पर भगवान शंकर ने पहने थे गोपी के वस्त्र–विनोद भैया राठौर

ब्रज नंदिनी महिला मंडल द्वारा आयोजित कथा में उमड़ा आस्था का सैलाब,स्वांगधारियों के साथ झूम उठी महिलाएं
–महाराणा बंगला में आयोजित कथा श्रवण करने विभिन्न क्षेत्रों से जुटे थे श्रद्धालु
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नीमच । भगवान कन्हैया के महारास को देखने पार्वती माता के साथ भगवान शंकर ने भी चलने की इच्छा जताई थी,पार्वती मैया के मनाने के बाद भी भोलेनाथ नहीं माने। और फिर उन्होंने पार्वती माता के कहने पर गोपी के वस्त्र धारण किए थे। और फिर वे भगवान कृष्ण के महारास को देखने पार्वती माता के साथ गए थे,पार्वती माता ने भोलेनाथ को कहा था की वहा गोपियां नृत्य करें तो आप मत करना। वरना सृष्टि हक्की –बक्की रह जाएगी। तब शंकर भगवान ने भक्त नरसिंह जी को कहा आंख बंद कर महारास का आनंद लो,इस तरह ठाकुर जी और नरसिंह जी का मिलन हुआ। नरसिंह जी को बड़ी प्रसन्नता हुई की भगवान भोलेनाथ जी ने ठाकुर जी के दर्शन करा दिए,ठाकुर जी ने नरसिंह जी को 12 पीढ़ी खाने इतना अन्न और धन दिया। लेकिन ठाकुर की भक्ति में लीन नरसिंह जी ने 12 पीढ़ी चलने वाला अन्न और धन 12 महीने में दान कर समाप्त कर दिया। यह बात प्रसिद्ध कथावाचक विनोद भैया राठौर  शहर के महाराणा बंगला,कोर्ट के पीछे ब्रज नंदिनी महिला मंडल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नानी बाई मायरा कथा के दूसरे दिवस गुरुवार की रात्रि में कथा को अपने मुखारविंद से प्रवाहित करते हुए बोल रहें थे। कथा वाचक श्री राठौर ने कहा की नरसिंह जी ने साधुओं को द्वारका में सांवत सा सेठ से मिलने की कहा था,तब ठाकुर जी ने एक सेठ का रूप बनाया। और सावंत सा सेठ बन कर साधुओं से मिले और बोले हम सब नरसिंह के मुनीम हैं,फिर सेठ स्वरूप में आए द्वारका ने साधुओं को दी जाने वाली राशि दी थी। नानी बाई मायरा कथा में दूसरे दिन भगवान कृष्ण,राधा,पार्वती व भगवान भोलेनाथ जी की के स्वांगधारी आकर्षण का केंद्र थे। जिनके साथ ब्रज नंदिनी महिला मंडल की महिलाओं तथा अन्य श्रद्धालुओ ने आजा ओ सांवरिया तेरी याद सताए, एक दिन वो भोले भंडारी बन कर बृज की नारी गोकुल में आ गए हैं। जैसे मधुर भजनों पर नृत्य करके दरबार में अपनी हाजरी लगाईं। दूसरे दिन भी कथा को श्रवण करने दरबार में 500 से अधिक श्रद्धालु जुटे,कथा रात्रि 07 बजे से 10बजे तक प्रवाहित हुईं। रात्रि में भगवान ठाकुर जी की महाआरती कर कथा का विश्राम हुआ। जिसके बाद ब्रज नंदिनी महिला मंडल द्वारा श्रद्धालुओ को प्रसादी का वितरण किया गया। वही नगर समस्या एव सुझाव ग्रुप द्वारा ग्रुप एडमिन विवेक खंडेलवाल के नेतृत्व में 500 से अधिक महिलाओं को छाछ का वितरण किया गया,साथ ही कथा श्रवण करने आए श्रद्धालुओं को उपहार स्वरूप गुणवत्ता युक्त अष्ठगंध चंदन का वितरण भी किया गया।

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