शिक्षक गिरधारीलाल भावसार के सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह आयोजित


शिक्षक गिरधारीलाल भावसार गरोठ विकास खंड के खाईखेड़ा,सगोरिया,शामगढ़,ढाबला गुजर,खजूरी पंथ गांव के विद्यालय में अपनी सेवाएं दी हैं ।
इस अवसर पर विध्यालय स्टाफ तथा भारतीय स्काउट गाइड सहित छात्र-छात्राओं ने भी शिक्षक भावसार को साफा व पुष्पमाला पहनाकर विदाई दी गई ।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वल कर किया गया । सरस्वती वंदना कुमारी रितु पिता देवसुख तथा तनु पिता संजय धाकड़ ने प्रस्तुत की । स्थानीय अध्यापक धर्मेंद्र सिंह परिहार ने अपने उद्बोधन में बताया कि आपने समय-समय पर कठिन परिस्थितयों में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए सुझाव भी दिए हैं । आप हमेशा विचारों से भरे होने के साथ ही,खुद को समय के अनुसार ढाल लेते,आप और आपके कार्य हमेशा हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेगें । प्रभारी प्राचार्य प्रकाश चंद्र शर्मा ने बहुत ही भावुक होकर भावुक शब्दों में विदा हो रहे शिक्षक के बारे में कहा कि हमारे यहां आज से एक ऊर्जावान शिक्षक और कम हो गया है,जिससे उपस्थित छात्राएं भी भावुक हो गए ।
सूर्य प्रकाश जोशी,एम.एल.कारपेंटर दिलीप कुमार परसाई, अतिथि शिक्षिका नेहा शर्मा, भोलाशंकर गंगसार,श्याम सुंदर मेहर,शिवनारायण धनोलिया आदि ने अपने भाव व्यक्त करते हुए बताया कि सेवानिवृत्त शिक्षक ने विद्यालय में शिक्षा के प्रति ईमानदारी तथा पूर्ण निष्ठा से कार्य किया,सभी ने सेवानिवृत शिक्षक भावसार को उनकी दिर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की ।
अंत में शिक्षक गिरधारीलाल भावसार ने अपने आशीर्वचन में बताया कि यहां इतना स्नेह और आशीर्वाद मिला कि पता ही नहीं चला इतना समय कैसे बीत गए,यहां का स्टाफ बहुत ही ऊर्जावान है । और यहां के छात्रों में भी बहुत ही उत्साह,उर्जा,जोश,पराक्रम व स्वाभिमान है । और मैं यह मानता हूं जिसके जीवन में उक्त बातें होती है, उनका जीवन उत्सव बन जाता है । उन्होंने आगे विद्यार्थियों के लिए बताया कि घड़ी अपने नियम से चलती है,तो सभी उसका विश्वास करते हैं । यदि हम नियम से चलेंगे और समय पर अपना काम पूरा करेंगे तो निश्चित ही जीवन में सफलता मिलेगी ।
कोई भी व्यक्ति बड़े घर में पैदा होने से बड़ा नहीं बनता । बड़ा बनता है,पुरुषार्थ से मेहनत से तथा माता-पिता और गुरु के आशीर्वाद पाकर ही बड़ा बनता है । सभी को जीवन में अच्छी तरह पढ़ाई करने तथा उन्नत भविष्य की शुभकामनाएं दी ।कार्यक्रम का संचालन अध्यापक किशोर कुमार डारिया ने किया तथा आभार धर्मेन्द्रसिंह परिहार ने माना ।