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नीमच मे जहर इतना सुलभ जितना दूध भी नहीं, गरीब से लेकर संभ्रांत परिवार के बच्चे बन रहे शिकार* *राजनेता, अधिकारी और पुलिस के बच्चे भी सुरक्षित नहीं, अब भी नहीं जागे तो जिन औलादों के लिए जीवन खपा रहे हो उनका भविष्य पूरी तरह दांव पर* *चेतावनी को हल्के में मत लो नीमचवासियों इस राह का कोई यू टर्न नहीं है

नीमच

डॉ बबलु चौधरी

एक व्यक्ति अपना जीवन और जीवन भर की कमाई अपने बच्चों के भविष्य को संवारने में लगा देता है, अपनी खुशियों के पलों को अपने परिवार पर हंसते-हंसते न्यौछावार कर देता है, इतने पर भी अगर पैसों के लालची भेड़िये उसके नौनिहालों को शिकार बनाने पर आमादा हो और इस पर भी रक्षक गांधी के बंदरों की भूमिका में हो तो फिर इन नासमझों और मासूमों का आखिर कौन सहारा होगा।
नीमच नगर में पिछले कई वर्षो की तरह आज भी खुलेआम नशा रूपी जहर बिक रहा है। समय के साथ इस जहर ने कई नये रूप लिए है और उसी का नतीजा है कि आज आम आदमी को इन नशों के साधनों के बारे में कोई जानकारी ही नहीं।
आज जीवन की रक्षा करने वाला मेडिकल ही इन नशे के कारोबारियों का गढ़ बन गया है। साईकिल चोरी के मामूली मामले ने नशे के कारोबार के एक काली स्याह तस्वीर को उजागर कर दी है। पिछले दिनों भाजपा के युवा नेता रोशन वर्मा के घर से किसी ने उनके भतीजे की साईकिल चोरी कर ली थी, पड़ताल करने पर सीसीटीवी के माध्यम से चोरी करता हुआ किशोर कैमरे में कैद हो गया। जब रोशन वर्मा ने अपने तंत्र के आधार पर जॉंच की तो ना केवल आरोपी को ही पकड़ा बल्कि कई चौंकाने वाले मामले भी उजागर हुए। जिसमें नीमच के लिए नासुर बन गया अवैध नशे के कारोबार का उद्घाटन हुआ। कैमरे में आये किशोर के बारे में जानकारी जुटाने पर सामने आया कि यह अपने साथी के साथ आये दिन चोरी की वारदातें करते है और जिसके पीछे का कारण जानने पर पैरों के तले जमीन ही खिसक गयी। इन चोरियों के पीछे इनकी मंशा ऐश या अय्याशी की जिंदगी जीना नहीं बल्कि अपने शरीर में होने वाली असहनीय पीड़ा से बचना था, हजारों सूईयों की चुभन से बचना था, भरी गर्मी में भी कंपकंपाती ठंड के अहसास से बचना था। जी हॉं इन्हें सिर्फ बचना था उन अनगिनत शारिरीक और मानसिक पीड़ाओं से जिससे हर दिन इनको दो चार होना पड़ता है क्योंकि इनकी पीड़ा का कारण था नशा जब इन्हें नशा नहीं मिलता तो शरीर में ये सारी पीड़ाएं शुरू हो जाती थी।
इन मासूमों को इन यातनाओं से गुजरना पड़ तो रहा है लेकिन इसके लिए जवाबदार कौन तो छानबीन में और भी अधिक चौंकाने वाले मामले सामने आये है इन्हें नशे का आदि बनाने वाले मानवता के दुश्मन अपराधी तो थे ही लेकिन दवाओं के द्वारा मानव जीवन को बचाने वाले मेडिकल व्यवसायी भी इन्हीं अपराधियों की कतार में ख़ड़े दिख रहे हैं। इन युवाओं को नशीले इंजेक्शन का विक्रय नीमच के कई मेडिकल पर हो रहा है जिसमें आज भाजपा के युवा नेता रोशन वर्मा ने कुछ पत्रकारों के साथ मिलकर स्टिंग ऑपरेशन किया जिसके वीडियो में रिकॉर्ड हुआ कि समता चौराहे पर अरिहंत मेडिकल स्टोर पर खुलेआम नशीले इंजेक्शन का विक्रय हो रहा है और पिछले कई महीनों से नशे के आदि युवक यहॉ से इस दवा रूपी जहर को ले रहे हैं। इस मामले की गहरी पड़ताल करने पर यह सामने आया कि इस इंजेक्शन पर अधिकतर विक्रय मूल्य 23 रूपये अंकित है जबकि यह 120 रूपये में इन युवाओं को दी जा रही है, इतना ही नहीं इसके लिए संचालक द्वारा पहले से ही काली पॉलीथीन में उक्त दवा की शीशी के साथ सूई की दो सिरिंज भी डाल कर पैक बना लिये जाते थे। अरिहंत मेडिकल पर दिनभर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता था और प्रतिदिन लगभग 300 से 400 पैक का विक्रय इस मेडिकल पर हो जाता था। रोशन वर्मा की सक्रियता के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और अरिहंत मेडिकल स्टोर पर कार्यवाही की, जिसमें मेडिकल के संचालक सिद्ध कुमार जैन को नोटिस दिया गया। लेकिन बड़ा प्रश्न यह है कि क्या नशे के कारोबार को अंजाम देने वाले ऐसे सफेदपोश पर क्या वास्तव में प्रशासन का डंडा चलेगा या नियमों की आड़ में ऐसे मानवता के दुश्मन को पनाह मिल जायेगी।
मानवता के दुश्मनों के विरूद्ध रोशन वर्मा जैसे जागरूक और समर्पित नेतृत्व के साथ अजेय योद्धा की यह जंग जारी रहेगी और आगामी कड़ी में इसमें नशे के कारोबारियों की सक्रियता और पुलिस की भूमिका की पड़ताल की जायेगी।

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