समस्यामंदसौर जिलाशामगढ़

गलती पीडब्ल्यूडी अधिकारी की और भुगत रही शामगढ़ की जनता, विधायक डंग ने कार्यपालन यंत्री के साथ एसडीओ को खरी खोटी सुनाई

 

शामगढ़ : कल पीडब्ल्यूडी के जिलाधिकारी आदित्य सोनी द्वारा शामगढ़ नगर परिषद के सीएमओ एवं सफाई कर्मचारियों के साथ की गई हुज्जत अभद्रता के विरोध स्वरूप आज नगर परिषद पर तालाबंदी है वहीं सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई व्यवस्था से मुँह मोड़ लिया गया एवं जल व्यवस्था का संचालन नहीं हो पाया।

बता दे की लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री आदित्य सोनी मंदसौर से कल शामगढ़ रेस्ट हाउस पहुंचे थे। आदित्य सोनी का कहना था कि पीडब्ल्यूडी की जमीन जो नगर परिषद को बस स्टैंड हेतु मध्यप्रदेश शासन द्वारा दी गई है उसमे रास्ता वही पुराना वाला रहेगा लेकिन नगर परिषद का कहना था की रास्ता जो है वह साइड में एक तरफ रहेगा, उसके लिए बाकायदा 40 फीट का रोड भी छोड़ा गया है। उल्लेखनीय की 2013 में जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उक्त भूमि पर बस स्टैंड की आधारशिला रखने आए थे, तभी स्पष्ट हो गया था कि पीडब्ल्यूडी अंतर्गत रेस्ट हाउस का रास्ता बीच में नहीं रहेगा और साइड में एक तरफ रहेगा। बावजूद इसके आदित्य सोनी मंदसौर से एसडीओ कमल जैन के साथ बस स्टैंड पर नगर परिषद द्वारा 127 दुकानों के शॉपिंग काम्प्लेक्स निर्माण स्थल पर पहुंचे और दादागिरी दिखाते हुए मुख्य नपा अधिकारी सुरेश यादव को गाली गलोच करते हुए तू तपाडे किए और औकात में रहने की बात कही। इस दौरान नप अध्यक्ष कविता यादव के बेटे अंकित यादव भी पहुंचे। अंकित यादव ने जब आदित्य सोनी से बात करना चाही तो उल्टे आदित्य सोनी ने कहा की तुम्हारी रंगदारी यहां नहीं चलेगी विवाद बढ़ता देख सफाई कर्मचारी आगे हो गए और इस दौरान आदित्य सोनी ने एक सफाई कर्मचारी की कॉलर पकड़ी, फिर इस दौरान आदित्य सोनी के तेवर ढीले पड़े क्योंकि उनकी कुटाई की पूरी तैयारी सामने नजर आ रही थी। नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र यादव को पता चला तो वह भी निर्माण स्थल पर पहुंचे और जब रेस्ट हाउस में दोनों के बीच में संवाद हुआ तो नरेंद्र यादव ने जमकर आदित्य सोनी के साथ ही एसडीओ कमल जैन की लु उतारी अंकित यादव पर रंगदारी का आरोप लगाने वाले आदित्य सोनी को नरेंद्र यादव ने कहा कि तेरी जितनी 1 महीने की तनख्वाह है उतनी हमारे एक दिन की कमाई है। इस दौरान थाना प्रभारी उदयसिंह अलावा, एस आई कुलदीप राठौर, एसआई वैभव गहलोत मय पुलिस बल के रेस्ट हाउस पहुंचे और विवाद को शांत किया।

घटना उग्र होती उससे पहले ही क्षेत्रीय विधायक हरदिप सिंह डंग रेस्ट हाउस पहुंचे और उन्होंने मामले की जानकारी लेने के बाद आदित्य सोनी के साथ ही एसडीओ कमल जैन को खरी खोटी सुनाई और कहा की दादागिरी तुम करते हो, रंगदारी कौन कर रहा है सब नजर आ रहा है। नपा अध्यक्ष और उनके प्रतिनिधि और पार्षदगण सहित पूरा स्टॉफ दिन-रात नगर के विकास में लगे हुए हैं। पूरा नगर उनके साथ में है लेकिन आपने उनके सीएमओ के साथ भी हुज्जत की है। जमीन किसकी है यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन अभी माफी मांग कर मामले का पटाक्षेप करना होगा उसके बाद आदित्य सोनी ने अपनी गलती मानी।

लगातार आरोपों की झड़ी के बीच श्री डंग ने कमल जैन को भी इस बात के लिए लताड़ा कि आप लोकल अधिकारी हैं शामगढ़ के निवासी हैं आपको सब पता है कि विवाद कितना बड़ा है और विवाद क्यों हो रहा है लेकिन आपने अपने जिला अधिकारी को यहां बुलाकर बेवजह बखेड़ा कर दिया और शामगढ़ के नगर विकास को आयाम देने वाले नपाध्यक्ष एवं पार्षदों के साथ ही नप स्टाफ की भी छवि को खराब करने की कोशिश की है।

इधर नगर परिषद का स्टाफ मानने को तैयार नहीं था उनका कहना था कि ईट का जवाब पत्थर से दिया जावे लेकिन मुख्य नप अधिकारी सुरेश यादव ने कहा कि कानून हाथ में नहीं लेना है। पुलिस थाने चलेंगे और वहां अपनी बात रखेंगे। इधर घटनाक्रम के बाद शाम 4:00 बजे से रात 9:30 बजे तक सीएमओ सुरेश यादव एवं लगभग 40 कर्मचारी थाने पर डटे रहे लेकिन पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं की गई जिसके चलते आज शुक्रवार को विरोध स्वरूप नगर परिषद स्टाफजनों द्वारा कार्यालय पर तालाबंदी की एवं सफाई व्यवस्था एवं जल व्यवस्था से दूरी बना ली।

कल घटनाक्रम के समय नप अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेन्द्र यादव ने यह भी कहां की कमल जैन कांग्रेस का एजेंट है। यह सभी ठेकेदारों से कमीशन लेता है। इसका ट्रांसफर होता है लेकिन बार-बार यह यही गरोठ में ही आ जाता है लेकिन कमल जैन ने नरेंद्र यादव से यही कहा कि आप मुझे गलत समझ रहे हैं। हमें सिर्फ यह पता करना था कि रेस्ट हाउस का रास्ता कौन सा रहेगा उसी के लिए नप सीएमओ से संवाद करने की कोशिश की थी लेकिन मौके पर विवाद की स्थिति बन गई। इधर नपा अध्यक्ष कविता यादव ने भी एक पत्र मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम प्रेषित किया जिसमें आदित्य सोनी के आचरण और कमल जैन की कार्यशेली को संज्ञान में लाया जाकर दोनों को जिले से बाहर स्थानांतरित किए जाने की मांग की गई।

इधर गुरुवार शाम को आदित्य सोनी ने भी पुलिस थाने में आवेदन दिया था जिसमें शासकीय कार्य में बाधा का आरोप लगाते हुए मारपीट करने की धाराओं में कार्रवाई करने की मांग की गई। अब विचारणीय है कि जब नगर परिषद द्वारा नियम पूर्वक शॉपिंग काम्पलेक्स का निर्माण किया जा रहा है उस कार्य में बाधा डालने आदित्य सोनी खुद पहुंचे और अब कह रहे हैं की नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं सीएमओ सहित सफाई कर्मचारियों पर शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज किया जावे। इधर मंदसौर के मीडिया जगत में खुशी की लहर है और अट्ठाहसीं चर्चाए हैं कि कौवा चला हंस की चाल.. लेकिन अपनी चाल भूल बैठा।

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