यम द्वितीया के दिन भाई बहन से टीका लगाकर बहन के हाथों से बना भोजन करता उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता – श्यामा दीदी

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इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी श्यामा दीदी ने भाईदूज का महत्व को बताते हुए कहा कि इस दिन बहनें अपने भाइयों के मस्तक पर तिलक लगाकर उनकी सुख-समृद्धि और दीर्घायु की कामना करती है। भाई दूज के बारे में बताया गया है कि कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन यमुना ने अपने घर में पूजन करके भाई यम यानी यमराज का सत्कार किया था और अपने हाथों से भोजन बनाकर भाई को भोजन करवाया था। भाई दूज के अवसर पर यमराज ने अपनी बहन यमुना को वरदान दिया था कि जो भी भाई यम द्वितीया के दिन अपनी बहन से टीका लगवाएगा और बहन के हाथों से बना भोजन करेगा उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा। ऐसी मान्यता है आज के दिन जो भाई-बहन मथुरा में यमुनाजी के विश्राम घाट पर स्नान करते हैं, उन्हें अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है।
समारोह में सभी भाईयों को तिलक लगाकर बाबा का वरदान का कार्ड प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन गौरव जैन एवं आभार बहिन प्रीति द्वारा व्यक्त किया गया।