आध्यात्मनीमचमध्यप्रदेश

मेडिटेशन से वाणी में मधुरता, कर्मों में श्रेष्‍ठता और स्वभाव में सरलता आती है

कलेक्‍टोरेट के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए तनाव मुक्ति कार्यशाला सम्‍पन्‍न
नीमच -‘‘ हम अपने घर, कार्यक्षैत्र और शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सबव्यवस्थाओं का अनुकुलन या कंडीशनिंग करते हैं, किन्तु हम अपने मन की कंडीशनिंग का बिल्कुल भी ध्याननहीं रखते और ध्यान अर्थात मेडिटेशन हमें यही सरल विधि सिखाता है, कि हम अपने मन और बुद्धि कोतनाव मुक्त कैसे रखें..’’ उपरोक्‍त विचार तनाव मुक्ति विशेषज्ञा राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी श्रुति बहन ने जिलाकलेक्टर कार्यालय के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए आयोजित मेडिटेशन एवं तनाव मुक्तिकार्यशाला को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। यह कार्यशाला जिला कलेक्टर श्री दिनेश जैन एवं एडिशनलकलेक्टर सुश्री नेहा मीना के विशेष प्रयासों से ब्रह्माकुमारी संस्थान के सहयोग से रखी गई थी।कार्यशाला मे विशेष रूप से तनाव मुक्ति के लिए शारीरिक व भौतिक कार्यकलापों के साथ आध्यात्म कोजोड़ने की श्रुति बहन ने सलाह दी और बताया, कि हमें अपने जीवन के बीते दुखद पलों को भूलकर अपने मनकी कंडीशनिंग करनी होगी, जिससे वाणी में मधुरता, कर्मों में श्रैष्ठता और स्वभाव में सरलता आ जाती है ।हमें अपने अन्तर्मन की आंतरिक यात्रा भी करनी होगी, जिसके लिए राजयोग मेडिटेशन अत्यन्त लाभदायक वसहायक है ।
कार्यक्रम के दूसरे दौर में ब्रह्माकुमारी संस्थान की सबझोन संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारीसविता दीदी ने बताया कि ‘‘ संकल्प और विचार ही हमें तनाव में लाते हैं और इन्हीं के द्वारा हम तनावमुक्त भी हो सक्ते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को चार प्रकार के विचारों से गुजरना पड़ता है- सकारात्मक, नकारात्मक,व्यर्थ और दैनिक दिनचर्या के विचार मेडिटेशन इन सबको संतुलित बनाकर सकारात्मकता की दिशा में मोड़देता है। हम खुद को नहीं देखते और दूसरों को देखकर ही तुलना करते हैं तभी तनाव उत्तपन्‍न होता है। ’’सविता दीदी ने दो एक्टीविटी गेम भी करवाऐ, जिसमें पहलें में कहा गया कि आप जहाँ बैठें हैं, वहां चारों औरदेखें कि उसमें क्या-क्या आपको दिखाई दे रहा है। सभी ने उस विशाल कक्ष में रखी गई। विभिन्‍न चीजों याअन्य बातों का विवरण दिया तब सविता दीदी ने बताया, कि उस कक्ष में आप खुद भी थे। किन्तु आपने खुदको नहीं देखा। दूसरे गेम में सभी से कहा गया कि अपने समीपस्थ की बंद मुठ्‌ठी को खोलें तो सभी नेविभिन्न प्रयासों से जोर लगाकर मुठ्ठी खोलने का प्रयास किया तब सविता दीदी ने बताया कि यदि आपविनम्र भाव से अपने समीपस्थ व्यक्ति से कह देते कि कृपया अपनी मुठ्ठी खोल दे तो मुठ्‌ठी सहज खुलजाती, कहने का भाव यह कि हम अपने आस पास की सरल और सूक्ष्म बातों को सही ढंग से व्यवहार में नलाकर तनाव को आमंत्रित करते हैं। तत्‌पश्‍चात सविता दीदी ने शक्तिशाली संकल्पों की कॉमेन्ट्री देकर 15मिनिट मेडिटेशन करवाकर गहन शांति की अनुभूति करवाई ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला कलेक्टर श्री दिनेश जैन एवं एडीएम सुश्री नेहा मीना ने तुलसी का पौधाप्रदान कर, ब्रह्माकुमारी बहनों का स्वागत किया तथा स्वागत भाषण भी दिया। जिसमें मिले जुले रूप मेंअधिकारी द्वय ने बताया, कि कलेक्टर कार्यालय का हमारा ये पूरा एक परिवार है। हम मिलजुल कर, दायित्वनिभाते हैं तथा मानसिक तनाव कार्यक्षमता में कमी का एक बहुत बड़ा कारण है, इसीलिए यह कार्यशालाआयोजित की गई है। इस अवसर संयुक्त कलेक्टर सुश्री प्रीती संघवी, डिप्टी कलेक्टर सुश्री किरण आंजनासहित कलेक्‍टर कार्यालय के अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे। सभी ने ब्रह्माकुमारी बहनों का आभारप्रदर्शित कर ग्रुप फोटो भी खिंचवाया।

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