प्रत्येक जीव में ईश्वर का अंश होता है – संत श्री ज्ञानानंदजी महाराज

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केशव सत्संग भवन में चल रहे है चार्तुमासिक प्रवचन
मन्दसौर। श्री केशव सत्संग भवन खानपुरा में चातुर्मास हेतु ज्ञानानंदजी महाराज हरिद्वार विराजित है। संतश्री द्वारा केशव सत्संग भवन में श्रीमद भागवत कथा के एकादश स्कंद का वाचन किया जा रहा है।
मंगलवार को धर्म सभा में संतश्री ज्ञानानंदजी महाराज ने कहा कि सब लोग कहते है यह जीव मेरा है इसमें मेरे पिता का अंश है लेकिन यह सब सांसारिक बाते है हकीकत में यह जीव शरीर सब ईश्वर के है, हमारा कुछ नही होता है। आपने बताया कि प्रत्येक मनुष्य को जन्म और मृत्यु को समझना चाहिए। जो इसे समझ जायेगे जीवन में कभी पाप या अधर्म नहीं करेगा।
आपने कहा कि जो अपने आप को परमात्मा पर न्यौछावर कर देता है उसके सभी पाप स्वतः ही नष्ट हो जाते है। लेकिन भगवान से दूर होकर व्यक्ति अपने पापों के लिए कितना भी प्रायश्चित कर लें वह कभी निष्पाप नहीं हो सकता है। एकबार अपने मन को प्रभु भक्ति में लगाओं फिर देखों आपके नष्ट हो जायेगे और सारे काम बनने लगेंगे। आपने बताया कि भगवान के नाम और उनकी आराधना में अपार शक्ति होती है। इसलिए हमें सदैव प्रभु भक्ति में लीन रहना चाहिए।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर हुई विशेष आरती
19 सितम्बर को दस दिवसीय गणेशोत्सव के प्रथम दिवस गणेश चतुर्थी पर विशेष आरती का आयोजन हुआ। आरती सभी भक्तों ने की। इस अवसर पर केशव सत्संग भवन में प्रतिदिन आने वाले भक्त जगदीशप्रकाश गर्ग द्वारा 7 कुर्सियां भी ट्रस्ट मंडल को भेंट की।
इस अवसर पर केशव सत्संग भवन के अध्यक्ष जगदीशचंद्र सेठिया, सचिव कारूलाल सोनी, मदनलाल गेहलोत, प्रहलाद काबरा, प्रवीण देवडा, इंजि आर सी पाण्डेय, पं शंकरलाल त्रिवेदी, पं शिवनारायण शर्मा, राव विजयसिंह, घनश्याम भावसार, शिवशंकर सोनी सहित बडी संख्या में महिलाएं पुरूष उपस्थित थे।