एक साल बिहार बदहाल,महागठबंधन सरकार के एक साल, बिहार का हुआ खस्ता हाल:– प्रेम कुमार
एक साल बिहार बदहाल,महागठबंधन सरकार के एक साल, बिहार का हुआ खस्ता हाल:– प्रेम कुमार
औरंगाबाद बिहार से धर्मेन्द्र गुप्ता
शनिवार को औरंगाबाद सर्किट हाउस दानी बीघा में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह विधायक डॉ. प्रेम कुमार प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि
बिहार में बढ़ते अपराधिक घटनाओं की वास्तविकता पर चर्चा करते हुए कहा कि दिन प्रतिदिन जंगलराज की तरह बिहार में तेजी से अपराध बढ़ रहे हैं।
बिहार में महागठबंधन सरकार के एक साल पूरे हो गए है उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को जब देश अगस्त क्रांति की वर्षगांठ मना रहा है, तब बिहार जनादेश से विश्वासघात की पहली बरसी मना रहा था ।
उन्होंने कहा कि इस एक वर्ष में बिहार का विकास ठप हुआ और हत्या-बलात्कार, बैंक लूट की घटनाओं में तेजी लाकर कानून-व्यवस्था चौपट की गई. बिहार में कानून और राज का भय समाप्त हो चुका है पिछले एक साल में 3041 हत्याएं हुई है। महागठबंधन सरकार ने बिहार का कानून बदलकर करीब 27 अपराधियों को जेल से बेइज्जत भरी किया।
और उन्होंने कहा कि करीब 1700 करोड़ की लागत से निर्मित सुल्तानगंज अगुवानी घाट पर बना पुल भ्रष्टाचार की भेट चढ गयी । बता दे की ये पुल नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है ऐसी घटनाएं पिछले 1 वर्ष में घटित हुई है जो व्यापक भ्रष्टाचार का घोतक है।
प्रेम कुमार ने आगे कहा कि जो लोग कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे थे, उन्होंने कैबिनेट की 100 से ज्यादा बैठकों के बाद सौ लोगों को भी नौकरी नहीं दी.
कहा कि महागठबंधन सरकार बनवा कर नीतीश कुमार ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार, अपराध और वोट बैंक की राजनीति (साम्प्रदायिकता) से समझौता किया, जिससे पिछला एक साल जंगलराज-रिटर्न जैसा रहा. और कहा कि भ्रष्टाचार से समझौता करने के कारण मुख्यमंत्री ने नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोप-पत्र दायर होने के बावजूद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से न बिंदुवार जवाब मांगा, न उनसे इस्तीफा लिया.
उन्होंने कहा, वोटबैंक की राजनीति के चलते बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी की शोभायात्राओं पर हमले करने वालों को बचाया गया, जबकि भाजपा के पूर्व विधायक को फर्जी आरोप लगाकर जेल भेजा गया. और कहा कि लालू राज की वापसी के भय से बिहार में एक साल के दौरान कोई भी बड़ा निवेशक नहीं आया. नीतीश सरकार की पुलिस शिक्षकों और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर तो लाठी भांजती रही, कटिहार में बिजली को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ पर महागठबंधन के सरकार ने पुलिसिया जुल्म की इंतहा कर दी , भीड़ पर सीधे फायरिंग कर दो लोगों की हत्या कर दी ।जबकि बालू-शराब माफिया के हाथों जगह-जगह मार खाती रही. गृह मंत्री भी नीतीश कुमार हैं, लेकिन वे अपनी जिम्मेदारी नहीं लेते.
बिहार में महागठबंधन की सरकार में परीक्षा पेपर का लीक होना आम बात है। पिछले 1 वर्ष में बीएसएससी, बीपीएससी और बिहार दरोगा के परीक्षाओं का पेपर लीक हुआ। बिहार के लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया।
हमने अपने कार्यकाल में बिहार में उद्योग लगाने के लिए अनेकों कार्य किये ।
पूर्व मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के पलटी मारने से जनता ने बहुत-कुछ झेला, लेकिन 2024 के संसदीय चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद बिहार को नीतीश-लालू राज से अवश्य मुक्ति मिलेगी।
इस प्रेस वार्ता में
जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा,प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह,महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष नीलम चन्द्रवंशी,किसान मोर्चा प्रदेश मंत्री रणविजय रौशन,प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव रंजन सिंह,जिला प्रभारी सुरेश शर्मा,प्रदेश कार्य समिति सदस्य पुरषोत्तम सिंह,जिला महामंत्री मुकेश सिंह,संजय गुप्ता,जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह,जिला मीडिया प्रभारी मितेन्द्र कुमार सिंह,जिला प्रवक्ता दिपक सिंह,युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह वसु,पिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष बिनोद चन्द्रवंशी,वार्ड पार्षद सुधीर सिंह चन्द्रवंशी,जिला उपाध्यक्ष आशुतोष मोनू,जिला मंत्री दिपक सिंह,बब्लू,सतीश उर्फ मोनू,जिला मीडिया प्रभारी लवकुश कुमार,लिगल सेल रौशन सिंह,जिला कोषाध्यक्ष विक्की सिंह एवं भाजपा कार्यकर्ता लोग उपस्थित रहे।