क्या खुलते बाजार में होंगी वकील संजय शाह के अवैध निर्माण पर ठोस कार्रवाई बुलडोजर से जनता पूछ रही है…?
नियमों को ताक में रखकर बनाएं जा रहें रिसोर्ट पर नगर सरकार का कब चलेगा बुलडोजर….?
✍️ राजेन्द्र देवड़ा
आलोट -नगर में अवैध निर्माणों पर नियमों का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा है। नगर परिषद के जवाबदार शिकायतो के बाद भी अपनी आंखें मूंद कर बैठे रहते हैं। इसका कारण यह है कि वर्षो से जमें मठाधीश है। नगर में बिना निर्माण अनुमति तथा टीएनसीपी विभाग के महल भवन रिसोर्ट और आलीशान ताबुत खड़े हो रहे हैं। जब इन अवैध बिना निर्माण अनुमतियों से बन रहे निर्माणो कि शिकायते होती तब कहीं नगर अल्प समय के लिए अपनी आंखें खोलती और फिर शुरू होता है नोटिस नोटिस का खेल फिर कंपाउंडिंग निर्माण अनुमतियां मिल जाती है कोई जुर्माना नहीं कोई ऐक्शन नहीं सिर्फ कंपाउंडिंग निर्माण अनुमतियों पर गोर निर्माणकर्ता द्वारा नियमों को ताक में रखकर बिना अनुमति के निर्माण कर लिया जाता है। नगर में दर्जनों अवैध निर्माण चल रहे अधिकतर लोग ने बिना निर्माण अनुमति तथा टीएनसीपी के बिना ही बना लिये इसका मुख्य कारण यह है कि नगर परिषद इन आलीशान महलों तथा भवनों दुकानों रिसोर्ट कों नजरंदाज करतीं रही है। पूरा निर्माण होने के बाद कंपाउंडिंग निर्माण अनुमतियां दी जाती रही है कोई जुर्माना नहीं….? मजेदार बात यह है कि नगर परिषद में बैठे नुमाइंदों को यह भी पता नहीं है कि नगर में कहां कहां अवैध निर्माण और अवैध काॅलोनियों कांटी गई जो नियम कायदों को ताक पर रखकर बिना अनुमतियों के हर कोई व्यक्ति छोटी-छोटी काॅलोनी कांट कर उसमें कच्ची सड़क बनाकर बिना किसी अनुमतियों तथा बिना टीएनसीपी के तथा बिना काॅलोनाइजर लाइसेंस के छोटे-छोटे भू खण्ड बेंच नगर की जनता को टोपी पहना रहे हैं। नगर में कांटी गई काॅलोनियों का नगर परिषद को पता तथा भान नहीं है हर कोई जहां मर्जी पड़ी वहां कच्ची सड़क बनाकर भू खण्ड बेंच कर रफूचक्कर हों गया है।
रामसिंह दरबार रोड़ कन्या छात्रावास एवं ओस्तवाल पेट्रोल पंप के समीप संजय शाह नामक व्यक्ति द्वारा बिना निर्माण अनुमति लिये बिना डायवर्सन के आधार पर व्यावसायिक रिसोर्ट दुकानों का निर्माण बिना किसी रोक टोक के कर लिया गया है इतने बड़े निर्माण को अनदेखा करना समझ से परे है। जब इसकी शिकायत कि गई तब भी नगर परिषद ने कोई कार्रवाई नहीं करतें हुए नोटिस नोटिस का खेल जारी रखा अब नगर परिषद अवैध रिसोर्ट कर्ता से कपटसंधी कर पिछले दरवाजे से दूसरा रास्ता बताकर कंपाउंडिंग निर्माण अनुमति देने में लगीं हैं। जबकि रिसोर्ट कर्ता संजय शाह द्वारा डायवर्सन को ही निर्माण अनुमति मानकर उसी के आधार अपना पूरा निर्माण कर चुका है। जब इसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी उपखण्ड आलोट में होने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने गंभीरता से लेते हुए अपने पत्र क्रमांक/ 2078/ रीडर-1/2025 कों नगर परिषद को पत्र लिखकर तथा प्रतिवेदन मांगा इसके बाद भी नगर परिषद के कारिंदों के माथे पर पसीना नहीं बहा तथा रिसोर्ट कर्ता अपना काम दिन रात करता रहा।
बिना अनुमति डायवर्सन को आधार मानकर बनाए गए व्यावसायिक रिसोर्ट तथा दुकानों को तोड़ने कि कार्रवाई क्यों नहीं हुई….? इस अवैध रिसोर्ट निर्माण कों नेस्तनाबूद नहीं करने से भविष्य में कोई घटना होने की अंदेशा बना हुआ है इसके आसपास कन्या छात्रावास एवं पेट्रोल पंप संचालित हो रहे हैं।



