समाचार मंदसौर मध्य प्रदेश से 28 जून 2023
प्रांतीय अवार्ड सेरेमनी में लायंस क्लब मंदसौर गोल्ड को मिले सर्वाधिक 15 अवॉर्ड
उत्कृष्ट अवार्ड में लॉयन दिनेश बाबानी, सुरेश सोमानी, विजय पलोड़ हुए सम्मानित
कार्यक्रम में प्रांत के अध्यक्षों में से सर्वश्रेष्ठ अध्यक्ष का सर्वाेच्च अवार्ड लायंस गोल्ड मंदसौर अध्यक्ष दिनेश बाबानी, सुरेश सोमानी को एक्सीलेंस जी एम टी कॉर्डिनेटर, विजय पलोड़ को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय अध्यक्ष के साथ ही क्लब में उत्कृष्ट कार्य हेतु रितेश गर्ग, सुदीप दास, संजय पारिख, मनोज सेवानी, दीपेश परीख, रितेश पारिख को सम्मानित किया गया। साथ ही उत्कृष्ट सेवा कार्यों हेतु क्लब एवं पदाधिकारियों को कुल 15 अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। जिनमें प्रमुख मल्टी स्पेशलिस्ट मेडिकल कैंप, फूड फॉर हंगर, सर्वाधिक नेत्र शिविर, डेंगू उन्मूलन जागरण रैली 25 प्रतिशत सदस्यता वृद्धि आदि शामिल है।
कार्यक्रम प्रांतपाल दिलीप तोषनीवाल की अध्यक्षता, इंटरनेशनल डायरेक्टर वीके लाडिया के मुख्य आतिथ्य सहित प्रांत के पूर्व प्रांतपालों के आतिथ्य में आयोजित हुआ। इस अवसर पर लायंस क्लब मंदसौर गोल्ड का 22 सदस्य प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ जिनमें राजकुमार नागर, प्रतीक शर्मा, आशीष अग्रवाल, लोकेंद्र कुमावत, हंसा नागर, खुशबू गर्ग, सीमी पारिक, लक्ष्मी सेवानी, सुमित्रा पलोड़, किरण सोमानी अंजली शर्मा, रिया पारिख आदि उपस्थित रहे।
संजय पारिख
डॉ. देवेन्द्र पुराणिक
वीर मातादीन अम्बेडकर सेना के संस्थापक विनोद खेरालिया ने बताया कि नपाध्यक्ष व सीएमएचओ को दिये ज्ञापन में कहा किसन् 1857 की क्रांति के प्रथम सूत्रधार देश को आजादी दिलाने में अपने प्राणों को देश के लिए न्योछावर करने वाले वीर मातादीन मेहतर की मूर्ति मंदसौर शहर के किसी चोराहे पर लगना चाहिए जिससे वाल्मीकि समाज के लोगों को भी नई दिशा मिल सके हमारी आने वाली पीढ़ी भी उनके बलिदान के बारे में जान सके। इसलिए मातादीन अम्बेडकर सेना द्वारा इस मांग पत्र के माध्यम से शासन प्रशासन से यह मांग करती हैं कि अतिशीघ्र मंदसौर शहर के किसी चौराहे पर वीर मातादीन मेहतर की प्रतिमा लगाई जावे।
ज्ञापन देते समय संस्थापक विनोद खेरालिया, जिला संरक्षक मंगल कोटियाना, जिलाध्यक्ष थानसिंह घावरी, जिला उपाध्यक्ष मनोहर फतरोड़, दीपक दलोर, कोषाध्यक्ष अजय चनाल, सचिव रवि डागर, महामंत्री विनोद छापरी, संगठन मंत्री भेरूलाल बारवासिया, सतीश खेरालिया, मुकेश राठौर, शक्ति डागर, ललित कोदली, राहुल डागरे आदि उपस्थित थे। उक्त जानकारी जिलाध्यक्ष धानसिंह घावरी ने दी।
थानसिंह घावरी
क्षेत्रीय विधायक श्री सिसोदिया व नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर के आतिथ्य में कार्यक्रम संपन्न
मन्दसौर। मालवी गुजराती प्रजापति समाज विकास समिति जिला मंदसौर के तत्वाधान में समाज की श्रेष्ठ प्रतिभाओं का पं. मदनलाल जोशी सभागृह (संजय गांधी उद्यान) में सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में क्षेत्रीय विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया तथा विशेष अतिथि के रूप में नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर उपस्थित रहे। अध्यक्षता मालवी गुजराती प्रजापति समाज विकास समिति जिला मंदसौर के अध्यक्ष श्री कारुलाल (नागोरे) प्रजापति ने की। साथ ही अतिथि के रूप में श्री दिलीप प्रजापति शामगढ़, डॉ.अवधेश कुमार भाटी मेडिकल कॉलेज रतलाम, श्री बापुलाल प्रजापति बड़वन, केरियर मार्गदर्शक के रुप में श्री श्यामलाल प्रजापति कोचिंग संचालक रतलाम के अलावा छात्र छात्राओं को आशीर्वाद देने के लिए विशेष रूप से समाज के संत श्री राम नारायण मिश्रौली धाम उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कक्षा 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर के साथ ही शासकीय सेवा में चयनित छात्रों के अलावा शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले समाजजन तथा समाज के वर्तमान में सरपंच पद पर निर्वाचित होने वाले समाज के गौरव तथा समाज के प्रतिभावान शिक्षकों का सम्मान भी किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री सिसोदिया ने शासन स्तर पर चल रही योजनाओं की जानकारी देते हुए सभी छात्र /छात्राओं को बधाई प्रेषित की। नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने शिक्षा के क्षेत्र में हर संभव मदद देने की आश्वासन दिया। मार्गदर्शन के रूप में श्री श्यामलाल प्रजापति, डॉ अवधेश भाटी अस्थि रोग विशेषज्ञ, श्री दिलीप प्रजापति शामगढ़ संत श्री रामनारायण मिश्रौली धाम ने भी बच्चों को बधाई प्रेषित की तथा मन लगाकर आगे और अच्छी सफलता प्राप्त करने की कामना की।
इस अवसर पर मदन नागोरी मंदसौर, दिनेश पटवारी, राधेश्याम मुंदेड़ी, मूलचंद रेवासदेवड़ा, कमलेश मंदसौर, ओमप्रकाश मनासा, डॉ. अम्बालाल रेवास, ओमप्रकाश मल्हारगढ़, बाबूलाल अरनियादेव, मदनलाल कनघट्टी, बगदीराम रीछालालमुहां, राजेश मल्हारगढ़, विजय गरोड़ा, लक्ष्मीनारायण मंदसौर, ईश्वर सावन, कन्हैयालाल देहरी, प्रेमचन्द गर्रावद, कंवरलाल वाग्या, कंवरलाल राकोदा, दिलीप पानपुर, धन्नालाल तितरोद, मुरली पानपुर, गिरधारीलाल उज्जैन, कांतिलाल रतलाम, रामनारायण रामपुरा, पूरनमल सावन, राजेश नीमच एवं बड़ी संख्या में समाजजन छात्र-छात्राओं के साथ-साथ उनके माता-पिता भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन सुंदरलाल प्रजापति (अध्यापक) फतेहगढ़ ने किया तथा आभार मीडिया प्रभारी श्री भूपेंद्र प्रजापति ने माना।
मदन नागोरी
मंदसौर। प्रगतिशील लेखक संघ के संस्थापकों में से एक विख्यात लेखक प्रेमचंद की जयंती के उपलक्ष्य में हरिशंकर परसाई को याद किया जाएगा। इस आशय का निर्णय प्रलेसं इकाई की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता हरनाम सिंह ने की।
इकाई सचिव दिनेश बसेर ने बताया कि 31 जुलाई को स्थानीय शिक्षण संस्था में परसाई एवं प्रेमचंद की पूर्व निर्धारित कहानियों पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी भाग ले सकेंगे। बैठक में जबलपुर में संगठन के 18 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में भागीदारी को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर राज्य सचिव मंडल के सदस्य असअद अंसारी, कोषाध्यक्ष एम यू अंसारी, वरिष्ठ सदस्य कीर्ति नारायण कश्यप, हूर बानो सैफी,हेमंत कच्छावा, लोकेश विश्वकर्मा, अदिति ने भी अपने विचार रखें।
दिनेश बसेर
सचिव प्रलेसं मंदसौर
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा को दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सक्सेना, प्राचार्य डाइट देवास ने अपने उद्बोधन में विदाई लेने वाले छात्राध्यापकों को आह्वान किया कि आप शिक्षक के रूप में भविष्य के राष्ट्र निर्माता है। आप हमेशा अध्ययन और चिंतनशील रहकर अपने शिक्षकत्व को जीवित रखना होगा, तभी एक सफल शिक्षक के रूप में सच्चे अर्थों में समाज एवं राष्ट्र की सेवा कर पाएंगे।
विशेष अतिथि डॉ. बालेन्द्र श्रीवास्तव, प्राचार्य डाइट शाजापुर ने कहा कि वर्तमान के हर शिक्षक को समय के साथ अपडेट रहना होगा, अन्यथा समय आपको आउटडेट कर देगा। डॉ. नरेन्द्र कुमार गुप्ता, प्राचार्य डाइट पिपलौदा ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के युग में विद्यार्थियों का प्राप्तांक प्रतिशत ऊँचाईयों की ओर बढ़ता जा रहा है, परन्तु संस्कारों का ग्राफ गिरता जा रहा है। भावी शिक्षकों के लिए संस्कारवान भावी पीढ़ी का निर्माण करना चुनौती है, इसे स्वीकारना होगा और अपनी सम्पूर्ण क्षमता से कार्य करना होगा।
डाइट प्राचार्य डॉ. प्रमोद कुमार सेठिया ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष के दौरान जिले में नवाचार एवं विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों को विस्तार से बताया। जिले के नवाचारी शिक्षकों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अलका अग्रवाल, व्याख्याता ने किया। एवं आभार प्रदर्शन करते हुए वरिष्ठ व्याख्याता श्री प्रदीप पंजाबी ने छात्राध्यापकों को एक ऐसी पूंजी बताया, जो जीवन के अंतिम क्षण तक राष्ट्र एवं समाज को लाभांश देती रहेगी।
प्रदेशव्यापी रोजगार दिवस का आयोजन 30 जून को
मंदसौर 27 जून 23/ कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा बताया गया कि प्रदेशव्यापी रोजगार दिवस का आयोजन 30 जनू 2023 को किया जाएगा। रोजगार दिवस का आयोजन कुशाभाऊ ठाकरे ऑडीटोरियम हॉल मंदसौर में प्रात: 11 बजे आयोजित किया जाएगा।
========================
जनसुनवाईं में आज 56 आवेदन आयें
मंदसौर 27 जून 23/ प्रति मंगलवार की तरह जिला कलेक्ट्रेट (सुशासन भवन) में साप्ताहिक जनुसनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जिले भर से आए 56 आवेदकों की समस्याएं सुनी। जनसुनवाई में आवेदकों ने अपनी समस्या/ शिकायत/ मांग/ आर्थिक सहायता संबंधी आवेदन दिये। जनसुनवाई में दौरान वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी आवेदकों से आवेदन पत्र प्राप्त कर उन पर समुचित कार्यवाही के लिये विभाग प्रमुखों की ओर प्रेषित किया। जनसुनवाई में बीपीएल सूची में नाम जुडवाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास मंजूर करने, निजी भूमि पर अवैध अतिक्रमण, भूमि विवाद, बीमारी सहायता, आपसी विवाद, शिक्षा ऋण दिलाने, सामुदायिक सुविधा घर (कम्युनिटी टायलेट) बनवाने आदि विषयों के आवेदन प्राप्त हुये। जिनके निवारण हेतु संबंधित विभागाधिकारियों को निर्देश दिये ।
========================
मुख्यमंत्री मछुआ समृद्धि योजना अंतर्गत आवेदन 15 जुलाई तक करें
मंदसौर 27 जून 23/ सहायक संचालक मत्स्योद्योग श्री एस.के. महाजन द्वारा बताया गया कि मछुआ कल्याण एवं कृषि विकास विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा मत्स्य कृषकों के लिए मुख्यमंत्री मछुआ समृद्धि योजना के अंतर्गत जिले में स्मार्टफिश पार्लर की स्थापना की जाएगी। स्मार्ट फिश पार्लर के माध्यम से उपभोक्ताओं को ताजी एवं हाइजेनिक कंडीशन में मछली उपलब्ध कराई जाएगी।
जिले में मुख्यमंत्री मछुआ समृद्धि योजना के अंतर्गत जारी वित्तीय वर्ष में चार स्मार्ट फिश पार्लर की स्थापना की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत जिले के अनुसूचित जनजाति 1, अनुसूचित जाति के 1 और सामान्य वर्ग के 2 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। जिले के पात्र इच्छुक हितग्राही आगामी 15 जुलाई को शाम 5 बजे तक आवेदन सहायक संचालक मत्स्योद्योग कार्यालय में जमा करा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत प्रति स्मार्ट फिश पार्लर की स्थापना के लिए 5 लाख रुपये की राशि का प्रावधान। जिसमें से चयनित हितग्राही को इकाई लागत की 10 प्रतिशत राशि 50 हजार रूपये अंशदान के रूप में संबंधित ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद या नगर पालिका निगम में जमा करना होगी। इसके अतिरिक्त झींगा पालन एवं ग्रामीण तालाबों में मत्स्य बीज संवर्धन / उत्पादन हेतु इच्छुक हितग्राही अपना आवेदन कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए मत्स्योद्योग विभाग में संपर्क कर सकते हैं।
========================
राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम 30 जून को खरगोन में
मंदसौर 27 जून 23/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में खरगोन में 30 जून को महिला सम्मेलन और राज्य स्तरीय रोजगार दिवस होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आगर-मालवा, राजगढ़, छतरपुर एवं सीधी जिले के हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद भी करेंगे। कार्यक्रम का सोशल, इलेक्ट्रानिक और डिजिटल मीडिया से सीधा प्रसारण होगा।
सचिव एमएसएमई श्री पी. नरहरि ने बताया कि जिला मुख्यालयों में कलेक्टर के नेतृत्व में जिला स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रम में विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं में लाभान्वित हितग्राहियों, उद्योग संघ के पदाधिकारियों और जन-प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जायेगा। मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा और जिला स्तरीय कार्यक्रम में जन प्रतिनिधियों द्वारा स्व-रोजगार योजनाओं के हितग्राहियों को स्वीकृति वितरण पत्र दिलवाये जायेंगे।
========================
डेढ़ दशक में जन-सहयोग से विकसित राज्य के रूप में उभरा मध्यप्रदेशमंदसौर 27 जून 23/ देश के हृदय स्थल मध्यप्रदेश ने पिछले डेढ़ दशक में विकास के नये आयाम स्थापित कर विकसित राज्य की पहचान बना ली है। मध्यप्रदेश की सुशासन और विकास रिपोर्ट-2022 के अनुसार राज्य में आए बदलाव से मध्यप्रदेश बीमारू से विकसित प्रदेशों की पंक्ति में उदाहरण बन कर खड़ा हुआ है। इस महती उपलब्धि में प्रदेश में जन-भागीदारी से विकास के मॉडल ने अहम भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में केन्द्र और राज्य की डबल इंजन सरकार ने मध्यप्रदेश को अन्य राज्यों के लिये अनुकरणीय बना दिया है। इस अरसे में सड़क, बिजली, पानी, कृषि, पर्यटन, जल-संवर्धन, सिंचाई, निवेश, स्व-रोजगार और अधो-संरचना विकास के साथ उन सभी पहलुओं पर सुविचारित एवं सर्वांगीण विकास की नवीन गाथा लिखी गई जो जन-कल्याण के साथ विकास के लिये जरूरी हैं।
बेहतर वित्तीय प्रबंधन और चौतरफा विकास से आज प्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत है, जो देश में सर्वाधिक है। देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश 4.6 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। सकल घरेलू उत्पाद में बीते दशक में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर निरंतर बढ़ रही है। वर्ष 2001-02 में 4.43 प्रतिशत की दर आज बढ़ कर 16.43 प्रतिशत हो गई है प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 71 हजार 594 करोड़ रूपये से बढ़ कर 13 लाख 22 हजार 821 रूपये हो गया है। वर्ष 2001-02 में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार 718 रूपये थी, जो वर्ष 2022-23 में बढ़ कर एक लाख 40 हजार 583 रूपये हो गई है। राज्य की जीएसडीपी की वृद्धि दर विगत एक दशक में राष्ट्रीय जीडीपी वृद्धि दर से अधिक रही है। विकास प्रक्रिया में अधो-संरचना के महत्व के मद्देनजर मध्यप्रदेश में निरंतर अधो-संरचना विकास हो रहा है। अधो-संरचना बजट जो वर्ष 2002-03 में 3873 करोड़ रूपए था, वह वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 56 हजार 256 करोड़ रुपए हो गया है। एक समय था जब बिजली आती कम थी और जाती ज्यादा थी। आज प्रदेश बिजली क्षेत्र में आत्म-निर्भर है और 24 घंटे बिजली की उपलब्धता है। वर्ष 2003 में ऊर्जा क्षमता 5173 मेगावाट थी, जो बढ़ कर 28 हजार मेगावाट हो गई है।
नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश अग्रणी है। ओंकारेश्वर में लगभग 3500 करोड़ के निवेश से 600 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर सोलर पॉवर प्लांट का कार्य प्रारंभ हो गया है। किसानों के खेतों में 50 हजार सोलर पंपों की स्थापना का लक्ष्य है। विश्वधरोहर साँची बहुत जल्द सोलर सिटी के रूप में विकसित होकर देश में अपनी अलग पहचान बनायेगा। अच्छी सड़कें विकास की धुरी होती है। एक समय था, तब यह पता ही नहीं चलता था कि सड़क में गड्डे हैं या गड्डे में सड़क है। अब गाँव-गाँव, शहर-शहर अच्छी गुणवत्तायुक्त सड़कों का जाल बिछाया गया हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2001-02 में 44 हजार किलोमीटर सड़कें थी, अब 4 लाख 10 हजार किलोमीटर सड़कें बन गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना में लगभग 1500 किलोमीटर लंबाई के 40 हजार करोड़ की लागत के 35 कार्य स्वीकृत हैं। अटल, नर्मदा और विंध्य प्रगति पथ के साथ मालवा, बुंदेलखंड और मध्य विकास पथ निर्मित किए जा रहे हैं। प्रदेश में सभी रेलवे क्रॉसिंग समाप्त करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज के साथ 334 पुलों का निर्माण हो रहा है। साथ ही 86 हजार करोड़ से अधिक की रेल परियोजनाओं के कार्य चल रहे हैं। वर्ष 2009 से 2014 के बीच जहाँ प्रदेश को औसतन 632 करोड़ रूपए का रेलवे बजट मिलता था, वहीं वर्ष 2022-23 में 13 हजार 607 करोड़ का रेलवे बजट प्रावधान मिला है, जो इक्कीस गुना अधिक है। अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना में प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन विश्व स्तरीय बनाए जाएंगे। अत्याधुनिक रानी कमलापति स्टेशन देश में एक मॉडल बना है। एक वंदे भारत ट्रेन प्रारंभ हो चुकी है और आज प्रधानमंत्री श्री मोदी मध्यप्रदेश को 2 और वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने वाले हैं। प्रदेश में हवाई सेवाओं का विस्तार भी निरंतर हो रहा है।
प्रदेश में कृषि को लाभ का धंधा बनाना के लिए सिंचाई क्षमताओं का निरंतर विकास किया जा रहा है। वर्ष 2003 में सिंचाई क्षमता केवल 7 लाख 68 हजार हेक्टेयर थी, जो वर्ष 2022 में बढ़ कर 45 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गई है। वर्ष 2025 तक सिंचाई क्षमता को बढ़ा कर 65 लाख हेक्टेयर किये जाने पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। हर घर जल से नल योजना पर तेज गति से कार्य हो रहा है, अभी तक लगभग 50% घरों तक नल से जल पहुँच चुका है। आजादी के अमृत काल में प्रदेश में अब तक 5936 से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण किया जा चुका है। केन-बेतवा लिंक परियोजना के प्रथम चरण में बांध, लिंक नहर तथा पॉवर हाउस का निर्माण कार्य इस वर्ष प्रारंभ होगा। अटल भू-जल योजना में भी लगभग 700 ग्राम पंचायतों में वॉटर सिक्युरिटी प्लान बनाए गए हैं। अधो-संरचना विकास और बेहतर वित्त प्रबंधन के साथ कृषि प्रधान होने की वजह से प्रदेश में तेज गति से कृषि विकास और किसान-कल्याण के कार्य भी किए जा रहे हैं। लगातार 7 बार प्रतिष्ठित कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त करने वाले मध्यप्रदेश ने गेहूँ उपार्जन में पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़ दिया है। प्रदेश का सोने जैसे दानों वाला गेहूँ अमेरिका सहित अनेक देशों में निर्यात होता है। अब इसके निर्यात के लिए प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल भी बनाई गई है। कृषि विकास दर जो वर्ष 2002-03 में 03 प्रतिशत थी, वह वर्ष 2020-21 में बढ़ कर 18.89 प्रतिशत हो गई है। खेती और एलाइड सेक्टर का बजट भी 600 करोड़ से बढ़ कर 53 हजार 964 करोड़ हो गया। खाद्य उत्पादन भी इस अवधि में 159 लाख मीट्रिक टन से बढ़ कर 619 लाख मीट्रिक टन हो गया है। उद्यानिकी फसलों का रकबा 4 लाख 67 हजार हेक्टेयर से बढ़ कर 25 लाख हेक्टेयर हो गया है। फसल उत्पादन 224 लाख मीट्रिक टन से बढ़ कर 725 लाख मीट्रिक टन से अधिक हो गया है। फसल उत्पादकता 1195 किलोग्राम से बढ़ कर 2421 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हो गई है। किसान-कल्याण के ध्येय से प्रदेश में गत 3 वर्षों में फसलों की नुकसानी पर 4000 करोड़ से अधिक की राहत राशि वितरित की गई है। प्रदेश के 11 लाख से अधिक डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ का ब्याज माफ करने के लिए मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना प्रारंभ की गई है। पिछले 3 वर्षों में किसानों को विभिन्न शासकीय योजनाओं में 2 लाख 69 हजार 686 करोड़ रुपये से अधिक के हितलाभ वितरण किए गए हैं। फसल क्षति प्रतिपूर्ति दरों में भी कई गुना वृद्धि की गई है। अधो-संरचना, खेती-किसानी तथा किसान-कल्याण के क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति और विकास की यह कहानी तो एक बानगी है। प्रदेश में पिछला डेढ़ दशक हर क्षेत्र में प्रगति, विकास और लोगों की तरक्की-खुशहाली का गवाह है।
========================
नर्सिंग होम/अस्पतालों के लायसेंस शुल्क का निर्धारण नए आदेश के तहत करें : नगरीय विकास मंत्री श्री सिंह
मंदसौर 27 जून 23/ नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने नगरपालिक निगम भोपाल के आयुक्त को नर्सिंग होम/अस्पतालों को स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत वर्गीकृत कर उनके लायसेंस शुल्क का निर्धारण नए आदेश के अनुसार करने के निर्देश दिए हैं। श्री सिंह ने बताया है कि नए निर्देश मध्यप्रदेश नर्सिग होम एसोसिएशन भोपाल के पदाधिकारिेयों के साथ चर्चा एवं सहमति के बाद जारी किये गये हैं।
मंत्री श्री सिंह ने बताया कि 50 बेड तक के नर्सिंग होम के वार्षिंक लायसेंस शुल्क की दर 5 हजार रूपये, 50 से 150 बेड तक के लिये 10 हजार रूपये और 150 से अधिक बेड के नर्सिंग होम/अस्पताल के लिये 25 हजार रूपये वार्षिक शुल्क निर्धारित किया गया है। नगर निगम आयुक्त भोपाल को नगरपालिक निगम भोपाल के 1 अगस्त 2022 के आदेश में नए आदेशानुसार संसोधन कर नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अवगत कराने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही नर्सिंग होम्स के नियमितिकरण के संबंध में भोपाल विकास योजना, 2005 में राजपत्र 28 सितम्बर 2018 द्वारा किये गये उपांतरण में अधिभोग परिवर्तन शुल्क लिये जाने के बाद भी पुन: एक बड़ी राशि वार्षिक परिवर्तन शुल्क के रूप में नर्सिंग होम संचालकों को सम्पत्ति कर एवं अन्य करों के साथ देनी होती है, जिसको कम किया जाये। इस संबंध में नगर पालिका निगम स्तर से आगामी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।
========================
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रानी कमलापति स्टेशन से 5 वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
ट्रेन में यात्रा कर रहे बच्चों से की बात-चीत
स्टेशन पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, वरिष्ठ मंत्रियों और जन-प्रतिनिधियों ने किया स्वागत
मंदसौर 27 जून 23/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 5 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने इनमें से तीन वंदे भारत ट्रेन को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ट्रेन में यात्रा कर रहे बच्चों के साथ संवाद भी किया। बच्चों ने अपने प्रिय प्रधानमंत्री से खुलकर बातचीत की। प्रधानमंत्री श्री मोदी आज एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल आए। राजा भोज विमानतल पर उतरने के बाद श्री मोदी सड़क मार्ग से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुँचे। स्टेशन पर प्रधानमंत्री का राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव, केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री वीरेंद्र कुमार, सांसद श्री वी.डी. शर्मा, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग सहित अन्य मंत्री गण एवं जन-प्रतिनिधियों ने हार्दिक स्वागत किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे स्टेशन पर उपस्थित जन-समुदाय का अभिवादन किया। जन-समुदाय ने उत्साह के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज से आरंभ होने वाली वंदे भारत ट्रेन में यात्रा के लिए बैठे स्कूली बच्चों से भेंट कर भारत की प्रगति और उपलब्धियों, भविष्य के लक्ष्य के बारे में बात-चीत की। स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री को आजादी के अमृत महोत्सव, विश्व में बनती भारत की प्रभावपूर्ण स्थिति पर केन्द्रित पेंटिंग्स तथा प्रधानमंत्री का हस्त निर्मित चित्र भेंट किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जिन पाँच वंदे भारत रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाई वे हैं; भोपाल (रानी कमलापति)- इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस; भोपाल (रानी कमलापति)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस; रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस; धारवाड़-बैंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और गोवा(मडगांव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस। इनमें से अंतिम तीन को प्रधानमंत्री ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
भोपाल (रानी कमलापति)- इंदौर, वंदे भारत एक्सप्रेस मध्यप्रदेश के दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच सरल और त्वरित यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी तथा क्षेत्र में सांस्कृतिक, पर्यटन एवं धार्मिक स्थानों की कनेक्टिविटी में सुधार लाएगी। वंदे भारत ट्रेन से भोपाल से इंदौर की 269 किलोमीटर की दूरी अब साढ़े तीन घंटे में तय हो जाएगी। भोपाल (रानी कमलापति)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी। इसके अतिरिक्त, बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र के पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा। इस ट्रेन के चलने से भोपाल से जबलपुर की 340 किलोमीटर की दूरी अब साढ़े चार घंटे में ही तय हो जाएगी रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत रेलगाड़ी होगी। पटना और रांची के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने वाली यह रेलगाड़ी पर्यटकों, छात्रों और व्यवसायियों के लिए वरदान साबित होगी। धारवाड़-बैंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक-धारवाड़ और हुबली में महत्वपूर्ण शहरों को राज्य की राजधानी बैंगलुरु से जोड़ेगी। इससे क्षेत्र के पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों आदि को अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा। गोवा (मडगांव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। इससे गोवा और महाराष्ट्र दोनों के ही पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।