केरल पहुंचा मानसून, मप्र में जून के अंतिम सप्ताह तक पहुंचने के आसार
In Madhya Pradesh, on June 13, 44 lakh farmers ..
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भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
भोपाल। गर्मी और उमस से बेहाल लोगों के लिए राहत भरी खबर है। गुरुवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में प्रवेश कर लिया है। मानसून के अगले 48 घंटों में पूरे केरल के अलावा तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में दस्तक देने की भी संभावना है। मानसून के जून के अंतिम सप्ताह में मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के आसार है।
वैसे मप्र में मानसून के आने की संभावित तारीख 16 जून है। उधर अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश हवाओं के साथ नमी आ रही है। इस वह से आंशिक बादल बने हुए हैं। कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो रही है। वातावरण में नमी रहने के कारण उमस भी बढ़ रही है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक उज्जैन में 36, खजुराहो में छह, मंडला में 1.4, सिवनी में 0.6, इंदौर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन दो मौसम प्रणालियों के अलावा वर्तमान में हवा का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंशिक बादल बने हुए हैं।
वातावरण में उमस बढ़ गई है। गुरुवार-शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। गुरुवार को केरल में मानसून का प्रवेश हो चुका है। प्रदेश के लोगों को मानसून की वर्षा के लिए अभी लगभग 15 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि तीन दिन बाद प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है।