वाणिज्यिक कर विभाग का बोगस जीएसटी पंजीयन के विरूद्ध अभियान
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24 लाख रूपये जमा कराए गए
भोपाल :- वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा राजस्व संरक्षण के उद्देश्य से बोगस जीएसटी पंजीयन के विरूद्ध विशेष अभियान 16 मई से 15 जुलाई 2023 तक चलाया जा रहा है। इसमें संदिग्ध करदाताओं का निर्धारित पैरामीटर्स के आधार पर चिन्हांकन किया जाकर मोबाइल एप्लीकेशन से भौतिक सत्यापन कराए जा रहे हैं, जिससे व्यवसाय स्थल के Longitute और Latitute की जानकारी प्राप्त हो जाती है। व्यवसाय स्थल के फोटो भी प्राप्त किये जा रहे हैं। इस एप्लीकेशन से रियल टाईम डेटा का संग्रहण संभव हो पा रहा है, जिसका उपयोग अग्रिम कार्यवाही के लिए किया जा रहा है।
अभियान में भोपाल वृत्त-4 द्वारा पंजीयत व्यवसाइयों के दस्तावेज की जाँच और स्थानीय 2 व्यवसाइयों की सूचना के आधार पर की गई जाँच में पाया गया कि बैरागढ़ स्थित कतिपय व्यक्तियों द्वारा बोगस फर्म बना कर आईटीसी पासऑन की जा रही है। प्रारंभिक जाँच-पड़ताल में 3 एकाउंटेट द्वारा अपने नजदीकी लोगों के पेन और आधार नम्बर लेकर बोगस फर्मों का पंजीयन प्राप्त कर बिल जारी किया जाना पाया गया। इसमें से मेसर्स सांई ट्रेडर्स (एकाउंटेंट श्री पंकज जियानी) मेसर्स महक इंटरप्राइजेस (श्री दीपेश मंगलानी) एवं मेसर्स जय अंबे इंटरप्राइजेस (श्री हेमंत मूलानी के पिता) की फर्मों पर एक साथ छापे की कार्यवाही की गई। कार्यवाही के दौरान 4 लाख रूपये का आईटीसी रिवर्स कराया गया और कर/शास्ति के पेटे 20 लाख 7 हजार रूपये सहित कुल 24 लाख 7 हजार रूपयेजमा कराए गए। फर्मों द्वारा 66 लाख रूपये की आईटीसी पासऑन की गई, जिसके विरूद्ध वैधानिक प्रावधानों के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है।
इन व्यवसाइयों में से 2 राज्य क्षेत्राधिकार का होने से पंजीयन तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किए गए और 1 प्रकरण केन्द्रीय क्षेत्राधिकार का होने से वैधानिक प्रावधानों में सस्पेंड करने के लिये सूचित किया गया है।
व्यवसाइयों के विस्तृत परीक्षण में प्रथमदृष्टया चिन्हित लगभग 80 संभावित बोगस फर्मों में लगभग 2 करोड़ 50 लाख रूपये की आईटीसी पासऑन किया जाना परिलक्षित हो रहा है।