महाष्टमी पर मगरा माताजी को लगेगा छप्पन भोग, होगी महाआरती

आकोदड़ा (महेंद्र जैन)
आकोदड़ा स्थित मगरा माताजी मंदिर पर नवरात्रि के दौरान भक्तों का हुजूम उमड़ रहा है। रविवार शाम मेला परिषद में डॉक्टर ओम मुंडेल द्वारा गो-भजन संध्या प्रस्तुत की गई। वही सोमवार को आयोजित कवि सम्मेलन में क्षेत्रीय कवियों ने श्रोताओ को खूब गुदगुदाया।
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर लग रहे मेले में आसपास के गांव से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। सरपंच कारुलाल पाटीदार ने बताया कि मेले में बच्चे झूले चकरी के साथ ही विभन्न प्रकार की व्यंजन खाने पीने का आनंद ले रहे हैं वहीं बड़े बुजुर्ग आवश्यक वस्तु खरीदने के साथ ही बच्चों की जिज्ञासा को शांत करते हुए क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के बारे में अवगत करा रहे हैं। मेला परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिन पंडित ललित शास्त्री ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए भगवान द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा का महत्व बताया गया।
अष्टमी पर माताजी का होगा विशेष श्रृंगार, छप्पन भोग व महाआरती
मगरा माताजी मंदिर के पुजारी दशरथ ने बताया कि हिंदू शास्त्रों में नवरात्रों में माता जी के दर्शन पूजन का विशेष फल श्रद्धालुओ को प्राप्त होता है अभी उनकी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है। नवरात्र के आठवें दिन को महाअष्टमी के अवसर पर कालिका माता जी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा वहीं श्रद्धालुओं द्वारा छप्पन भोग, महाआरती, डांडिया एवं लोकनृत्य करके माता जी को रिझाया जाएगा।
मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि अष्टमी पर 20000 के लगभग श्रद्धालु मगरा माताजी के दर्शन को आने की संभावना है, जिन्हें महाप्रसादी व भंडारे के रूप में माताजी का प्रसाद वितरण होगा।