भोपालमध्यप्रदेशराजनीति

वर्ष 1984 में हुए सिख दंगे को लेकर भाजपा ने मध्‍य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को घेरा

Regarding the Sikh riots in the year 1984, the BJP ..

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मध्‍य प्रदेश के मंत्री विश्‍वास सारंग ने सवाल किया कि क्या सिख दंगों में आरोपित कमल नाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी कांग्रेस।

भोपाल। वर्ष 1984 में हुए सिख दंगे को लेकर भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को घेरा है। मध्‍य प्रदेश के मंत्री विश्‍वास सारंग ने कहा-क्या, कांग्रेस सिख दंगों के आरोपित के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी?

उन्होंने कहा कि इस मामले में चार आरोपिताें में सज्जन कुमार जेल में हैं। जगदीश टाइटलर के विरुद्ध हाल ही में आरोप पत्र प्रस्तुत किया जा चुका है। अब बारी कमल नाथ की है।

उधर, कटनी में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि, सिख दंगों के आरोप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ पर भी है। प्रदेश की जनता नाथ से पूछ रही है, “कमल नाथ जी आपने ऐसा षड्त्र क्यों किया “। बता दें कि भाजपा सिख दंगों के मामले में कमल नाथ को हमेशा घेरती रही है।

शर्मा ने कमल नाथ को लेकर कहा कि, आप मध्य प्रदेश के अंदर जो झूठ, छल-कपट और भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं.. यह प्रदेश की जनता देख रही है।

उधर, सारंग ने कहा कि देश के इतिहास में 1984 का सिख कत्लेआम काले धब्बों में से एक है। कांग्रेस को इस बात का जवाब देना होगा कि जो व्यक्ति सिख कत्लेआम में आरोपित है, क्या वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष होने के लायक हैं। कमल नाथ को 2016 में पंजाब का प्रभारी बनाया गया था, तो इसी बात का विद्रोह पंजाब में हुआ था और कांग्रेस नेतृत्व को उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रभारी के पद से हटाना पड़ा। सिख समाज और पीड़ित परिवार इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि जल्द कमल नाथ को भी इसकी सजा मिलेगी।

भाजपा सिख समाज को गुमराह करना बंद करे : कांग्रेस

मध्य प्रदेश कांग्रेस कौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व सिख यूथ एसोसिएशन आफ इंदौर के अध्यक्ष सच सलूजा ने कहा कि चुनाव पास आते ही भाजपा धर्म, झूठ और फरेब की राजनीति शुरू कर देती है। भाजपा कमल नाथ पर सिख दंगों का आरोप लगाकर गुमराह करती आई है। सच्चाई यह है कि आज तक किसी भी एफआइआर या आरोप पत्र में नाथ का नाम नहीं आया है। सिख समाज को भयभीत कर, भावनाओं से खेलना भाजपा का चरित्र बन गया है।

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