ज्योतिबा फुले ने भारतीय समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का बीड़ा उठाया एवं नारी शिक्षा को बढ़ावा दिया- डॉ सोहानी

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मन्दसौर। 19वीं शताब्दी के महान समाज सुधारक भारतीय समाज में जात पात ऊंच-नीच छुआछूत जैसी कुरीतियों को तोड़कर सामाजिक समरसता की ज्योत जलाने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती की पूर्व संध्या पर सामाजिक समरसता मंच मंदसौर द्वारा नगर पालिका सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में श्री गुरु सिंह सभा के पूर्व अध्यक्ष श्री बलजीत सिंह नारंग एवं शासकीय महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. रविन्द्र सोहानी द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।समारोह को संबोधित करते हुए शासकीय महाविद्यालय मंदसौर के पूर्व प्राचार्य डॉ. रविंद्र सोहानी ने कहा कि भारतीय समाज में कई समाज सुधारकों ने जन्म लिया है और समय-समय पर समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए प्रयास किया है उन्हीं समाज सुधारकों में से एक थे महात्मा ज्योतिबा फुले, जिन्होंने सत्य शोधक समाज की स्थापना कर भारतीय समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का बीड़ा उठाया एवं नारी शिक्षा को बढ़ावा देकर कई विद्यालयों की स्थापना की जहां स्वयं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सावित्री बाई फुले शिक्षा देती थी, 19वीं शताब्दी में पुरुष प्रधान देश में नारी शिक्षा की बात देखने सुनने में अच्छी लगती थी लेकिन वास्तविकता कुछ और थी माता सावित्री बाई फुले को स्कूल जाते आते वक्त कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं इसके पीछे महात्मा ज्योतिबा फुले की शक्ति थी।अतिथियों का स्वागत अनिल मसानिया, शेषनारायण माली, ब्रजेश बिरथरे एवं आनंदीलाल पंड्या ने किया। कार्यक्रम का संचालन पं. अरुण शर्मा ने किया एवं आभार प्रदीप भाटी ने माना।