मेजर दलपत सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई
नीमच
आज दिनांक 24 सितम्बर को नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर बोरखेड़ी में नव जागृति राजपूत युवा सेवा संस्थान श्री राष्ट्रीय चामुंडा सेना नीमच मंदसौर द्वारा राजपूत समाज के हाइफा हीरों मेजर दलपत सिंह देवली की पुण्यतिथि मनाई गई जिसमे संस्थान अध्यक्ष रोहित सिंह गहलोत ने बताया की प्रथम विश्व युद्ध में भारत के वीर अदम्य शौर्य,
साहस एवं बलिदान के प्रतीक
मेजर दलपत सिंह जी देवली को शहादत दिवस पर नमन करते हुवे
साथ ही जोधपुर लांसर्स के सभी रणबांकुरों मेरा कोटि कोटि वंदन… नमन….!
प्रथम विश्व युद्ध जिसमे तुर्कों की सबसे ताकतवर रेजिमेंट 11 तुर्किश केवलेरी से लोहा लेते हुए राजपूताना जोधपुर रियासत की सेना ने हाइफा को मुक्ति दिलाई थी, तुर्की कमांडर को जिंदा गिरफ्तार कर लिया था, इस वीरता के लिए मेजर दलपत सिंह जी को मिलिट्री क्रॉस से भी नवाजा गया था, इतिहास में इस लड़ाई को हाइफा युद्ध के नाम से जाना जाता है, राजपूताना की सेना का नेतृत्व जोधपुर रियासत के सेनापति मेजर दलपत सिंह शेखावत जी ने किया था, यह युद्ध सबसे अलग था इसमें दुश्मन के पास बंदूके और अत्याधुनिक हत्यार थे वहीं दूसरी ओर जोधपुर के रणबांकुरों की सेना घोड़ो,तलवार,भालो से सहायता से लड़ी थी, अंग्रेजो द्वारा जब जोधपुर के रणबांकुरों को इस युद्घ को लड़ने के लिए मना किया गया तब नेतृत्व कर रहे दलपत सिंह जी ने कहा की हमारे यहाँ वापस लौटने का कोई रिवाज नही, हम रणबाँकुरे है जो रण भूमि में उतरने के बाद या तो विजय होते है या वीरगति को प्राप्त होते हैं कैसे विचार मेजर दलपत सिंह जी के थे ऐसे वीर को आज उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
एवं उसके बाद सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने एवं समाज सुधार मैं अपना अहम योगदान देने वालों का संगठन की तरफ से प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन मंगल सिंह देवड़ा भाटखेड़ी एवं आभार व्यक्त महामंत्री पूरन सिंह पलसोड़ा ने किया जिसमें उपस्थित दिपक सिंह राठौड़ पिपलिया रावजी, मोहन सिंह तंवर पिपलिया रावजी, भंवर सिंह तंवर पिपलिया रावजी, मनोहर सिंह शक्तावत जमुनिया रावजी, दौलत सिंह पंवार बसेडी भाटी, कन्हैया सिंह गहलोत भाटखेड़ी, भेरुसिंह पंवार बोरखेडी एवं सभी समाज जन ।