आशा ऊषा आशा सहयोगिनीयों द्वारा वेतनमान में बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान के नाम बीएमओ को दिया आवेदन

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सीतामऊ। आशा, ऊषा, आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश के तत्वावधान में सीतामऊ क्षेत्र कि आशा ऊषा आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं द्वारा वेतनमान में बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश से मिशन संचालक के नाम ब्लॉक मेडिकल आफिसर को आवेदन दिया गया।
आवेदन में कहा गया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण काम कर रही आशा, ऊषा एवं आशा पर्यवेक्षकों पर राज्य शासन द्वारा लगातार काम का बोझ बहाया जा रहा है। एक स्वास्थ्य कर्मचारी के रूप में वर्ष के पूरे 12 महीने दिन भर काम कर रही मध्य प्रदेश की अधिकांश कार्यक 2,000 रुपये निश्चित वेतन में परिवार चलाने के लिये विवश है। अन्य राज्य सरकार अपनी ओर से आशाओं को अतिरिक्त वेतन दे रही है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार आशाओं की वेतन वृद्धि की मांग को भी पिछले 15 वर्षों से लगातार नकार रही है। इस भीषण महंगाई में राज्य सरकार के इस रवैये से प्रदेश की आशा ऊपा एवं पर्यवेक्षकों में बेहद निराशा एवं आक्रोश व्याप्त है। देकर आशा पर्यवेक्षक जो आशाओं के काम का पर्यवेक्षण का काम करती है, उन्हें पर्यवेक्षक का नाम तो दिया, लेकिन अल्प वेतन सरकार पर्यवेक्षकों का भी शोषण जारी रखे हुये है।
आशाओं के प्रति मध्य प्रदेश सरकार के इस अन्यायपूर्ण एवं अमानवीय बर्ताव के विरोध में हम पुनः हड़ताल करने के लिये मजबूर है। 24 जून 2021 को मिशन संचालक द्वारा दिये गये निर्णय को लागू कर आशा को 10,000 एवं पर्यवेक्षकों को 15,000 रुपये निश्चित वेतन तुन्त दिये जाने की मांग को लेकर आशा ऊपा आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश के आह्वान पर एक सप्ताह की यह हड़ताल 14 से 19 नवम्बर 2022 तक होगी। आशा ऊषा आशा सहयोगी संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश आप से पुनः आग्रह करता है कि तुरन्त वेतन वृद्धि के आदेश जागे कराये ताकि आशा ऊषा एवं पर्यवेक्षकों के साथ न्याय हो सके। यदि आदेश जारी नहीं हुयी तो हमें हड़ताल पर जाना होगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।