आध्यात्म का संचार आत्मा से होता है-प्रो.आर के सोहानी
मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद ने मनाया महर्षि श्री अरविंदजी का जयंती महोत्सव
मंदसौर। महर्षि शब्द सुनने के लिये वाल्मिकीजी भी तरसते थे। ऐसे महर्षि श्री अरविंद जी के जन्मवर्ष सार्धशती कार्यक्रम में हम उपस्थित हुए है। जिन्होने मात्र 14 वर्ष में सभी भाषाओं का ज्ञान अर्जित कर लिया था। महर्षि श्री अरविंदजी ने कहा था विश्व में केवल एक जाती है और वह मानव जाती है। महर्षि अरविंदजी ने पाडुचेरी में साधना,योग एवं आध्यात्म की स्थापना की है। उक्त विचार मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा 25 अगस्त रविवार को उत्कृष्ठ विद्यालय में आयोजीत महर्षि श्री अरविंद के जन्मवर्ष कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता श्री आरके सोहानी पुर्व प्राचार्य ने व्यक्त किये। श्री आरके सोहानी पुर्व प्राचार्य मंदसौर ने कहा की महर्षि अरविंदजी ने सनातन धर्म से मानव के मुल्यों का निर्माण करना होगा। आध्यात्म का संचार आत्मा से होता है। मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति रमादेवी गुर्जर ने कहा की महर्षि श्री अरविंद की जीवन से हमें प्रेरणा लेना होगा। प्रकृती से उनका विशेष लगाव रहा है। हमें भी उनके जीवन के प्रेरणा लेकर प्रकृती को हरी भरी करना होगा। विशेष अतिथि बंसन्त शर्मा अध्यक्ष जनपद पंचायत मंदसौर ने कहा की महर्षि अरविंदजी एक महान क्रांतीक्रारी संत थे। महर्षि के संकल्प को साकार करने के लिये हमे भारत को विश्व गुरू बनाने के लिये सभी को सामुहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर समाजसेवी सत्येद्र सोम,इन्द्रजीत भटट, जिला समन्वयक तृप्ती वैरागी,विकासखण्ड समन्वयक नारायणसिंह निनामा,अर्चना भटट ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम महर्षि श्री अरविंदजी एवं सरस्वतीजी के चित्र पर माल्यापर्ण के साथ प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का सफल संचालन अर्चना भटट ने किया ,आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक तृप्ती वैरागी ने माना। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सामुदायीक नेतृत्व क्षमता विकास पाठृयक्रम के मंदसौर,सीतामउ,मल्हारगढ के परामर्शदाता,बीएसडब्ल्यु एवं एमएसडब्ल्यु के छात्र -छात्राएं,नवांकुर संस्था के प्रतिनिधि,ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।