विंध्य के सपूतों के कंधे पर देश की नव सेना और थल सेना प्रमुख की कमान , दोनों सैनिक स्कूल रीवा के छात्र
दोनों सेना प्रमुख एक ही स्कूल में रहे क्लासमेट, अब दोनों के कंधों पर देश की सुरक्षा की कमान
रीवा। विंध्यवासियों के लिए इससे बड़े गौरव का क्षण और कुछ नहीं हो सकता, जब दो होनहार वीर सपूत सेना के सर्वोच्च पद पर मनोनित हुए है। सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों क्लासमेट रहे और देश की नौसेना का प्रमुख दिनेश त्रिपाठी के बनने के ठीक तीन माह बाद थलसेना अध्यक्ष पद पर उपेंद्र द्विवेदी मनोनित हुए है वर्तमान में लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी उपसेना अध्यक्ष के रूप में पदस्थ है और 30 जून को सेना अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे और रीवा की माटी के वीर सपूत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना के प्रमुख होंगे।
गौरवतलब है कि 30 अप्रैल को विंध्य के सतना जिले के निवासी दिनेश त्रिपाठी को नौसेना अध्यक्ष बनाया गया और अब लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी थल सेना प्रमुख बनाए जा रहे हैं।
दोनो वीर सपूत रीवा के सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र रहने के साथ- साथ क्लासमेट भी थे, सन् 1973 से 1981 तक एक साथ सैनिक स्कूल में 5 वी से 12 वी तक शिक्षा ली,जिसके बाद दिनेश त्रिपाठी नौसेना में गए उपेंद्र दुवेदी थलसेना में। विंध्य कि माटी में दो जवानों के सेना के सर्वोच्च पद पर होने पर विंध्य का हर नागरिक अब आपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
थलसेना अध्यक्ष बनने पर रीवा का सैनिक स्कूल भी गौरवान्वित हुआ है।
सैनिक स्कूल रीवा के प्राचार्य ने कहा की आज का दिन हमारे लिए अत्यंत गर्व का दिन है,जिसमे हमारे पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी 30 जून को वो भारतीय सेवा अध्यक्ष की कमान संभालेंगे ।उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल इतिहास के अवसर में यह पहली बार है जब भारतीय नौसेना के अध्यक्ष और और भारतीय थलसेना के अध्यक्ष सैनिक स्कूल रीवा के पूर्व छात्र होंगे।
प्राचार्य ने कहा कि यह सैनिक स्कूल परिवार और सभी छात्रों के लिए गौरव का विषय है और हमारे छात्र से इन्हीं पूर्व छात्रों से शिक्षा लेंगे और इन्हीं के नक्शे कदम पर आगे बढ़ेंगे।
प्राचार्य ने लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय थल सेना का प्रमुख बनाए जाने पर पूरे सैनिक स्कूल परिवार की ओर से बधाई दी है।