समाचार मध्यप्रदेश नीमच 20 मई 2024
भागदौड़ भरी दिनचर्या में योग को अपनाएं-डॉ. जैन
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भीषण गर्मी में भी पर्यावरण मित्रों ने दो घंटे किया श्रमदान दान फिर पिलाया पौधों को पानी
नीमच शहर की सामाजिक संस्था संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था का साप्ताहिक श्रमदान अभियान रविवार को जवाहर नगर स्थित ग्रीन बेल्ट पार्ट दो मैं चलाया गया 40 डिग्री तापमान भीषण गर्मी में संस्था सदस्य द्वारा पूरे परिसर में श्रमदान किया कंटीली झाड़ी घास गाजर घास निकाली तत्पश्चात छोटे-छोटे पौधों को पानी पिलाया गया संस्था का उद्देश्य है हमारा शहर प्रदूषण मुक्त पर्यावरण नियुक्त हो संस्था सदस्य द्वारा नीमच शहर में गांधीनगर जवान नगर संजीवनी वाटिका जो की अतिक्रमण की चपेट में थे नगर पालिका के सहयोग से इन ग्रीन बेल्ट को पौधे लगाकर संस्था सदस्यों ने समय-समय पर चाहे ठंड हो या गर्मी हो बरसात हो अपने साप्ताहिक अभियान के अंतर्गत इन छोटे पौधों को पेड़ बनाने का काम किया जो आज नीमच शहर में इन स्थानों पर चारों तरफ हरियाली की चादर छाई हुई है यहां के आसपास के निवासियों को शुद्ध हवा और आमजन को पेड़ की छाया में बैठकर सुकून मिलता है और शाम होते ही पक्षी इन पेड़ों पर अपना रेन बसेरा करते हैं छायादार फलदार पेड़ लगाने से पक्षियों को भी दाना पानी मिलता है संस्था के सचिव डॉ राकेश वर्मा ने बताया कि आज काल देखने को मिल रहा है देखने को मिल रहा है तापमान 40 से 50 हो रहा है सुबह 8:00 बजे से ही गर्मी ऐसी भीषण हो रखी है अब हमको हां अधिक से अधिक पर्यावरण की ओर पेड़ लगाने की ओर विशेष ध्यान देना होगा ताकि आने वाली पीढियां की खातिर ही सही हर एक व्यक्ति को अपने जन्म दिवस पर शादी की सालगिरह पर पूर्वजों की स्मृति में एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए अपनी दुकानों के घर के बाहर कम से कम एक पौधा लगाकर उसे पेड़ बनाने तक उसकी देखरेख करें यदि आपने इतना भी कर लिया तो यह 45 डिग्री तापमान 30 डिग्री पर आ जाएगा पता ही नहीं चलेगा जब यह पेड़ बड़ा होगा तो तीन प्रतिशत के लगभग तापमान काम करता है धरती माता ने हमें सब कुछ दिया क्यों ना हम पेड़ लगाकर धरती मां का कर्ज अदा करें जितने अधिक पेड़ पौधे होंगे इनकी वजह से ही मानसून बनता है तब कहीं जाकर वर्षा ऋतु होती है पेड़ लगाने से कई वास्तु दोष भी दूर होते हैं संस्था सदस्य द्वार विगत 8 सालों से नीमच शहर से गांव तक निस्वार्थ भाव से समर्पित भाव से पर्यावरण के प्रति जागरुक है और पेड़ लगाने का कार्य कर रही है आज श्रमदान अभियान में संस्था के दुलीचंद कनेरिया राजकुमार सिंन्हा डॉ राकेश वर्मा डॉ पारस जैन केशव सिंह चौहान रमेश मोरे आदि सदस्यों ने श्रमदान अभियान में सहभागिता निभाई उक्त जानकारी संस्था के केशव सिंह चौहान ने दी
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देश ही नहीं दुनिया ने समझा योग का महत्व
भारत विकास परिषद का तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन संपन्न
समापन के दौरान श्रीमती नागलिया की स्मृति में मर्चुरी फ्रीजर बॉक्स प्रदान किया
नीमच। शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योग आसनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। योगासन, शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ मन को शांत करते हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास आपके लिए काफी मददगार हो सकता है।
विश्व भर में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग के प्रचार और प्रसार के लिए अलग-अलग संस्थाएं भी क्षेत्र में योग शिविर का आयोजन करती रहती है। इसी दिशा में सेवा संस्कार में अग्रणी भारत विकास परिषद (मध्य भारत पश्चिम प्रांत) शाखा नीमच द्वारा मराठा समाज हाल, सात माता मंदिर पर तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया।
रविवार को शिविर के अंतिम दिन शिविर का लाभ लेने वालों ने भारत विकास परिषद के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया ने योग के महत्व को समझा है। आज की आधुनिक शैली में बिना एलोपैथिक दवाओं के हम कैसे रह सकते हैं, यह योग सिखाता है। उन्होंने कहा कि एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट भी हैं। एलोपैथिक दवाओं के इलाज में एक बीमारी और साथ आ जाती है। योग की दिनचर्या और पद्धति है। जीवन में इस योग पद्धति का पालन करने से लोग कई बीमारियों से दूर रहते हैं।
तीन दिवसीय योग शिविर के समापन कार्यक्रम में परिषद के वरिष्ठ सदस्य संतोष जी चोपड़ा ने कहा योग करना हम सभी के लिए आवश्यक है योग से तन स्वस्थ एवं मन प्रसन्न रहता है। उन्होंने बताया कि कैसे आज के आधुनिक परिवेश में हर व्यक्ति कार्य और अन्य समस्याओं के चलते तनाव और अनेक शारीरिक व्याधियों से त्रस्त है। इन समस्याओं का सबसे सुगम निदान अगर संभव है तो केवल योग से। योगाचार्य ने बताया कि योग अभ्यास सही विधि से करना अति आवश्यक है। गलत विधि से करने से नुकसान हो सकता है। उन्होंने योग क्षेत्र में फैली अनेक भ्रांतियों और धारणाओं से परे प्राचीन वैज्ञानिक योग चिकित्सा को अपनाने पर जोर दिया।
भारत विकास परिषद (मध्य भारत पश्चिम प्रांत) के अध्यक्ष सुशील गट्टानी, सचिव विश्वास खंडेलवाल, कोषाध्यक्ष सतीश गोयल से संयुक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण शिविर से लोग सीख कर जाते हैं। यहां से सीखने के बाद आप अपने परिवार के लोगों के साथ योग करें। यदि दिन में एक घंटा योग प्राणायाम किया जाए तो पूरे 24 घंटे शरीर एवं मन सक्रिय रहता है। योग सिर्फ व्यायाम का एक रूप नहीं है। योग को अपनाने से, आप न केवल अपने शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं बल्कि एक स्वस्थ दिमाग भी विकसित करते हैं। व्यापक शोध योग के असंख्य लाभों का समर्थन करता है और समग्र कल्याण पर इसके सकारात्मक प्रभाव की पुष्टि करता है।
सभी ने योग प्रशिक्षक सुश्री शबनम जी का आभार प्रकट किया। योग प्रभारी सुश्री शबनम जी ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि योग एक ऐसा अभ्यास है, जो सभी बीमारियों से निरोग रखने में मदद करता है। तीन दिन के योग शिविर में लोगों ने दिलचस्पी दिखाई और इसका पूरा फायदा उठा रहे है। योग भगाए रोग की कहावत योग शिविर में चरितार्थ हुई है।
परिषद के वरिष्ठ सदस्य श्री राकेश जी नागलिया द्वारा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुनंदा जी नागलिया की स्मृति में। परिषद को एक मर्चुरी फ्रीजर बॉक्स प्रदान किया गया जिसकी लागत लगभग डेढ़ लाख रुपए है। परिषद परिवार द्वारा नागलिया परिवार का आभार प्रकट किया गया। इस अवसर पर श्री नागलिया ने कहा सेवा करना ही मेरे जीवन का ध्येय हैं और हम सभी को पीड़ित मानवता की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में परिषद के सभी सदस्यों ने लेवड़ा गौशाला जाकर गायों को चारा खिलाया और गोसेवा का लाभ श्री रवि पोरवाल ने लिया। कार्यक्रम में परिषद के सभी सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सचिव विश्वास खंडेलवाल ने सभी का आभार प्रकट किया।