चित्तौड़गढ़ पुलिस ने मंदसौर नीमच जिले के उद्घोषित अपराधी एक भगोड़ा व एक स्थाई वारंटी सहित 4 को किया गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़, 05 मार्च। जिला पुलिस की विशेष टीम ने मध्यप्रदेश के निवासी जिला चित्तौड़गढ़ के वांछित अपराधियों की धरपकड़ कार्यवाही में सफलता प्राप्त करते हुए मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से एक उद्घोषित अपराधी, नीमच जिले के एक भगौड़े व एक स्थाई वारंटी वारंटी को गिरफ्तार किया हैं। उद्घोषित अपराधी 2007 से, भगौड़े 2006 से व स्थाई वारंटी 2016 से फरार था।
पुलिस अधीक्षक श्री सुधीर जोशी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मध्यनजर जिले के सीमावर्ती जिलों में निवासी वांछित अपराधियों की धरपकड़ हेतु एएसपी मुकेश सांखला के निर्देश पर उप निरीक्षक रविन्द्र सैन व आजाद पटेल के नेतृत्व में एक विशेष टीम एएसआई सुरजकुमार, साइबर सैल के कानि. रामावतार, कानि. देवेन्द्र, वीरेंद्र, राधेश्याम, चेतन व हेमराज का गठन किया।
टीम ने कोतवाली चित्तौड़गढ़ के 2007 के एनडीपीएस एक्ट के मामले में उद्घोषित करार दिए गए अपराधी मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के हनुमंतिया थाना नारायणगढ़ निवासी मदन सिंह पुत्र मेहताब सिंह सोंधिया राजपूत को उसके गांव से डिटेन कर गिरफ्तार किया।
कोतवाली चित्तौड़गढ़ के ही 2006 के एनडीपीएस एक्ट में मामले में भगोड़ा घोषित अपराधी मध्यप्रदेश के नीमच जिले के सुंडी थाना कुकड़ेश्वर निवासी राधेश्याम पुत्र जेतराम रावत को गांव सुंडी से डिटेन कर गिरफ्तार किया।
कोतवाली निंबाहेड़ा थाने के चेक अनादरण के मामले में 2016 से फरार स्थाई वारंटी मध्यप्रदेश के नीमच जिले के पलसोड़ा थाना जीरन निवासी नाहर सिंह पुत्र भेरु सिंह राजपूत को नयागांव से डिटेन कर गिरफ्तार किया गया।
उक्त वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी में कुकड़ेश्वर थाना पुलिस के जितेंद्र गुर्जर, जीवन बोरीवाल, नारायणगढ़ थाना पुलिस के हेड कांस्टेबल राजेश शर्मा एवं पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ का भी योगदान रहा।