अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही, श्री राम जी की जय जय कार से गूंज उठा अंचल, कुचडौद में रामकुंड से निकली भव्य शोभायात्रा

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प्रत्येक मंदिरों में पूजा अर्चना, अभिषेक, हवन, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, सत्यनारायण भगवान की कथाएं तथा विशेष आरती एवं प्रसाद वितरित हुई
उधर लाऊ खेड़ी में श्री राम, जानकी एवं लक्ष्मण जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा, स्वर्ण कलश, ध्वजा दंड स्थापना संपन्न
कुचड़ौद । (दिनेश हाबरिया) 22 जनवरी को अयोध्या में श्री रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा जैसे ही संपन्न हुई। गांव सहित अंचल में श्री राम जी की जय जयकार होने लगी। ग्रामीणों ने एक दूसरे को बधाइयां दी। पटाखे फोड़े। ढोल की थाप पर हर कोई खुशी के मारे झूम उठा। गांव के सभी मंदिरों को सुबह से पुष्प मालाओं, बलून से सजाया गया। ग्रामीणों ने घरों के सामने रंगोलियां बनाई। हर कोई शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहा था। जैसे ही घड़ी में 12:30 बजे पूरा अंचल श्री राम जी की जय जयकार से गूंजायमान हो गया। मंदिरों की घंटियां बजने लगी।
इससे पहले सुबह श्री पंचमुखी बालाजी पर सुंदरकांड के पाठ किए गए। श्री राम जानकी बाजार मंदिर पर लाइव प्रसारण दिखाया। श्री राम जानकी पंच कुमावत समाज मंदिर पर सत्यनारायण भगवान की कथा, खेड़ापति हनुमान मंदिर पर हवन, सहित सभी मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना, अभिषेक किए गए। दोपहर 12:31 पर सभी मंदिरों में एक साथ महा आरती की गई। पश्चात महाप्रसादी वितरित की गई। मंदिरों पर युवक युवतियां, महिलाएं, युवा, बड़े बुजुर्ग सभी प्राण प्रतिष्ठा के बाद ढोल की थाप पर खूब नाचे। पटाखे जलाए गए एवं जय कारे लगाए। शाम को रामेश्वर महादेव रामकुंड से भव्य शोभायात्रा यात्रा ढोल डीजे के साथ निकाली गई। जो गांव के प्रमुख मार्गो से गुजरी।
उधर लाऊखेड़ी में मंदिर जिर्णोद्धार बाद अयोध्या में रामलला मूर्ति स्थापना के साथ, श्री राम जानकी मंदिर में श्री राम, माता जानकी एवं लक्ष्मण जी की मूर्ति की स्थापना, प्राण प्रतिष्ठा की गई। मंदिर पर स्वर्ण कलश चढ़ाया गया एवं ध्वजा दंड की स्थापना की गई। महा आरती पश्चात प्रसाद वितरित की गई। यहां सात दिवसीय भागवत कथा का भी विराम हुआ। इस अवसर पर सभी ग्रामीणों ने अपने सभी कार्य एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखकर मंदिरों पर एकत्रित हुए। अफजलपुर पुलिस के जवान मंदिरों पर व्यवस्था देखते रहे।