राम मंदिर बनने के साथ ही पूरी हुई संत रामभद्राचार्य की ये प्रतिज्ञा,अब पीओके को लेकर इस संकल्प की तैयारी
अयोध्या। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने का सपना एक समय करोड़ों लोगों ने देखा था। 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ये पूरा हो जाएगा।अब इसी सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या में पाक अधिकृत कश्मीर को हासिल करने के लिए विशाल हवन यज्ञ की शुरुआत होने जा रही है।जगदगुरु रामभद्राचार्य से लेकर आम कारसेवक ने राम मंदिर को लेकर संकल्प ले रखा था।अब राम मंदिर बना रहा है तो उनके संकल्प भी पूरे हो रहे हैं।
अयोध्या के बड़ी बगिया के चार सौ एकड़ में विशाल यज्ञशाला है।यहां 1008 यज्ञशाला बनाई गई है, जहां पर 14 जनवरी से 22 जनवरी तक लगातार यज्ञ होगी और लाखों लोग अपनी आहूति देंगे।राम मंदिर तो बन गया अब पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में शामिल करने का संकल्प लिया जाएगा और सवा करोड़ आहूतियां दी जाएंगी।
बता दें कि सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए संतों ने अपने-अपने स्तर पर सालों साल संघर्ष किया और कई तरह के संकल्प लिए थे। ऐसा ही एक संकल्प अमृत महोत्सव के संयोजक जगदगुरु रामभद्राचार्य ने भी लिया था। रामभद्राचार्य ने राम मंदिर न बनने तक अयोध्या में राम कथा न करने का संकल्प लिया था। अब जब राम मंदिर बन रहा है तो 14 तारीख से 22 जनवरी तक पहली बार अयोध्या में रामभद्राचार्य की कथा की विशाल तैयारी हो रही है।अयोध्या में अब धीरे-धीरे उन संतों और भक्तों का जमावड़ा हो रहा है, जिन्होंने यहां राम मंदिर बनाने के लिए कभी कसमें खाई थीं। गुजरात से ऐसे ही एक कार सेवक निमिष जैन यहां पहुंचे हैं।अयोध्या में 90 और 92 में कार सेवा कर चुके हैं।उस समय निमिष ने प्रण लिया था कि राम मंदिर बनने के बाद ही वो मिठाई खाएंगे।
निमिष जैन ने कहा कि मैंने उस वक्त प्रण किया था कि राम मंदिर बनने के बाद ही मिठाई और आईसक्रीम खाऊंगा. अब बाइस तारीख को सबको लड्डू बांटकर अपना संकल्प पूरा करूंगा। निमिष ने कहा कि राम सबके हैं और सब राम के हैं। यह बात अयोध्या आने पर समझ आती है।यही वजह है कि राम मंदिर बनने का सपना देखने वाले हर शख्स के लिए यह पल बेहद खास है।