जानवरो का भी खाने का नियम है परन्तु मनुष्य का नहीं-विदुषी अंजली आर्य दीदी

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गरोठ -नगर की अग्रणी शैक्षणिक संस्था सरस्वती शिशु -विद्या मंदिर उ. मा. वि. गरोठ मैं सनातन वैदिकधर्म प्रचारक तथा प्रसिद्ध कथा वाचक विदुषी सुश्री अंजली आर्य दीदी का शुभ आगमन विद्यालय में हुआ।
सर्वप्रथम विदुषी अंजली आर्य दीदी, एम उनके साथ में पधारे हुए अन्य एवं उनके साथ में पधारे हुए अन्य अतिथि गण का मुख्य द्वार उनके ललाट पर तिलक लगाकर उपाध्यक्ष सरिता सेठिया दीदी, अभिभावक प्रतिनिधि रघुनंदन पाटीदार, व्यवस्थापक अनिल कोटवाल, विद्यालय प्राचार्य कैलाश चंद्र जायसवाल विद्यालय समिति सदस्य मनोज मगर, के द्वारा स्वागत अतिथि गानों को मंच पर ले गए तत्पश्चात अतिथि द्वारा मां सरस्वती, प्रणाम अक्षर ओम तथा मां भारती के चित्रों पर फूल माला अर्पण करते हुए उनके समक्ष दीप प्रज्वलित करते हुए पूजन अर्चन कर मां ज्ञान के देवी शारदा की स्तुति करते हुए आर्शीवचन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण मैं मंचपर विराजित अतिथियों का परिचय विद्यालय के प्राचार्य श्री कैलाश चंद्र जायसवाल के द्वारा एवं अतिथि स्वागत विद्यालय के व्यवस्थापक अनिल कोटवाल मनोज जी मगर उपाध्यक्ष श्रीमती सरिता सेठिया जी प्राचार्य कैलाश चंद्र जी जायसवाल प्रधानाचार्य अंतिम जी वर्मा श्री ओम प्रकाश जी व्यास के द्वारा किया गया
तदोपरांत अंजली आर्य दीदी ने अपने मुखारविंद से उपस्थित अभिभावकों,भैया/बहिनों, आचार्य परिवार तथा धर्म प्रेमी जनता को आर्शीवचन प्रदान करते हुए बताया कि जानवरों के भी खाने का नियम है परंतु मनुष्य का नहीं है।जानवरों ने अपने खाने पीने की प्रकृति को नहीं बदला है परंतु आधुनिक युग के मनुष्य ने अपने खाने पीने की प्रकृति और नियम को बदलकर अपने अंदर कई विकृतियों का समावेश कर लिया है।
अपने माता-पिता और गुरु से बड़ा हितेषी इस जीवन में आपका कोई भी नहीं है जो बच्चे अपने माता-पिता तथा गुरु को सर्वोपरि मानकर कार्य करते हैं वह जीवन में ऊंचाइयां प्राप्त करते हैं सफलता उनके कदम चूमती है। जीवन में कुछ बनने से पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी है जो अच्छा इंसान बन गया वह जीवन में सब कुछ बन गया।
विदुषी अंजली आर्य दीदी ने बताया कि सरस्वती शिशु मंदिर संस्था में सर्वश्रेष्ठ संस्कारों की आधारशिला पर विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास किया जाता है
कई प्रेरणादायक छोटे-छोटे प्रसंग के माध्यम से आदरणीय दीदी ने भैया -बहनों तथा उपस्थित अभिभावक धर्म प्रेमी जनता तथा आचार्य परिवार को अपनी अमृतवाणी से आशीर्वचन प्रदान किया। विद्यालय में रंगोली श्रीमती नीना पटेल श्रीमती कुमुद रानी सुश्री अमृता मालवीश्रीमती सोनू वर्मा द्वारा सुसज्जित की गई वंदना श्रीमती पायल मगर द्वारा कराई गई फोटो एडिटिंग का कार्य अंकित प्रजापति एवं मनोज जी जोशी द्वारा किया गया मंच व्यवस्था शुभम जी सोनी श्रीमती उषा राठौर श्रीमती नेहा प्रधान दीदी नेहा भट्ट दीदी वीरेंद्र जी पाटीदार सोनू तिवारी महेंद्र वॉशरमैन अरविंद जी कोयल देवेश जी भाटिया माइक व्यवस्था राकेश जी सेन आपूर्ति विभाग श्री दीपक जी राठौर द्वारा किया गया।संचालन विद्यालय के लेखापाल ओम प्रकाश व्यास द्वारा किया गया।