घटनाइंदौरमध्यप्रदेश

इंदौर में सांस नली में चाय अटकी, मासूम की मौत

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डेढ़ वर्षीय बालक मां के साथ रहता था, पिता जेल में है

इंदौर में डेढ़ साल के बच्चे के सांस लेने की नली में चाय अटक जाने से मौत हो गई। बच्चे को उपचार के लिए मामा का रविवार सुबह MY अस्पताल लाए थे। डॉक्टरों ने उसे वार्ड में एडमिट कर उपचार शुरू किया लेकिन दोपहर में उसकी मौत हो गई। बच्चे के पिता जेल में हैं। वह मम्मी के साथ नाना-नानी के यहां रह रहा था। सोमवार सुबह बच्चे का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक तौर पर परिवार ने चाय अटकने की बात कही है जबकि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

इंदौर में डेढ़ साल के बच्चे के सांस लेने की नली में चाय अटक जाने से मौत हो गई। बच्चे को उपचार के लिए मामा का रविवार सुबह MY अस्पताल लाए थे। डॉक्टरों ने उसे वार्ड में एडमिट कर उपचार शुरू किया लेकिन दोपहर में उसकी मौत हो गई। बच्चे के पिता जेल में हैं। वह मम्मी के साथ नाना-नानी के यहां रह रहा था। सोमवार सुबह बच्चे का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक तौर पर परिवार ने चाय अटकने की बात कही है जबकि पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

चाय पीते समय खांसी आई और सांस बंद हो गई

मामा महेश ने बताया कि मां लता ने बेटे राज और बेटी के लिए चाय बनाई। सुबह राज ने चाय पी तो उसे खांसी आई और सांस बंद होने लगी। वह घबराने लगा। तत्काल उसकी छाती की मालिश की। इसके बाद सिमरोल के अस्पताल ले गए जहां से डॉक्टरों ने MYH ले जाने को कहा। रविवार सुबह 11 बजे बच्चे को लेकर इंदौर आ गए। उपचार के कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एक महीने से मामा के घर रह रहे

महेश ने बताया बहन लता की शादी करनावद जिला देवास में रहने वाले राजेश प्रजापत से हुई थी। अभी करीब दो माह पहले अपनी मां गंगाबाई से मारपीट करने पर जीजा राजेश के खिलाफ मां ने थाने में दर्ज करा दी थी। गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने उसे दो महीने पहले जेल भेज दिया। एक माह पहले बहन लता से उसकी सास गंगाबाई और ननद मंजू ने मारपीट की। इससे नाराज लता अपने बच्चों को लेकर सिमरोल आ गई थी और यहीं रह रही थी।

डर था आरोप लगा देंगे, इसलिए पुलिस को दी जानकारी

मामा महेश ने बताया कि भांजे राज को घर लाने के बाद मां लता और परिवार के अन्य सदस्यों से बात की। सास और ननद को लेकर डर था कि वह बच्चे को जहर देने का आरोप लगा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने परिवार से बात कर सिमरोल पुलिस को जानकारी दी और शव लेकर थाने पहुंचे। यहां से पुलिस ने एमवाय अस्पताल जाकर पोस्टमार्टम करने की सलाह दी थी।

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