सीएमओ मेहताजी देख लीजिए बद से बदतर हो रही है, गरोठ की सफाई व्यवस्था !
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जहां देखो, वहां गंदगी, कैसे आएगा, गरोठ स्वच्छता में नंबर वन-?
संस्कार दर्शन
गरोठ-नगर का दुर्भाग्य कहें, या सौभाग्य , पवन कुमार फुलफकीर के बाद जितने भी सीएमओ आये, उन्होंने सिर्फ आते ही बड़े-बड़े बयान स्वच्छता को लेकर दे डाले, लेकिन समय के साथ-साथ इन सीएमओ के वादे वचन हवा हो गए, गरोठ नगर की साफ सफाई व्यवस्था, और नगर परिषद के कार्य अब डगमगाने लगे हैं, सुनने में यह भी आया है, कि मेहता साहब ने एक नए आदेश निकाले हैं, उसमें जो भी काम हो, 12:00 बजे से पहले करवाएं, या फिर शाम को 5:00 बजे बाद, इसी बीच कोई कर्मचारी बार-बार आकर परेशान ना करें।
मेहताजी ने नगर परिषद की प्रथम बैठक ली थी, तो ऐसा लग रहा था कि लग रहा था कि गरोठ चमन हो जाएगा, लेकिन इनको जाना कहीं और था, और कहीं और आ गए, यानि सिर्फ जाने के लिए ही आए हैं।
इसी बीच गरोठ की साफ सफाई और स्वच्छता की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, और सीएमओ साहब केबिन छोड़ने को तैयार नहीं है, लगातार पार्षद और आमजन भी स्वच्छता को लेकर शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि गरोठ नगर में अभी अंधेर नगरी चौपट राज चल रहा है, जब तक कोई पवन कुमार फुलफकीर जैसा सीएमओ नहीं आता है, तब तक गरोठ स्वच्छता के मामले में नंबर वन होने का सपना पुरा नही हो पाएगा।