खाद न होने से बाद की तिथि के टोकन जारी किये जा रहे, यह खबर भ्रामक एवं पूर्णतः असत्य : उपसंचालक कृषि श्री बडोनिया

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कृषक रकबा अनुसार उर्वरक प्राप्त करें
मंदसौर । उपसंचालक कृषि श्री आनंद बडोनिया द्वारा बताया गया कि, रबी सीजन की शुरूआत में नगद विक्रय केन्द्रों से टोकन लम्बी कतार को देखते हुए आगामी तिथियों के वितरित किये गये थे। इसका आधार लेकर कतिपय लोगो द्वारा यह भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि खाद न होने से बाद की तिथि के टोकन जारी किये जा रहे है। यह पूर्णतः असत्य है। जिले में उर्वरक की पर्याप्त व्यवस्था होने से वर्तमान में कृषकों को उनके आगमन पर नगद विक्रय केन्द्र में रकबा के मान से उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। यदि किसी कृषक के पास अभी भी आगामी तिथि का टोकन है, तो वह किसान भी आज ही विक्रय केन्द्र पर उर्वरक अपनी आवश्यकता अनुसार प्राप्त कर सकता है।
जिलें में रबी फसल के लिये उर्वरक का लगातार उठाव सहकारी संस्थाओं, विपणन संस्थाओं, नगद सहकारी विक्रय केन्द्रों एवं निजी विक्रेताओं के स्तर से कृषकों द्वारा किया जा रहा है। पूर्व में कृषकों की शिकायत थी कि एक कृषक को दो बैग ही खाद दी जा रही है।
इसके पश्चात कलेक्टर द्वारा भी सभी कृषको को सूचित किया जा चुका है, कि कृषक के रकबा के अनुसार ही कृषकों को उर्वरक वितरण किया जा रहा है। इस संबंध में कृषकों को रकबा के मान से खाद वितरण की माॅनीटरिंग भी लगातार की जा रही है।
कृषकों को सही दरों पर उर्वरक प्राप्त हो इस हेतु प्रत्येक उर्वरक विक्रय केन्द्र पर दर सूची लगायी गई है एवं कृषि विभागीय स्टाॅफ की देख-रेख में उर्वरक का वितरण कराया जा रहा है। जिले को गत दो दिवस में दलौदा व नीमच रैक प्वाईंट पर यूरिया रैक लगने से यूरिया उर्वरक प्राप्त हो गया है। इससे जिले में यूरिया उर्वरक उपलब्धता वर्तमान आवश्यकता के लिये भरपूर हो गई है। आज दिनांक की स्थिति में जिले में यूरिया 3057 मे.टन, डीएपी 1498 मे.टन, एनपीक 2094 मे.टन तथा एसएसपी 10728 मे.टन उपलब्ध है।
कलेक्टर द्वारा सभी उर्वरक व्यवस्था की निगरानी में लगे हुए अधिकारियों से कृषकों को उर्वरक वितरण आसानी से हो इस हेतु लगातार माॅनीटरिंग एवं उर्वरक वितरण केन्द्रों के भ्रमण कर करने के निर्देश दिये गये है।