कुचड़ौद आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर जमा पानी बना परेशानी, मच्छरों से बढ़ा डेंगू का खतरा, कार्यकर्ता भी आई चपेट में

कुचड़ौद आंगनवाड़ी केंद्र के बाहर जमा पानी बना परेशानी, मच्छरों से बढ़ा डेंगू का खतरा, कार्यकर्ता भी आई चपेट में
कुचड़ौद। गांव के आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-1 के बाहर लंबे समय से पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। कीचड़ और गंदगी के कारण यहां दुर्गंध फैल रही है, जिससे बच्चों ने केंद्र आना भी कम कर दिया है। हालात इतने खराब हैं कि केंद्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रीना जैन खुद डेंगू की चपेट में आ गईं। करीब 15 दिन के इलाज के बाद अब वह स्वस्थ हुई हैं।
कार्यकर्ता रीना जैन ने बताया कि केंद्र के बाहर पानी भरने की शिकायत कई बार पंचायत को की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इलाज में काफी खर्च हुआ और यह परेशानी पूरे इलाके के लिए खतरा बन चुकी है।
एएनएम यशोदा खड़ा ने बताया कि गांव के नलों में आने वाले पानी में भी लार्वा पाया गया था। एक बार ब्लीचिंग पाउडर डलवाया गया है, और जल्द ही दोबारा डलवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव में दो-तीन अन्य स्थानों पर भी लार्वा मिला था, जिनकी सफाई करवाई गई है। फिलहाल गांव के तीन डेंगू मरीज पूरी तरह रिकवर हो चुके हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में रखे टैंकों, टंकी और टैंकरों की नियमित सफाई करें, क्योंकि डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है।
ग्राम पंचायत सचिव प्रहलाद वर्मा ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक-1 के बाहर आरसीसी स्वीकृत हो चुकी है, और एक सप्ताह के भीतर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद पानी निकासी की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नलों और टंकी में दवाई डलवाने की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि बीमारी आगे न फैले।



