
लोकतंत्र सेनानी मीसाबंदी श्री मांगीलालजी परमार की स्मृति में हजारों लोगों की उपस्थिति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

ताल । वयोवृद्ध लोकतंत्र सेनानी , मीसाबंदी एवं सामाजिक कार्यकर्ता मांगीलाल परमार की स्मृति में शुक्रवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
श्रद्धांजलि सभा में भानपुरा पीठ के शंकराचार्य श्री श्री 1008 श्री ज्ञानानंद जी तीर्थ महाराज, कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गेहलोत ,पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी सांसदीय बोर्ड के सदस्य डॉक्टर सत्यनारायण जटिया ,सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत, सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे। स्वर्गीय परमार को श्रद्धांजलि देते हुए जगतगुरु शंकराचार्य ज्ञानानंद जी तीर्थ महाराज ने कहा कि उनकी निष्ठा धर्म के प्रति बहुत ज्यादा थी। जो धर्म निष्ठ होता है ,वह राष्ट्रभक्ति भी होता है । शंकराचार्य जी ने कहा कि उनका जीवन कई लोगों के लिए प्रेरणादायक रहा ।कर्नाटक के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गेहलोत ने कहा कि स्वर्गीय मांगीलाल परमार ने जीवन में कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। वे हमेशा धर्म और समाज सेवा में अग्रणी रहे। राजनीति में भी उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है ।डॉक्टर सत्यनारायण जटिया ने भी कहा कि उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का काम करेगा। श्रद्धांजलि सभा में सांसद अनिल फिरोजिया,पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत, राष्ट्र संत नमन जी महाराज, रमेश पाठक आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर स्वर्गीय श्री परमार की स्मृति में उनके जीवन वृतांत पर आधारित दिव्य मंगल स्मारिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर करवा खेड़ी आश्रम के संत प्रकाशनाथ महाराज, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभु प्रकाश राठौड़ ,भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष बजरंग पुरोहित ,कान्ह सिंह चौहान, अशोक चौटाला नूरुद्दीन बोहरा, स्वर्गीय परमार के तीनों पुत्र राजेश परमार, मुकेश परमार एवं नितेश परमार , एवं पत्रकार वाहिद खांन पठान सहित हजारों हजारों की संख्या में महिला पुरुष बच्चे सभी उपस्थित थे।
श्रद्धांजलि सभा का संचालन वरिष्ठ शिक्षाविद एवं प्राचार्य विनोद कुमार शर्मा ने किया।



