अब तो सेनाध्यक्ष ने कह दिया युद्ध के लिए तैयार रहे देश.!

अब तो सेनाध्यक्ष ने कह दिया युद्ध के लिए तैयार रहे देश.!

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी मंदसौर
भारत और पाकिस्तान के बीच अभी भी अंदर ही अंदर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है सीजफायर यह केवल सैन्य कार्यवाही पर रोक है किंतु इस सीज फायर से दोनों ही देश का तनाव बिल्कुल भी कम नहीं हुआ है पाकिस्तान भारत के खिलाफ जहर उगलने में कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है। अमेरिका से उसकी जो गल बहियां चल रही है वह भारत को चिढ़ाने जैसा ही काम है। संसद में प्रधानमंत्री ने अमरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को जो आईना दिखाया है उससे भी वह तिलमिलाया हुआ है और उसने पिल्ले पाकिस्तान को अपनी गोद में उठा लिया। भारत की जो प्रखरता ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रकट हुई है उससे भारत के तेवर यकायक फिर से आक्रामक हुए हैं। और इन सभी बातों की पुष्टि की है थल सेना प्रमुख उपेंद्र त्रिवेदी ने.. उन्होंने सार्वजनिक रूप से देश के सामने यह स्पष्ट बयान दे दिया है कि हम अगले युद्ध के लिए तैयार रहें बहुत जल्द हो सकता है यह युद्ध।
थल सेना प्रमुख का यह बयान इस बात को प्रमाणित करता है कि भारत पाकिस्तान के बीच तनाव का लावा अंदर ही अंदर सुलग रहा है और युद्ध के रूप में कभी भी विस्फोट हो सकता है। एक सेना प्रमुख यदि यह बात कहेगा तो देश के लिए सरकार के लिए जनता के लिए यह गंभीर सोचने का विषय है। उन्होंने यह भी कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर पारंपरिक युद्ध नहीं बल्कि शतरंज के खेल जैसा था। दुश्मन की हमें अगली चाल पता नहीं थी लेकिन हम तैयार थे और उस संघर्ष को चार दिन में खत्म किया जबकि वह 14 या 1400 दिन भी चल सकता था। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर में सेना को पूरी छूट दी थी और अब तो वे यह भी कह रहे हैं कि अब जो युद्ध होगा वह अकेले सेना नहीं पूरे देश को मिलकर लड़ना होगा। उनकी यह बात सबसे गौर तलब है कि भारत को भी पांचवीं पीढ़ी के युद्ध के लिए तैयार रहना होगा।
वास्तव में देश और देशवासी भी यह महसूस कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जिस तरह से भारत ने अपना रुख पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट किया और आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया का समर्थन हासिल किया तो भारत के इस बढ़ते मिशन से सबसे ज्यादा अमेरिका घबराया और उसने “दुख पेट में रहा और बताया माथे में” की तर्ज पर टैरिफ वार से भारत को दबाव में लाना चाहा और पाकिस्तान को यह स्थिति अपने अनुकूल लग रही है इसलिए इसने आदत के मुताबिक फिर से अपना गिरगिट की तरह रंग बदलना शुरू कर दिया है यह वही पाकिस्तान है जिसके प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख ने गिड़गिड़ा कर भारत से युद्ध विराम की अपील की थी और अब अमेरिका की गोद में बैठकर वह फिर से भारत को चिढ़ा रहा है। लेकिन उसे यह नहीं पता कि भारत ने कोई कच्छी गोलियां नहीं खेली है भारत की कूटनीति देखिए.. अमेरिका के परंपरागत विरोधी चीन से तालमेल बेहतर किया जा रहा है उधर रूस का तो खुला समर्थन भारत को प्राप्त है ही बस यही डर हमेशा अमेरिका को रहता है इसीलिए वह इस पिल्ले पाकिस्तान को पाल रहा है लेकिन जो फोबिया अमेरिका के मन में हमेशा रहता है वह अब सामने होता दिख रहा है। इसीलिए फिर से युद्ध के हालात पैदा किए जा रहे हैं।और हमारे सेना प्रमुख ने भी पूरी दुनिया के सामने डंके की चोट स्पष्ट कर दिया है कि हम युद्ध के लिए तैयार हैं।