
ताल नगर एवं अंचल में गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा, भक्ति से उल्लास पूर्वक मनाया गया व शिक्षकों सम्मान किया गया
ताल ब्यूरो चीफ –शिवशक्ति शर्मा
ताल नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया गया। जावरा रोड़ स्थित राधा नगरी में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हुए ।बुधवार की शाम को यहां भजन संध्या हुई। गुरुवार को ब्रह्मलीन अवधूत पागल बाबा के धूने एवं राधा कृष्ण मंदिर पर आकर्षक साज सज्जा करके महा आरती की गई। महा आरती के बाद श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरित की गई ।बटवाड़िया स्थित ब्रह्मलीन खेमदास जी महाराज की समाधि पर पूजा अर्चना करने के लिए उनके शिष्य बड़ी संख्या में पहुंचे ।श्री पूरण दास आश्रम कोटकराड़िया में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे ।यहां पर महंत रामकृपाल दास महाराज की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। असावता स्थित महंत ओम दास जी महाराज के आश्रम में भी गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया ।यहां आने वाले शिष्यों को आश्रम में भोजन प्रसादी वितरित की गई। ग्राम करवा खेड़ी स्थित नाथ बाबा की कुटिया में भी गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाने के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे ।महंत प्रकाश नाथ योगी एवं अन्य संत महात्माओं का आशीर्वाद शिष्यों ने प्राप्त किया। शासन के निर्देशानुसार शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में भी गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया ।शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताल में प्राचार्य विनोद कुमार शर्मा ने गुरु की महिमा पर प्रकाश डाला। विद्यालय में गुरु की महत्ता पर निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई ।शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताल में सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित किया गया ।
सेवानिवृत शिक्षक श्रीराम शर्मा, शंकर लाल शर्मा , कृष्ण चंद्र शास्त्री, मांगीलाल गेहलोत, प्रताप नारायण, दीक्षित को विद्यालय परिवार की ओर से सम्मानित किया गया ।प्राचार्य प्रमोद भट्ट , शंकर प्रजापत, प्रिया वर्मा,ओमप्रकाश परमार ,सत्यनारायण राठौड़ ,वीरेंद्र सिंह सिसोदिया आदि ने सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान किया। न्यू आर्यवीर स्कूल द्वारा गुरु पूर्णिमा का पर पारंपरिक तरीके से मनाया गया। यहां के विद्यार्थियों ने संकुल प्राचार्य विनोद कुमार शर्मा, प्रमोद भट्ट प्राचार्य राजीव लोचन कुशवाह, शिक्षक सत्यनारायण राठौड़ ,वीरेंद्र सिंह सिसोदिया एवं संस्था के प्राचार्य जितेंद्र सिंह सिसोदिया का पारंपरिक तरीके से पाद प्रक्षालन करके उनकी पूजा अर्चना की गई।इस अवसर पर वक्ताओं ने गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु की महिमा सदैव प्रासंगिक बनी रहेगी।