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क्लासिक डिज़ाइन से लेकर दमदार परफॉर्मेंस तक — जानिए राजदूत बाइक की हर खासियत जो कभी थी हर घर की शान।

एक वक्त था जब भारतीय सड़कों पर Rajdoot बाइक का जलवा छाया रहता था। 1980 और 90 के दशक में यह बाइक सिर्फ सवारी नहीं, बल्कि एक परिवार की शान और पहचान बन गई थी। एस्कॉर्ट्स ग्रुप के तहत बनी यह बाइक Yamaha RD 350 का लाइसेंस प्राप्त मॉडल थी, जिसने भारत में बाइक प्रेमियों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई। राजदूत की खास बात उसकी दमदार आवाज़ और टिकाऊपन था, जो ग्रामीण और शहरी दोनों जगहों पर खूब पसंद किया जाता था।

Rajdoot का क्लासिक डिज़ाइन और मजबूत बनावट

Rajdoot बाइक का डिज़ाइन बेहद क्लासिक था, जिसमें मजबूत फ्रेम और साधारण स्टाइल शामिल था। इसका वजन करीब 115 किलोग्राम था, जो इसे सड़कों पर काफी स्थिर बनाता था। 19 इंच के पहिए, ड्रम ब्रेक और टेलीस्कोपिक फ्रंट सस्पेंशन ने इसे भारत की खराब सड़कों के लिए उपयुक्त बनाया था। आरामदायक सीट और 11.5 लीटर का फ्यूल टैंक लंबी यात्राओं के लिए इसे आदर्श बनाते थे।

Rajdoot 175cc का दमदार टू-स्ट्रोक इंजन

इस बाइक में 175cc का टू-स्ट्रोक सिंगल सिलेंडर इंजन लगा था, जो 9 बीएचपी की पावर और 1.4 किलोग्राम-मीटर टॉर्क प्रदान करता था। 4-स्पीड गियरबॉक्स के साथ यह बाइक लगभग 90-100 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड तक जा सकती थी। इसका मजबूत इंजन खासतौर पर गांवों और खेतों में काफी लोकप्रिय था, क्योंकि यह हर तरह के रास्तों को सहजता से पार कर लेती थी।

Rajdoot के माइलेज और कीमत की बात

Rajdoot बाइक का माइलेज 35 से 45 किलोमीटर प्रति लीटर तक था, जो सड़क की स्थिति और राइडिंग स्टाइल पर निर्भर करता था। हालांकि टू-स्ट्रोक इंजन होने के कारण यह कुछ अन्य बाइक्स के मुकाबले कम माइलेज देती थी, लेकिन इसकी रखरखाव लागत काफी कम थी। 1980-90 के दशक में इसकी कीमत लगभग 10,000 से 15,000 रुपये के बीच थी। आज भी पुराने कलेक्टरों के लिए यह बाइक 20,000 से 50,000 रुपये के बीच मिलती है, जो उसकी कंडीशन पर निर्भर करता है।

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