“मेरा गीत अमर कर दो” से रोशन हुई स्वर खोज की शाम-ए-गज़ल

“मेरा गीत अमर कर दो” से रोशन हुई स्वर खोज की शाम-ए-गज़ल
शामगढ़। संगीत की दुनिया के अमर सितारे, गज़ल गायकी के सम्राट स्वर्गीय जगजीत सिंह जी की जन्म जयंती 08 फरवरी को मनाई गई।नगर में संचालित चौधरी बंधु (जयपुर वाले) शास्त्रीय संगीत गुरुकुल के प्रांगण में गजलों की प्रस्तुति से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
संस्था प्रधान एवं संगीत गुरु अजय चौधरी ने बताया कि इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता के पूजन के साथ की गई। प्रथम प्रस्तुति के रूप में 10 वर्षीय मोहक वर्मा ने एक कच्चा घड़ा हूं मैं गीत और रजत कोठारी ने हम तो हैं परदेश में, देश में निकला होगा चांद से शानदार शुरुआत की। तत् पश्चात अंशिका भटेवरा ने “प्यार का पहला ख़त, झुकी झुकी सी नज़र और तेरे आने की जब खबर महके” से शानदार समां बांध दिया। मंच संचालन करते हुए विजय चौधरी ने अंतिम प्रस्तुति के लिए प्रतीक्षा वर्मा और समीक्षा हाड़ा को मंच पर आमंत्रित किया। समीक्षा प्रतीक्षा ने क्रमश होठों से छू लो तुम, तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, एक प्यार का नगमा है और होश वालों को ख़बर क्या” जैसी बेमिसाल प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत डॉ गोपाल कृष्ण वर्मा, शासकीय शिक्षिका धीरज वर्मा, समाज सेविका कृष्णा चौहान एवं चंदन प्रकाश कोठारी अभिभावक नीता भटेवरा ने पूर्व में आयोजित श्री राम भजन प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
श्री राम भजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रतीक्षा वर्मा और समीक्षा हाड़ा ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर अंशिका भटेवरा और तृतीय स्थान पर रजत कोठारी रहे। साथ ही अंजलि कुकडे, भाग्यश्री शर्मा, हर्ष जोशी एवं गौरव मनोरा को भी प्रोत्साहन सम्मान प्राप्त हुआ। अंत में संस्था सचिव कुसुम व्यास ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार प्रकट किया।